1 Kings 2:3
और जो कुछ तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे सौंपा है, उसकी रक्षा करके उसके मार्गों पर चला करना और जैसा मूसा की व्यवस्था में लिखा है, वैसा ही उसकी विधियों तथा आज्ञाओं, और नियमों, और चितौनियों का पालन करते रहना; जिस से जो कुछ तू करे और जहां कहीं तू जाए, उस में तू सफल होए;
1 Kings 2:3 in Other Translations
King James Version (KJV)
And keep the charge of the LORD thy God, to walk in his ways, to keep his statutes, and his commandments, and his judgments, and his testimonies, as it is written in the law of Moses, that thou mayest prosper in all that thou doest, and whithersoever thou turnest thyself:
American Standard Version (ASV)
and keep the charge of Jehovah thy God, to walk in his ways, to keep his statutes, `and' his commandments, and his ordinances, and his testimonies, according to that which is written in the law of Moses, that thou mayest prosper in all that thou doest, and whithersoever thou turnest thyself.
Bible in Basic English (BBE)
And keep the orders of the Lord your God, walking in his ways, keeping his laws and his orders and his rules and his words, as they are recorded in the law of Moses; so that you may do well in all you do and wherever you go,
Darby English Bible (DBY)
and keep the charge of Jehovah thy God, to walk in his ways, to keep his statutes, and his commandments, and his ordinances, and his testimonies, as it is written in the law of Moses, that thou mayest prosper in all that thou doest and whithersoever thou turnest thyself;
Webster's Bible (WBT)
And keep the charge of the LORD thy God, to walk in his ways, to keep his statutes, and his commandments, and his judgments, and his testimonies, as it is written in the law of Moses, that thou mayest prosper in all that thou doest, and whithersoever thou turnest thyself.
World English Bible (WEB)
and keep the charge of Yahweh your God, to walk in his ways, to keep his statutes, [and] his commandments, and his ordinances, and his testimonies, according to that which is written in the law of Moses, that you may prosper in all that you do, and wherever you turn yourself.
Young's Literal Translation (YLT)
and kept the charge of Jehovah thy God, to walk in His ways, to keep His statutes, His commands, and His judgments, and His testimonies, as it is written in the law of Moses, so that thou dost wisely all that thou dost, and whithersoever thou turnest,
| And keep | וְשָֽׁמַרְתָּ֞ | wĕšāmartā | veh-sha-mahr-TA |
| אֶת | ʾet | et | |
| the charge | מִשְׁמֶ֣רֶת׀ | mišmeret | meesh-MEH-ret |
| Lord the of | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| thy God, | אֱלֹהֶ֗יךָ | ʾĕlōhêkā | ay-loh-HAY-ha |
| to walk | לָלֶ֤כֶת | lāleket | la-LEH-het |
| ways, his in | בִּדְרָכָיו֙ | bidrākāyw | beed-ra-hav |
| to keep | לִשְׁמֹ֨ר | lišmōr | leesh-MORE |
| his statutes, | חֻקֹּתָ֤יו | ḥuqqōtāyw | hoo-koh-TAV |
| commandments, his and | מִצְוֹתָיו֙ | miṣwōtāyw | mee-ts-oh-tav |
| and his judgments, | וּמִשְׁפָּטָ֣יו | ûmišpāṭāyw | oo-meesh-pa-TAV |
| testimonies, his and | וְעֵֽדְוֹתָ֔יו | wĕʿēdĕwōtāyw | veh-ay-deh-oh-TAV |
| as it is written | כַּכָּת֖וּב | kakkātûb | ka-ka-TOOV |
in | בְּתוֹרַ֣ת | bĕtôrat | beh-toh-RAHT |
| the law | מֹשֶׁ֑ה | mōše | moh-SHEH |
| of Moses, | לְמַ֣עַן | lĕmaʿan | leh-MA-an |
| that | תַּשְׂכִּ֗יל | taśkîl | tahs-KEEL |
| prosper mayest thou | אֵ֚ת | ʾēt | ate |
| in all | כָּל | kāl | kahl |
| that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| thou doest, | תַּֽעֲשֶׂ֔ה | taʿăśe | ta-uh-SEH |
| whithersoever and | וְאֵ֛ת | wĕʾēt | veh-ATE |
| כָּל | kāl | kahl | |
| thou turnest | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
| thyself: | תִּפְנֶ֖ה | tipne | teef-NEH |
| שָֽׁם׃ | šām | shahm |
Cross Reference
व्यवस्थाविवरण 29:9
इसलिये इस वाचा की बातों का पालन करो, ताकि जो कुछ करो वह सफल हो॥
1 इतिहास 22:12
अब यहोवा तुझे बुद्धि और समझ दे और इस्राएल का अधिकारी ठहरा दे, और तू अपने परमेश्वर यहोवा की व्यवस्था को मानता रहे।
व्यवस्थाविवरण 17:18
और जब वह राजगद्दी पर विराजमान हो, तब इसी व्यवस्था की पुस्तक, जो लेवीय याजकों के पास रहेगी, उसकी एक नकल अपने लिये कर ले।
1 इतिहास 29:19
और मेरे पुत्र सुलैमान का मन ऐसा खरा कर दे कि वह तेरी आज्ञाओं चितौनियों और विधियों को मानता रहे और यह सब कुछ करे, और उस भवन को बनाए, जिसकी तैयारी मैं ने की है।
2 इतिहास 31:20
और सारे यहूदा में भी हिजकिय्याह ने ऐसा ही प्रबन्ध किया, और जो कुछ उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में भला ओर ठीक और सच्चाई का था, उसे वह करता था।
भजन संहिता 1:2
परन्तु वह तो यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता; और उसकी व्यवस्था पर रात दिन ध्यान करता रहता है।
भजन संहिता 19:7
यहोवा की व्यवस्था खरी है, वह प्राण को बहाल कर देती है; यहोवा के नियम विश्वासयोग्य हैं, साधारण लोगों को बुद्धिमान बना देते हैं;
भजन संहिता 119:2
क्या ही धन्य हैं वे जो उसकी चितौनियों को मानते हैं, और पूर्ण मन से उसके पास आते हैं!
