1 Chronicles 17:1
जब दाऊद अपने भवन में रहने लगा, तब दाऊद ने नातान नबी से कहा, देख, मैं तो देवदारु के बने हुए घर में रहता हूँ, परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक तम्बू में रहता है।
1 Chronicles 17:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Now it came to pass, as David sat in his house, that David said to Nathan the prophet, Lo, I dwell in an house of cedars, but the ark of the covenant of the LORD remaineth under curtains.
American Standard Version (ASV)
And it came to pass, when David dwelt in his house, that David said to Nathan the prophet, Lo, I dwell in a house of cedar, but the ark of the covenant of Jehovah `dwelleth' under curtains.
Bible in Basic English (BBE)
Now when David was living in his house, he said to Nathan the prophet, See, I am living in a house of cedar-wood, but the ark of the Lord's agreement is under the curtains of a tent.
Darby English Bible (DBY)
And it came to pass as David dwelt in his house, that David said to Nathan the prophet, Behold, I dwell in a house of cedars, and the ark of the covenant of Jehovah under curtains.
Webster's Bible (WBT)
Now it came to pass, as David sat in his house, that David said to Nathan the prophet, Lo, I dwell in a house of cedars, but the ark of the covenant of the LORD remaineth under curtains.
World English Bible (WEB)
It happened, when David lived in his house, that David said to Nathan the prophet, Behold, I dwell in a house of cedar, but the ark of the covenant of Yahweh [dwells] under curtains.
Young's Literal Translation (YLT)
And it cometh to pass as David sat in his house, that David saith unto Nathan the prophet, `Lo, I am dwelling in a house of cedars, and the ark of the covenant of Jehovah `is' under curtains;'
| Now it came to pass, | וַיְהִ֕י | wayhî | vai-HEE |
| as | כַּֽאֲשֶׁ֛ר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
| David | יָשַׁ֥ב | yāšab | ya-SHAHV |
| sat | דָּוִ֖יד | dāwîd | da-VEED |
| house, his in | בְּבֵית֑וֹ | bĕbêtô | beh-vay-TOH |
| that David | וַיֹּ֨אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
| said | דָּוִ֜יד | dāwîd | da-VEED |
| to | אֶל | ʾel | el |
| Nathan | נָתָ֣ן | nātān | na-TAHN |
| the prophet, | הַנָּבִ֗יא | hannābîʾ | ha-na-VEE |
| Lo, | הִנֵּ֨ה | hinnē | hee-NAY |
| I | אָֽנֹכִ֤י | ʾānōkî | ah-noh-HEE |
| dwell | יוֹשֵׁב֙ | yôšēb | yoh-SHAVE |
| in an house | בְּבֵ֣ית | bĕbêt | beh-VATE |
| cedars, of | הָֽאֲרָזִ֔ים | hāʾărāzîm | ha-uh-ra-ZEEM |
| but the ark | וַֽאֲר֥וֹן | waʾărôn | va-uh-RONE |
| covenant the of | בְּרִית | bĕrît | beh-REET |
| of the Lord | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| remaineth under | תַּ֥חַת | taḥat | TA-haht |
| curtains. | יְרִיעֽוֹת׃ | yĕrîʿôt | yeh-ree-OTE |
Cross Reference
1 इतिहास 17:5
क्योंकि जिस दिन से मैं इस्राएलियों को मिस्र से ले आया, आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा; परन्तु एक तम्बू से दूसरे तम्बू को ओर एक निवास से दूसरे निवास को आया जाया करता हूँ।
1 इतिहास 15:1
तब दाऊद ने दाऊदपुर में भवन बनवाए, और परमेश्वर के सन्दूक के लिये एक स्थान तैयार कर के एक तम्बू खड़ा किया।
2 इतिहास 6:7
मेरे पिता दाऊद की यह मनसा थी कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन बनवाए।
भजन संहिता 132:5
जब तक मैं यहोवा के लिये एक स्थान, अर्थात याकूब के सर्वशक्तिमान के लिये निवास स्थान न पाऊं॥
यिर्मयाह 22:15
तू जो देवदार की लकड़ी का अभिलाषी है, क्या इस रीति से तेरा राज्य स्थिर रहेगा। देख, तेरा पिता न्याय और धर्म के काम करता था, और वह खाता पीता और सुख से भी रहता था!
