1 Corinthians 10:16
वह धन्यवाद का कटोरा, जिस पर हम धन्यवाद करते हैं, क्या मसीह के लोहू की सहभागिता नहीं? वह रोटी जिसे हम तोड़ते हैं, क्या वह मसीह की देह की सहभागिता नहीं?
1 Corinthians 10:16 in Other Translations
King James Version (KJV)
The cup of blessing which we bless, is it not the communion of the blood of Christ? The bread which we break, is it not the communion of the body of Christ?
American Standard Version (ASV)
The cup of blessing which we bless, is it not a communion of the blood of Christ? The bread which we break, is it not a communion of the body of Christ?
Bible in Basic English (BBE)
The cup of blessing which we take, does it not give us a part in the blood of Christ? and is not the broken bread a taking part in the body of Christ?
Darby English Bible (DBY)
The cup of blessing which we bless, is it not [the] communion of the blood of the Christ? The bread which we break, is it not [the] communion of the body of the Christ?
World English Bible (WEB)
The cup of blessing which we bless, isn't it a communion of the blood of Christ? The bread which we break, isn't it a communion of the body of Christ?
Young's Literal Translation (YLT)
The cup of the blessing that we bless -- is it not the fellowship of the blood of the Christ? the bread that we break -- is it not the fellowship of the body of the Christ?
| The | τὸ | to | toh |
| cup | ποτήριον | potērion | poh-TAY-ree-one |
| of | τῆς | tēs | tase |
| blessing | εὐλογίας | eulogias | ave-loh-GEE-as |
| which | ὃ | ho | oh |
| we bless, | εὐλογοῦμεν | eulogoumen | ave-loh-GOO-mane |
| it is | οὐχὶ | ouchi | oo-HEE |
| not | κοινωνία | koinōnia | koo-noh-NEE-ah |
| the communion | τοῦ | tou | too |
| of the | αἵματος | haimatos | AY-ma-tose |
| blood | τοῦ | tou | too |
of | Χριστοῦ | christou | hree-STOO |
| Christ? | ἐστιν | estin | ay-steen |
| The | τὸν | ton | tone |
| bread | ἄρτον | arton | AR-tone |
| which | ὃν | hon | one |
| we break, | κλῶμεν | klōmen | KLOH-mane |
| is it | οὐχὶ | ouchi | oo-HEE |
| not | κοινωνία | koinōnia | koo-noh-NEE-ah |
| the communion | τοῦ | tou | too |
| of the | σώματος | sōmatos | SOH-ma-tose |
| body | τοῦ | tou | too |
| of | Χριστοῦ | christou | hree-STOO |
| Christ? | ἐστιν | estin | ay-steen |
Cross Reference
प्रेरितों के काम 2:42
और वे प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने में और रोटी तोड़ने में और प्रार्थना करने में लौलीन रहे॥
मत्ती 26:26
उस ने उस से कहा, तू कह चुका: जब वे खा रहे थे, तो यीशु ने रोटी ली, और आशीष मांग कर तोड़ी, और चेलों को देकर कहा, लो, खाओ; यह मेरी देह है।
1 यूहन्ना 1:7
पर यदि जैसा वह ज्योति में है, वैसे ही हम भी ज्योति में चलें, तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं; और उसके पुत्र यीशु का लोहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।
प्रेरितों के काम 20:7
सप्ताह के पहिले दिन जब हम रोटी तोड़ने के लिये इकट्ठे हुए, तो पौलुस ने जो दूसरे दिन चले जाने पर था, उन से बातें की, और आधी रात तक बातें करता रहा।
लूका 22:19
फिर उस ने रोटी ली, और धन्यवाद करके तोड़ी, और उन को यह कहते हुए दी, कि यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिये दी जाती है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।
1 यूहन्ना 1:3
जो कुछ हम ने देखा और सुना है उसका समाचार तुम्हें भी देते हैं, इसलिये कि तुम भी हमारे साथ सहभागी हो; और हमारी यह सहभागिता पिता के साथ, और उसके पुत्र यीशु मसीह के साथ है।
इब्रानियों 3:14
क्योंकि हम मसीह के भागी हुए हैं, यदि हम अपने प्रथम भरोसे पर अन्त तक दृढ़ता से स्थिर रहें।
1 कुरिन्थियों 12:13
क्योंकि हम सब ने क्या यहूदी हो, क्या युनानी, क्या दास, क्या स्वतंत्र एक ही आत्मा के द्वारा एक देह होने के लिये बपतिस्मा लिया, और हम सब को एक ही आत्मा पिलाया गया।
1 कुरिन्थियों 11:23
क्योंकि यह बात मुझे प्रभु से पहुंची, और मैं ने तुम्हें भी पहुंचा दी; कि प्रभु यीशु ने जिस रात वह पकड़वाया गया रोटी ली।
1 कुरिन्थियों 10:20
नहीं, वरन यह, कि अन्यजाति जो बलिदान करते हैं, वे परमेश्वर के लिये नहीं, परन्तु दुष्टात्माओं के लिये बलिदान करते हैं: और मैं नहीं चाहता, कि तुम दुष्टात्माओं के सहभागी हो।
1 कुरिन्थियों 1:9
परमेश्वर सच्चा है; जिस ने तुम को अपने पुत्र हमारे प्रभु यीशु मसीह की संगति में बुलाया है॥
प्रेरितों के काम 20:11
और ऊपर जाकर रोटी तोड़ी और खाकर इतनी देर तक उन से बातें करता रहा, कि पौ फट गई; फिर वह चला गया।
प्रेरितों के काम 2:46
और वे प्रति दिन एक मन होकर मन्दिर में इकट्ठे होते थे, और घर घर रोटी तोड़ते हुए आनन्द और मन की सीधाई से भोजन किया करते थे।
यूहन्ना 6:53
यीशु ने उन से कहा; मैं तुम से सच सच कहता हूं जब तक मनुष्य के पुत्र का मांस न खाओ, और उसका लोहू न पीओ, तुम में जीवन नहीं।
मरकुस 14:22
और जब वे खा ही रहे थे तो उस ने रोटी ली, और आशीष मांगकर तोड़ी, और उन्हें दी, और कहा, लो, यह मेरी देह है।