Hebrews 10:33
कुछ तो यों, कि तुम निन्दा, और क्लेश सहते हुए तमाशा बने, और कुछ यों, कि तुम उन के साझी हुए जिन की र्दुदशा की जाती थी।
Hebrews 10:33 in Other Translations
King James Version (KJV)
Partly, whilst ye were made a gazingstock both by reproaches and afflictions; and partly, whilst ye became companions of them that were so used.
American Standard Version (ASV)
partly, being made a gazingstock both by reproaches and afflictions; and partly, becoming partakers with them that were so used.
Bible in Basic English (BBE)
In part, in being attacked by angry words and cruel acts, before the eyes of everyone, and in part, in being united with those who were attacked in this way.
Darby English Bible (DBY)
on the one hand, when ye were made a spectacle both in reproaches and afflictions; and on the other, when ye became partakers with those who were passing through them.
World English Bible (WEB)
partly, being exposed to both reproaches and oppressions; and partly, becoming partakers with those who were treated so.
Young's Literal Translation (YLT)
partly both with reproaches and tribulations being made spectacles, and partly having become partners of those so living,
| τοῦτο | touto | TOO-toh | |
| Partly, | μὲν | men | mane |
| gazingstock a made were ye whilst | ὀνειδισμοῖς | oneidismois | oh-nee-thee-SMOOS |
| both | τε | te | tay |
| by reproaches | καὶ | kai | kay |
| and | θλίψεσιν | thlipsesin | THLEE-psay-seen |
| afflictions; | θεατριζόμενοι | theatrizomenoi | thay-ah-tree-ZOH-may-noo |
| and | τοῦτο | touto | TOO-toh |
| partly, | δὲ | de | thay |
| whilst ye became | κοινωνοὶ | koinōnoi | koo-noh-NOO |
| companions | τῶν | tōn | tone |
were that them of | οὕτως | houtōs | OO-tose |
| so | ἀναστρεφομένων | anastrephomenōn | ah-na-stray-foh-MAY-none |
| used. | γενηθέντες | genēthentes | gay-nay-THANE-tase |
Cross Reference
1 Corinthians 4:9
मेरी समझ में परमेश्वर ने हम प्रेरितों को सब के बाद उन लोगों की नाईं ठहराया है, जिन की मृत्यु की आज्ञा हो चुकी हो; क्योंकि हम जगत और स्वर्गदूतों और मनुष्यों के लिये एक तमाशा ठहरे हैं।
1 Thessalonians 2:14
इसलिये कि तुम, हे भाइयो, परमेश्वर की उन कलीसियाओं की सी चाल चलने लगे, जो यहूदिया में मसीह यीशु में हैं, क्योंकि तुम ने भी अपने लोगों से वैसा ही दुख पाया, जैसा उन्होंने यहूदियों से पाया था।
Philippians 4:14
तौभी तुम ने भला किया, कि मेरे क्लेश में मेरे सहभागी हुए।
Hebrews 13:13
सो आओ उस की निन्दा अपने ऊपर लिए हुए छावनी के बाहर उसके पास निकल चलें।
Hebrews 11:36
कई एक ठट्ठों में उड़ाए जाने; और कोड़े खाने; वरन बान्धे जाने; और कैद में पड़ने के द्वारा परखे गए।
Hebrews 11:26
और मसीह के कारण निन्दित होने को मिसर के भण्डार से बड़ा धन समझा: क्योंकि उस की आंखे फल पाने की ओर लगी थीं।
2 Timothy 1:16
उनेसिफुरूस के घराने पर प्रभु दया करे, क्योंकि उस ने बहुत बार मेरे जी को ठंडा किया, और मेरी जंजीरों से लज्ज़ित न हुआ।
2 Timothy 1:8
इसलिये हमारे प्रभु की गवाही से, और मुझ से जो उसका कैदी हूं, लज्ज़ित न हो, पर उस परमेश्वर की सामर्थ के अनुसार सुसमाचार के लिये मेरे साथ दुख उठा।
Philippians 1:7
उचित है, कि मैं तुम सब के लिये ऐसा ही विचार करूं क्योंकि तुम मेरे मन में आ बसे हो, और मेरी कैद में और सुसमाचार के लिये उत्तर और प्रमाण देने में तुम सब मेरे साथ अनुग्रह में सहभागी हो।
2 Corinthians 12:10
इस कारण मैं मसीह के लिये निर्बलताओं, और निन्दाओं में, और दरिद्रता में, और उपद्रवों में, और संकटों में, प्रसन्न हूं; क्योंकि जब मैं निर्बल होता हूं, तभी बलवन्त होता हूं॥
Zechariah 3:8
हे यहोशू महायाजक, तू सुन ले, और तेरे भाईबन्धु जो तेरे साम्हने खड़े हैं वे भी सुनें, क्योंकि वे मनुष्य शुभ शकुन हैं: सुनो, मैं अपने दास शाख को प्रगट करूंगा।
Nahum 3:6
मैं तुझ पर घिनौनी वस्तुएं फेंक कर तुझे तुच्छ कर दूंगा, और सब से तेरी हंसी कराऊंगा।
Isaiah 51:7
हे धर्म के जानने वालो, जिनके मन में मेरी व्यवस्था है, तुम कान लगाकर मेरी सुनो; मनुष्यों की नामधराई से मत डरो, और उनके निन्दा करने से विस्मित न हो।
Psalm 89:51
तेरे उन शत्रुओं ने तो हे यहोवा तेरे अभिषिक्त के पीछे पड़ कर उसकी नामधराई की है॥
Psalm 79:12
और हे प्रभु, हमारे पड़ोसियों ने जो तेरी निन्दा की है, उसका सातगुणा बदला उन को दे!
Psalm 74:22
हे परमेश्वर उठ, अपना मुकद्दमा आप ही लड़; तेरी जो नामधराई मूढ़ से दिन भर होती रहती है, उसे स्मरण कर।
Psalm 71:7
मैं बहुतों के लिये चमत्कार बना हूं; परन्तु तू मेरा दृढ़ शरण स्थान है।
Psalm 69:9
क्योंकि मैं तेरे भवन के निमित्त जलते जलते भस्म हुआ, और जो निन्दा वे तेरी करते हैं, वही निन्दा मुझ को सहनी पड़ी है।