Genesis 18:23 in Hindi

Hindi Hindi Bible Genesis Genesis 18 Genesis 18:23

Genesis 18:23
तब इब्राहीम उसके समीप जा कर कहने लगा, क्या सचमुच दुष्ट के संग धर्मी को भी नाश करेगा?

Genesis 18:22Genesis 18Genesis 18:24

Genesis 18:23 in Other Translations

King James Version (KJV)
And Abraham drew near, and said, Wilt thou also destroy the righteous with the wicked?

American Standard Version (ASV)
And Abraham drew near, and said, Wilt thou consume the righteous with the wicked?

Bible in Basic English (BBE)
And Abraham came near, and said, Will you let destruction come on the upright with the sinners?

Darby English Bible (DBY)
And Abraham drew near, and said, Wilt thou also cause the righteous to perish with the wicked?

Webster's Bible (WBT)
And Abraham drew near, and said, Wilt thou also destroy the righteous with the wicked?

World English Bible (WEB)
Abraham drew near, and said, "Will you consume the righteous with the wicked?

Young's Literal Translation (YLT)
And Abraham draweth nigh and saith, `Dost Thou also consume righteous with wicked?

And
Abraham
וַיִּגַּ֥שׁwayyiggašva-yee-ɡAHSH
drew
near,
אַבְרָהָ֖םʾabrāhāmav-ra-HAHM
and
said,
וַיֹּאמַ֑רwayyōʾmarva-yoh-MAHR
also
thou
Wilt
הַאַ֣ףhaʾapha-AF
destroy
תִּסְפֶּ֔הtispetees-PEH
the
righteous
צַדִּ֖יקṣaddîqtsa-DEEK
with
עִםʿimeem
the
wicked?
רָשָֽׁע׃rāšāʿra-SHA

Cross Reference

Numbers 16:22
तब वे मुंह के बल गिरके कहने लगे, हे ईश्वर, हे सब प्राणियों के आत्माओं के परमेश्वर, क्या एक पुरूष के पाप के कारण तेरा क्रोध सारी मण्डली पर होगा?

2 Samuel 24:17
तो जब प्रजा का नाश करने वाला दूत दाऊद को दिखाई पड़ा, तब उसने यहोवा से कहा, देख, पाप तो मैं ही ने किया, और कुटिलता मैं ही ने की है; परन्तु इन भेड़ों ने क्या किया है? सो तेरा हाथ मेरे और मेरे पिता के घराने के विरुद्ध हो।

Genesis 20:4
परन्तु अबीमेलेक तो उसके पास न गया था: सो उसने कहा, हे प्रभु, क्या तू निर्दोष जाति का भी घात करेगा?

Psalm 11:4
परमेश्वर अपने पवित्र भवन में है; परमेश्वर का सिंहासन स्वर्ग में है; उसकी आंखें मनुष्य की सन्तान को नित देखती रहती हैं और उसकी पलकें उन को जांचती हैं।

James 5:17
एलिय्याह भी तो हमारे समान दुख-सुख भोगी मनुष्य था; और उस ने गिड़िगड़ा कर प्रार्थना की; कि मेंह न बरसे; और साढ़े तीन वर्ष तक भूमि पर मेंह नहीं बरसा।

Hebrews 10:22
तो आओ; हम सच्चे मन, और पूरे विश्वास के साथ, और विवेक को दोष दूर करने के लिये हृदय पर छिड़काव लेकर, और देह को शुद्ध जल से धुलवा कर परमेश्वर के समीप जाएं।

Romans 3:5
सो यदि हमारा अधर्म परमेश्वर की धामिर्कता ठहरा देता है, तो हम क्या कहें ?क्या यह कि परमेश्वर जो क्रोध करता है अन्यायी है? यह तो मैं मनुष्य की रीति पर कहता हूं।

Jeremiah 30:21
उनका महापुरुष उन्हीं में से होगा, और जो उन पर प्रभुता करेगा, वह उन्हीं में से उत्पन्न होगा; मैं उसे अपने निकट बुलाऊंगा, और वह मेरे समीप आ भी जाएगा, क्योंकि कौन है जो अपने आप मेरे समीप आ सकता है? यहोवा की यही वाणी है।

Psalm 73:28
परन्तु परमेश्वर के समीप रहना, यही मेरे लिये भला है; मैं ने प्रभु यहोवा को अपना शरणस्थान माना है, जिस से मैं तेरे सब कामों का वर्णन करूं॥

Job 34:17
जो न्याय का बैरी हो, क्या वह शासन करे? जो पूर्ण धमीं है, क्या तू उसे दुष्ट ठहराएगा?

Job 8:3
क्या ईश्वर अन्याय करता है? और क्या सर्वशक्तिमान धर्म को उलटा करता है?

Genesis 18:25
इस प्रकार का काम करना तुझ से दूर रहे कि दुष्ट के संग धर्मी को भी मार डाले और धर्मी और दुष्ट दोनों की एक ही दशा हो। यह तुझ से दूर रहे: क्या सारी पृथ्वी का न्यायी न्याय न करे?