1 Chronicles 23:4
इन में से चौबीस हजार तो यहोवा के भवन का काम चलाने के लिये नियुक्त हुए, और छ: हजार सरदार और न्यायी।
1 Chronicles 23:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
Of which, twenty and four thousand were to set forward the work of the house of the LORD; and six thousand were officers and judges:
American Standard Version (ASV)
Of these, twenty and four thousand were to oversee the work of the house of Jehovah; and six thousand were officers and judges;
Bible in Basic English (BBE)
Of these, twenty-four thousand were to be overseers of the work of the house of the Lord, and six thousand were judges and men of authority;
Darby English Bible (DBY)
Of these, twenty-four thousand were to preside over the work of the house of Jehovah; and six thousand were officers and judges;
Webster's Bible (WBT)
Of which, twenty and four thousand were to oversee the work of the house of the LORD; and six thousand were officers and judges:
World English Bible (WEB)
Of these, twenty-four thousand were to oversee the work of the house of Yahweh; and six thousand were officers and judges;
Young's Literal Translation (YLT)
Of these to preside over the work of the house of Jehovah `are' twenty and four thousand, and officers and judges six thousand,
| Of which, | מֵאֵ֗לֶּה | mēʾēlle | may-A-leh |
| twenty | לְנַצֵּ֙חַ֙ | lĕnaṣṣēḥa | leh-na-TSAY-HA |
| and four | עַל | ʿal | al |
| thousand | מְלֶ֣אכֶת | mĕleʾket | meh-LEH-het |
| forward set to were | בֵּית | bêt | bate |
| יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA | |
| the work | עֶשְׂרִ֥ים | ʿeśrîm | es-REEM |
| house the of | וְאַרְבָּעָ֖ה | wĕʾarbāʿâ | veh-ar-ba-AH |
| of the Lord; | אָ֑לֶף | ʾālep | AH-lef |
| six and | וְשֹֽׁטְרִ֥ים | wĕšōṭĕrîm | veh-shoh-teh-REEM |
| thousand | וְשֹֽׁפְטִ֖ים | wĕšōpĕṭîm | veh-shoh-feh-TEEM |
| were officers | שֵׁ֥שֶׁת | šēšet | SHAY-shet |
| and judges: | אֲלָפִֽים׃ | ʾălāpîm | uh-la-FEEM |
Cross Reference
2 इतिहास 19:8
और यरूशलेम में भी यहोशापात ने लेवियों और याजकों और इस्राएल के पितरों के घरानों के कुछ मुख्य पुरुषों को यहोवा की ओर से न्याय करने और मुकद्दमों को जांचने के लिये ठहराया।
व्यवस्थाविवरण 16:18
तू अपने एक एक गोत्र में से, अपने सब फाटकों के भीतर जिन्हें तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ को देता है न्यायी और सरदार नियुक्त कर लेना, जो लोगों का न्याय धर्म से किया करें।
प्रेरितों के काम 20:28
इसलिये अपनी और पूरे झुंड की चौकसी करो; जिस से पवित्र आत्मा ने तुम्हें अध्यक्ष ठहराया है; कि तुम परमेश्वर की कलीसिया की रखवाली करो, जिसे उस ने अपने लोहू से मोल लिया है।
मलाकी 2:7
क्योंकि याजक को चाहिये कि वह अपने ओंठों से ज्ञान की रक्षा करे, और लोग उसके मुंह से व्यवस्था पूछें, क्योंकि वह सेनाओं के यहोवा का दूत है।
नहेमायाह 11:22
और जो लेवीय यरूशलेम में रहकर परमेश्वर के भवन के काम में लगे रहते थे, उनका मुखिया आसाप के वंश के गवैयों में का उज्जी था, जो बानी का पुत्र था, यह हशब्याह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र और यह हशब्याह का पुत्र था।
नहेमायाह 11:9
इनका रखवाल जिक्री का पुत्र योएल था, और हस्सनूआ का पुत्र यहूदा नगर के प्रधान का नायब था।
एज्रा 3:8
उनके परमेश्वर के भवन में, जो यरूशलेम में है, आने के दूसरे वर्ष के दूसरे महीने में, शालतीएल के पुत्र जरुब्बाबेल ने और योसादाक के पुत्र येशू ने और उनके और भाइयों ने जो याजक और लेवीय थे, और जितने बन्धुआई से यरूशलेम में आए थे उन्होंने भी काम को आरम्भ किया, और बीस वर्ष अथवा उस से अधिक अवस्था के लेवियों को यहोवा के भवन का काम चलाने के लिये नियुक्त किया।
1 इतिहास 26:29
यिसहारियों में से कनन्याह और उसके पुत्र, इस्राएल के देश का काम अर्थात सरदार और न्यायी का काम करने के लिये नियुक्त हुए।
1 इतिहास 26:20
फिर लेवियों में से अहिय्याह परमेश्वर के भवन और पवित्र की हुई वस्तुओं, दोनों के भण्डारों का अधिकारी नियुक्त हुआ।
1 इतिहास 23:28
क्योंकि उनका काम तो हारून की सन्तान की सेवा टहल करना था, अर्थात यह कि वे आंगनों और कोठरियों में, और सब पवित्र वस्तुओं के शुद्ध करने में और परमेश्वर के भवन की उपासना के सब कामों में सेवा टहल करें।
1 इतिहास 9:28
और उन में से कुछ उपासना के पात्रों के अधिकारी थे, क्योंकि ये गिन कर भीतर पहुंचाए, और गिन कर बाहर निकाले भी जाते थे।
1 इतिहास 6:48
और इनके भाई जो लेवीय थे वह परमेश्वर के भवन के निवास की सब प्रकार की सेवा के लिये अर्पण किए हुए थे।
व्यवस्थाविवरण 17:8
यदि तेरी बस्तियों के भीतर कोई झगड़े की बात हो, अर्थात आपस के खून, वा विवाद, वा मारपीट का कोई मुकद्दमा उठे, और उसका न्याय करना तेरे लिये कठिन जान पड़े, तो उस स्थान को जा कर जो तेरा परमेश्वर यहोवा चुन लेगा;