Genesis 29:30
तब याकूब राहेल के पास भी गया, और उसकी प्रीति लिआ: से अधिक उसी पर हुई, और उसने लाबान के साथ रहकर सात वर्ष और उसकी सेवा की॥
Genesis 29:30 in Other Translations
King James Version (KJV)
And he went in also unto Rachel, and he loved also Rachel more than Leah, and served with him yet seven other years.
American Standard Version (ASV)
And he went in also unto Rachel, and he loved also Rachel more than Leah, and served with him yet seven other years.
Bible in Basic English (BBE)
Then Jacob took Rachel as his wife, and his love for her was greater than his love for Leah; and he went on working for Laban for another seven years.
Darby English Bible (DBY)
And he went in also to Rachel; and he loved also Rachel more than Leah. And he served with him yet seven other years.
Webster's Bible (WBT)
And he went in also to Rachel, and he loved also Rachel more than Leah, and served with him yet seven other years.
World English Bible (WEB)
He went in also to Rachel, and he loved also Rachel more than Leah, and served with him yet seven other years.
Young's Literal Translation (YLT)
And he goeth in also unto Rachel, and he also loveth Rachel more than Leah; and he serveth with him yet seven other years.
| And he went in | וַיָּבֹא֙ | wayyābōʾ | va-ya-VOH |
| also | גַּ֣ם | gam | ɡahm |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| Rachel, | רָחֵ֔ל | rāḥēl | ra-HALE |
| and he loved | וַיֶּֽאֱהַ֥ב | wayyeʾĕhab | va-yeh-ay-HAHV |
| also | גַּֽם | gam | ɡahm |
| אֶת | ʾet | et | |
| Rachel | רָחֵ֖ל | rāḥēl | ra-HALE |
| more than Leah, | מִלֵּאָ֑ה | millēʾâ | mee-lay-AH |
| and served | וַיַּֽעֲבֹ֣ד | wayyaʿăbōd | va-ya-uh-VODE |
| with | עִמּ֔וֹ | ʿimmô | EE-moh |
| him yet | ע֖וֹד | ʿôd | ode |
| seven | שֶֽׁבַע | šebaʿ | SHEH-va |
| other | שָׁנִ֥ים | šānîm | sha-NEEM |
| years. | אֲחֵרֽוֹת׃ | ʾăḥērôt | uh-hay-ROTE |
Cross Reference
Genesis 31:41
बीस वर्ष तक मैं तेरे घर में रहो; चौदह वर्ष तो मैं ने तेरी दोनो बेटियों के लिये, और छ: वर्ष तेरी भेड़-बकरियों के लिये सेवा की: और तू ने मेरी मजदूरी को दस बार बदल डाला।
Genesis 29:20
सो याकूब ने राहेल के लिये सात बरस सेवा की; और वे उसको राहेल की प्रीति के कारण थोड़े ही दिनों के बराबर जान पड़े।
Genesis 29:18
सो याकूब ने, जो राहेल से प्रीति रखता था, कहा, मैं तेरी छोटी बेटी राहेल के लिये सात बरस तेरी सेवा करूंगा।
John 12:25
जो अपने प्राण को प्रिय जानता है, वह उसे खो देता है; और जो इस जगत में अपने प्राण को अप्रिय जानता है; वह अनन्त जीवन के लिये उस की रक्षा करेगा।
Luke 14:26
यदि कोई मेरे पास आए, और अपने पिता और माता और पत्नी और लड़के बालों और भाइयों और बहिनों बरन अपने प्राण को भी अप्रिय न जाने, तो वह मेरा चेला नहीं हो सकता।
Matthew 10:37
जो माता या पिता को मुझ से अधिक प्रिय जानता है, वह मेरे योग्य नहीं और जो बेटा या बेटी को मुझ से अधिक प्रिय जानता है, वह मेरे योग्य नहीं।
Matthew 6:24
कोई मनुष्य दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकता, क्योंकि वह एक से बैर ओर दूसरे से प्रेम रखेगा, वा एक से मिला रहेगा और दूसरे को तुच्छ जानेगा; “तुम परमेश्वर और धन दोनो की सेवा नहीं कर सकते”।
Hosea 12:12
याकूब अराम के मैदान में भाग गया था; वहां इस्राएल ने एक पत्नी के लिये सेवा की, और पत्नी के लिये वह चरवाही करता था।
1 Samuel 18:17
और शाऊल ने यह सोचकर, कि मेरा हाथ नहीं, वरन पलिश्तियों ही का हाथ दाऊद पर पड़े, उस से कहा, सुन, मैं अपनी बड़ी बेटी मेरब को तुझे ब्याह दूंगा; इतना कर, कि तू मेरे लिये वीरता के साथ यहोवा की ओर से युद्ध कर।
Deuteronomy 21:15
यदि किसी पुरूष की दो पत्नियां हों, और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो, और प्रिया और अप्रिया दोनों स्त्रियां बेटे जने, परन्तु जेठा अप्रिया का हो,
Genesis 44:27
तब तेरे दास मेरे पिता ने हम से कहा, तुम तो जानते हो कि मेरी स्त्री से दो पुत्र उत्पन्न हुए।
Genesis 44:20
और हम ने अपने प्रभु से कहा, हां, हमारा बूढ़ा पिता तो है, और उसके बुढ़ापे का एक छोटा सा बालक भी है, परन्तु उसका भाई मर गया है, इसलिये वह अब अपनी माता का अकेला ही रह गया है, और उसका पिता उससे स्नेह रखता है।
Genesis 31:15
क्या हम उसकी दृष्टि में पराये न ठहरीं? देख, उसने हम को तो बेच डाला, और हमारे रूपे को खा बैठा है।
Genesis 30:25
जब राहेल से यूसुफ उत्पन्न हुआ, तब याकूब ने लाबान से कहा, मुझे विदा कर, कि मैं अपने देश और स्थान को जाऊं।
Genesis 29:31
जब यहोवा ने देखा, कि लिआ: अप्रिय हुई, तब उसने उसकी कोख खोली, पर राहेल बांझ रही।