भजन संहिता 119:98
तू अपनी आज्ञाओं के द्वारा मुझे अपने शत्रुओं से अधिक बुद्धिमान करता है, क्योंकि वे सदा मेरे मन में रहती हैं।
भजन संहिता 119:111
मैं ने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भाग कर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण हैं।
भजन संहिता 119:138
तू ने अपनी चितौनियों को धर्म और पूरी सत्यता से कहा है।
नीतिवचन 3:1
हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना;
मलाकी 4:4
मेरे दास मूसा की व्यवस्था अर्थात जो जो विधि और नियम मैं ने सारे इस्रएलियों के लिये उसको होरेब में दिए थे, उन को स्मरण रखो॥
1 इतिहास 28:8
इसलिये अब इस्राएल के देखते अर्थात यहोवा की मण्डली के देखते, और अपने परमेश्वर के साम्हने, अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को मानो और उन पर ध्यान करते रहो; ताकि तुम इस अच्छे देश के अधिकारी बने रहो, और इसे अपने बाद अपने वंश का सदा का भाग होने के लिये छोड़ जाओ।
2 राजा 18:7
इसलिये यहोवा उसके संग रहा; और जहां कहीं वह जाता था, वहां उसका काम सफल होता था। और उसने अश्शूर के राजा से बलवा कर के, उसकी आधीनता छोड़ दी।
व्यवस्थाविवरण 4:5
सुनो, मैं ने तो अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार तुम्हें विधि और नियम सिखाए हैं, कि जिस देश के अधिकारी होने जाते हो उस में तुम उनके अनुसार चलो।
व्यवस्थाविवरण 4:8
फिर कौन ऐसी बड़ी जाति है जिसके पास ऐसी धर्ममय विधि और नियम हों, जैसी कि यह सारी व्यवस्था जिसे मैं आज तुम्हारे साम्हने रखता हूं?
व्यवस्थाविवरण 4:45
ये ही वे चितौनियां और नियम हैं जिन्हें मूसा ने इस्राएलियों को उस समय कह सुनाया जब वे मिस्र से निकले थे,
व्यवस्थाविवरण 5:1
मूसा ने सारे इस्राएलियों को बुलवाकर कहा, हे इस्राएलियों, जो जो विधि और नियम मैं आज तुम्हें सुनाता हूं वे सुनो, इसलिये कि उन्हें सीखकर मानने में चौकसी करो।
व्यवस्थाविवरण 6:1
यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो;
यहोशू 1:7
इतना हो कि तू हियाव बान्धकर और बहुत दृढ़ हो कर जो व्यवस्था मेरे दास मूसा ने तुझे दी है उन सब के अनुसार करने में चौकसी करना; और उस से न तो दाहिने मुड़ना और न बांए, तब जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा काम सफल होगा।
यहोशू 22:5
केवल इस बात की पूरी चौकसी करना कि जो जो आज्ञा और व्यवस्था यहोवा के दास मूसा ने तुम को दी है उसको मानकर अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम रखो, उसके सारे मार्गों पर चलो, उसकी आज्ञाएं मानों, उसकी भक्ति मे लौलीन रहो, और अपने सारे मन और सारे प्राण से उसकी सेवा करो।
1 शमूएल 18:5
और जहां कहीं शाऊल दाऊद को भेजता था वहां वह जा कर बुद्धिमानी के साथ काम करता था; और शाऊल ने उसे योद्धाओं का प्रधान नियुक्त किया। और समस्त प्रजा के लोग और शाऊल के कर्मचारी उस से प्रसन्न थे॥
1 शमूएल 18:14
और दाऊद अपनी समस्त चाल में बुद्धिमानी दिखाता था; और यहोवा उसके साथ साथ था।
1 शमूएल 18:30
फिर पलिश्तियों के प्रधान निकल आए, और जब जब वे निकल आए तब तब दाऊद ने शाऊल के और सब कर्मचारियों से अधिक बुद्धिमानी दिखाई; इस से उसका नाम बहुत बड़ा हो गया॥
2 शमूएल 8:6
तब दाऊद ने दमिश्क में अराम के सिपाहियों की चौकियां बैठाई; इस प्रकार अरामी दाऊद के आधीन हो कर भेंट ले आने लगे। और जहां जहां दाऊद जाता था वहां वहां यहोवा उसको जयवन्त करता था।
2 शमूएल 8:14
फिर उसने एदोम में सिपाहियों की चौकियां बैठाई; पूरे एदोम में उसने सिपाहियों की चौकियां। बैठाई, और सब एदोमी दाऊद के आधीन हो गए। और दाऊद जहां जहां जाता था वहां वहां यहोवा उसको जयवन्त करता था।
व्यवस्थाविवरण 4:1
अब, हे इस्राएल, जो जो विधि और नियम मैं तुम्हें सिखाना चाहता हूं उन्हें सुन लो, और उन पर चलो; जिस से तुम जीवित रहो, और जो देश तुम्हारे पितरों का परमेश्वर यहोवा तुम्हें देता है उस में जा कर उसके अधिकारी हो जाओ।