1 Chronicles 15:2
तब दाऊद ने कहा, लेवियों को छोड़ और किसी को परमेश्वर का सन्दूक उठाना नहीं चाहिये, क्योंकि यहोवा ने उन को इसी लिये चुना है कि वे परमेश्वर का सन्दूक उठाएं और उसकी सेवा टहल सदा किया करें।
1 Chronicles 15:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
Then David said, None ought to carry the ark of God but the Levites: for them hath the LORD chosen to carry the ark of God, and to minister unto him for ever.
American Standard Version (ASV)
Then David said, None ought to carry the ark of God but the Levites: for them hath Jehovah chosen to carry the ark of God, and to minister unto him for ever.
Bible in Basic English (BBE)
Then David said, The ark of God may not be moved by any but the Levites, for they have been marked out by God to take the ark of God, and to do his work for ever.
Darby English Bible (DBY)
Then David said, None ought to carry the ark of God but the Levites, for them has Jehovah chosen to carry the ark of God, and to serve him for ever.
Webster's Bible (WBT)
Then David said, None ought to carry the ark of God but the Levites: for them hath the LORD chosen to carry the ark of God, and to minister to him for ever.
World English Bible (WEB)
Then David said, None ought to carry the ark of God but the Levites: for them has Yahweh chosen to carry the ark of God, and to minister to him forever.
Young's Literal Translation (YLT)
Then said David, `None `are' to carry the ark of God, except the Levites, for on them hath Jehovah fixed to carry the ark of God, and to serve Him -- unto the age.'
| Then | אָ֚ז | ʾāz | az |
| David | אָמַ֣ר | ʾāmar | ah-MAHR |
| said, | דָּוִ֔יד | dāwîd | da-VEED |
| None | לֹ֤א | lōʾ | loh |
| ought to carry | לָשֵׂאת֙ | lāśēt | la-SATE |
| אֶת | ʾet | et | |
| ark the | אֲר֣וֹן | ʾărôn | uh-RONE |
| of God | הָֽאֱלֹהִ֔ים | hāʾĕlōhîm | ha-ay-loh-HEEM |
| but | כִּ֖י | kî | kee |
| אִם | ʾim | eem | |
| Levites: the | הַלְוִיִּ֑ם | halwiyyim | hahl-vee-YEEM |
| for | כִּי | kî | kee |
| Lord the hath them | בָ֣ם׀ | bām | vahm |
| chosen | בָּחַ֣ר | bāḥar | ba-HAHR |
| to carry | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| לָשֵׂ֞את | lāśēt | la-SATE | |
| the ark | אֶת | ʾet | et |
| God, of | אֲר֧וֹן | ʾărôn | uh-RONE |
| and to minister | יְהוָ֛ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| unto him for | וּֽלְשָׁרְת֖וֹ | ûlĕšortô | oo-leh-shore-TOH |
| ever. | עַד | ʿad | ad |
| עוֹלָֽם׃ | ʿôlām | oh-LAHM |
Cross Reference
व्यवस्थाविवरण 10:8
उस समय यहोवा ने लेवी गोत्र को इसलिये अलग किया कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक उठाया करें, और यहोवा के सम्मुख खड़े हो कर उसकी सेवाटहल किया करें, और उसके नाम से आशीर्वाद दिया करें, जिस प्रकार कि आज के दिन तक होता आ रहा है।
व्यवस्थाविवरण 31:9
फिर मूसा ने यही व्यवस्था लिखकर लेवीय याजकों को, जो यहोवा की वाचा के सन्दूक उठाने वाले थे, और इस्राएल के सब वृद्ध लोगों को सौंप दी।
यिर्मयाह 33:17
यहोवा यों कहता है, दाऊद के कुल में इस्राएल के घराने की गद्दी पर विराजने वाले सदैव बने रहेंगे,
यशायाह 66:21
और उन में से मैं कितने लोगों को याजक और लेवीय पद के लिये भी चुन लूंगा॥
2 इतिहास 35:3
फिर लेवीय जो सब इस्राएलियों को सिखाते और यहोवा के लिये पवित्र ठहरे थे, उन से उसने कहा, तुम पवित्र सन्दूक को उस भवन में रखो जो दाऊद के पुत्र इस्राएल के राजा सुलैमान ने बनवाया था; अब तुम को कन्धों पर बोझ उठाना न होगा। अब अपने परमेश्वर यहोवा की और उसकी प्रजा इस्राएल की सेवा करो।
यहोशू 6:6
सो नून के पुत्र यहोशू ने याजकों को बुलवाकर कहा, वाचा के सन्दूक को उठा लो, और सात याजक यहोवा के सन्दूक के आगे आगे जुबली के सात नरसिंगे लिए चलें।
यहोशू 3:3
प्रजा के लोगों को यह आज्ञा दी, कि जब तुम को अपने परमेश्वर यहोवा की वाचा का सन्दूक और उसे उठाए हुए लेवीय याजक भी देख पड़ें, तब अपने स्थान से कूच करके उसके पीछे पीछे चलना,
गिनती 18:1
फिर यहोवा ने हारून से कहा, कि पवित्रस्थान के अधर्म का भार तुझ पर, और तेरे पुत्रों और तेरे पिता के घराने पर होगा; और तुम्हारा याजक कर्म के अधर्म का भार भी तेरे पुत्रों पर होगा।
गिनती 8:24
जो लेवियों को करना है वह यह है, कि पच्चीस वर्ष की अवस्था से ले कर उससे अधिक आयु में वे मिलापवाले तम्बू सम्बन्धी काम करने के लिये भीतर उपस्थित हुआ करें;
गिनती 8:13
और लेवियों को हारून और उसके पुत्रों के सम्मुख खड़ा करना, और उन को हिलाने की भेंट के लिये यहोवा को अपर्ण करना।
गिनती 7:9
और कहातियों को उसने कुछ न दिया, क्योंकि उनके लिये पवित्र वस्तुओं की यह सेवकाई थी कि वह उसे अपने कन्धों पर उठा लिया करें॥
गिनती 4:19
उसके साथ ऐसा करो, कि जब वे परमपवित्र वस्तुओं के समीप आएं तब न मरें परन्तु जीवित रहें; अर्थात हारून और उसके पुत्र भीतर आकर एक एक के लिये उसकी सेवकाई और उसका भार ठहरा दें,
गिनती 4:2
लेवियों में से कहातियों की, उनके कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार, गिनती करो,