दानिय्येल 4:4
मैं नबूकदनेस्सर अपने भवन में चैन से और प्रफुल्लित रहता था।
दानिय्येल 4:29
बारह महीने बीतने पर जब वह बाबुल के राजभवन की छत पर टहल रहा था, तब वह कहने लगा,
हाग्गै 1:4
क्या तुम्हारे लिये अपने छत वाले घरों में रहने का समय है, जब कि यह भवन उजाड़ पड़ा है?
हाग्गै 1:9
तुम ने बहुत उपज की आशा रखी, परन्तु देखो थेड़ी ही है; और जब तुम उसे घर ले आए, तब मैं ने उसको उड़ा दिया। सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, ऐसा क्यों हुआ? क्या इसलिये नहीं, कि मेरा भवन उजाड़ पड़ा है और तुम में से प्रत्येक अपने अपने घर को दौड़ा चला जाता है?
प्रेरितों के काम 7:46
उस पर परमेश्वर ने अनुग्रह किया, सो उस ने बिनती की, कि मैं याकूब के परमेश्वर के लिये निवास स्थान ठहराऊं।
2 इतिहास 1:4
परन्तु परमेश्वर के सन्दूक को दाऊद किर्यत्यारीम से उस स्थान पर ले आया था जिसे उसने उसके लिये तैयार किया था, उसने तो उसके लिये यरूशलेम में एक तम्बू खड़ा कराया था।
1 इतिहास 29:29
आादि से अन्त तक राजा दाऊद के सब कामों का वृत्तान्त,
2 शमूएल 6:17
और लोग यहोवा का सन्दूक भीतर ले आए, और उसके स्थान में, अर्थात उस तम्बू में रखा, जो दाऊद ने उसके लिये खड़ा कराया था; और दाऊद ने यहोवा के सम्मुख होमबलि और मेलबलि चढ़ाए।
2 शमूएल 7:1
जब राजा अपने भवन में रहता था, और यहोवा ने उसको उसके चारों ओर के सब शत्रुओं से विश्राम दिया था,
2 शमूएल 12:1
तब यहोवा ने दाऊद के पास नातान को भेजा, और वह उसके पास जा कर कहने लगा, एक नगर में दो मनुष्य रहते थे, जिन में से एक धनी और एक निर्धन था।
2 शमूएल 12:25
और उसने नातान भविष्यद्वक्ता के द्वारा सन्देश भेज दिया; और उसने यहोवा के कारण उसका नाम यदीद्याह रखा।
1 राजा 1:8
परन्तु सादोक याजक यहोयादा का पुत्र बनायाह, नातान नबी, शिमी रेई, और दाऊद के शूरवीरों ने अदोनिय्याह का साथ न दिया।
1 राजा 1:23
और राजा से कहा गया कि नातान नबी हाज़िर है; तब वह राजा के सम्मुख आया, और मुह के बल गिरकर राजा को दण्डवत् की।
1 राजा 1:44
और राजा ने सादोक याजक, नातान नबी और यहोयादा के पुत्र बनायाह और करेतियों और पलेतियों को उसके संग भेज दिया, और उन्होंने उसको राजा के खच्चर पर चढ़ाया है।
1 इतिहास 14:1
और सोर के राजा हीराम ने दाऊद के पास दूत भेजे, और उसका भवन बनाने को देवदारु की लकड़ी और राज और बढ़ई भेजे।
1 इतिहास 16:1
तब परमेश्वर का सन्दूक ले आकर उस तम्बू में रखा गया जो दाऊद ने उसके लिये खड़ा कराया था; और परमेश्वर के साम्हने होमबलि और मेलबलि चढ़ाए गए।
निर्गमन 40:19
और उसने निवास के ऊपर तम्बू को फैलाया, और तम्बू के ऊपर उसने ओढ़ने को लगाया; जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।