1 कुरिन्थियों 15:55 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल 1 कुरिन्थियों 1 कुरिन्थियों 15 1 कुरिन्थियों 15:55

1 Corinthians 15:55
हे मृत्यु तेरी जय कहां रही?

1 Corinthians 15:541 Corinthians 151 Corinthians 15:56

1 Corinthians 15:55 in Other Translations

King James Version (KJV)
O death, where is thy sting? O grave, where is thy victory?

American Standard Version (ASV)
O death, where is thy victory? O death, where is thy sting?

Bible in Basic English (BBE)
O death, where is your power? O death, where are your pains?

Darby English Bible (DBY)
Where, O death, [is] thy sting? where, O death, thy victory?

World English Bible (WEB)
"Death, where is your sting? Hades, where is your victory?"

Young's Literal Translation (YLT)
where, O Death, thy sting? where, O Hades, thy victory?'

O
death,
ποῦpoupoo
where
σουsousoo
is
thy
θάνατεthanateTHA-na-tay

τὸtotoh
sting?
κέντρονkentronKANE-trone
grave,
O
ποῦpoupoo
where
σουsousoo
is
thy
ᾅδη,hadēA-thay

τὸtotoh
victory?
νῖκοςnikosNEE-kose

Cross Reference

होशे 13:14
मैं उसको अधोलोक के वश से छुड़ा लूंगा और मृत्यु से उसको छुटकारा दूंगा। हे मृत्यु, तेरी मारने की शक्ति कहां रही? हे अधोलोक, तेरी नाश करने की शक्ति कहां रहीं? मैं फिर कभी नहीं पछताऊंगा॥

भजन संहिता 89:48
कौन पुरूष सदा अमर रहेगा? क्या कोई अपने प्राण को अधोलोक से बचा सकता है?

भजन संहिता 49:8
(क्योंकि उनके प्राण की छुड़ौती भारी है वह अन्त तक कभी न चुका सकेंगे)।

प्रकाशित वाक्य 20:13
और समुद्र ने उन मरे हुओं को जो उस में थे दे दिया, और मृत्यु और अधोलोक ने उन मरे हुओं को जो उन में थे दे दिया; और उन में से हर एक के कामों के अनुसार उन का न्याय किया गया।

रोमियो 5:14
तौभी आदम से लेकर मूसा तक मृत्यु ने उन लोगों पर भी राज्य किया, जिन्हों ने उस आदम के अपराध की नाईं जो उस आने वाले का चिन्ह है, पाप न किया।

प्रेरितों के काम 9:5
उस ने पूछा; हे प्रभु, तू कौन है? उस ने कहा; मैं यीशु हूं; जिसे तू सताता है।

प्रेरितों के काम 2:27
क्योंकि तू मेरे प्राणों को अधोलोक में न छोड़ेगा; और न अपने पवित्र जन को सड़ने ही देगा!

लूका 16:23
और अधोलोक में उस ने पीड़ा में पड़े हुए अपनी आंखें उठाई, और दूर से इब्राहीम की गोद में लाजर को देखा।

सभोपदेशक 9:5
क्योंकि जीवते तो इतना जानते हैं कि वे मरेंगे, परन्तु मरे हुए कुछ भी नहीं जानते, और न उन को कुछ और बदला मिल सकता है, क्योंकि उनका स्मरण मिट गया है।

सभोपदेशक 8:8
ऐसा कोई मनुष्य नहीं जिसका वश प्राण पर चले कि वह उसे निकलते समय रोक ले, और न कोई मृत्यु के दिन पर अधिकारी होता है; और न उसे लड़ाई से छृट्टी मिल सकती है, और न दुष्ट लोग अपनी दुष्टता के कारण बच सकते हैं।

सभोपदेशक 3:19
क्योंकि जैसी मनुष्यों की वैसी ही पशुओं की भी दशा होती है; दोनों की वही दशा होती है, जैसे एक मरता वैसे ही दूसरा भी मरता है। सभों की स्वांस एक सी है, और मनुष्य पशु से कुछ बढ़कर नहीं; सब कुछ व्यर्थ ही है।

सभोपदेशक 2:15
तब मैं ने मन में कहा, जैसी मूर्ख की दशा होगी, वैसी ही मेरी भी होगी; फिर मैं क्यों अधिक बुद्धिमान हुआ? और मैं ने मन में कहा, यह भी व्यर्थ ही है।

प्रकाशित वाक्य 9:10
और उन की पूंछ बिच्छुओं की सी थीं, और उन में डंक थे, और उन्हें पांच महीने तक मनुष्यों को दुख पहुंचाने की जो सामर्थ थी, वह उन की पूंछों में थी।

अय्यूब 18:13
वह उसके अंग को खा जाएगी, वरन काल का पहिलौठा उसके अंगों को खा लेगा।