Galatians 2:4 in Hindi

Hindi Hindi Bible Galatians Galatians 2 Galatians 2:4

Galatians 2:4
और यह उन झूठे भाइयों के कारण हुआ, जो चोरी से घुस आए थे, कि उस स्वतंत्रता का जो मसीह यीशु में हमें मिली है, भेद लेकर हमें दास बनाएं।

Galatians 2:3Galatians 2Galatians 2:5

Galatians 2:4 in Other Translations

King James Version (KJV)
And that because of false brethren unawares brought in, who came in privily to spy out our liberty which we have in Christ Jesus, that they might bring us into bondage:

American Standard Version (ASV)
and that because of the false brethren privily brought in, who came in privily to spy out our liberty which we have in Christ Jesus, that they might bring us into bondage:

Bible in Basic English (BBE)
And that because of the false brothers let in secretly, who came searching out our free condition which we have in Christ Jesus, so that they might make servants of us;

Darby English Bible (DBY)
and [it was] on account of the false brethren brought in surreptitiously, who came in surreptitiously to spy out our liberty which we have in Christ Jesus, that they might bring us into bondage;

World English Bible (WEB)
This was because of the false brothers secretly brought in, who stole in to spy out our liberty which we have in Christ Jesus, that they might bring us into bondage;

Young's Literal Translation (YLT)
and `that' because of the false brethren brought in unawares, who did come in privily to spy out our liberty that we have in Christ Jesus, that us they might bring under bondage,

And
that
διὰdiathee-AH
because
of
δὲdethay
false
brethren
τοὺςtoustoos

παρεισάκτουςpareisaktouspa-ree-SAHK-toos
in,
brought
unawares
ψευδαδέλφουςpseudadelphouspsave-tha-THALE-foos
who
οἵτινεςhoitinesOO-tee-nase
came
in
privily
παρεισῆλθονpareisēlthonpa-ree-SALE-thone
out
spy
to
κατασκοπῆσαιkataskopēsaika-ta-skoh-PAY-say
our
τὴνtēntane

ἐλευθερίανeleutherianay-layf-thay-REE-an
liberty
ἡμῶνhēmōnay-MONE
which
ἣνhēnane
we
have
ἔχομενechomenA-hoh-mane
in
ἐνenane
Christ
Χριστῷchristōhree-STOH
Jesus,
Ἰησοῦiēsouee-ay-SOO
that
ἵναhinaEE-na
they
might
bring
into
bondage:
ἡμᾶςhēmasay-MAHS
us
καταδουλώσωνταιkatadoulōsōntaika-ta-thoo-LOH-sone-tay

Cross Reference

Jude 1:4
क्योंकि कितने ऐसे मनुष्य चुपके से हम में आ मिले हैं, जिन के इस दण्ड का वर्णन पुराने समय में पहिले ही से लिखा गया था: ये भक्तिहीन हैं, और हमारे परमेश्वर के अनुग्रह को लुचपन में बदल डालते हैं, और हमारे अद्वैत स्वामी और प्रभु यीशु मसीह का इन्कार करते हैं॥

Galatians 5:1
मसीह ने स्वतंत्रता के लिये हमें स्वतंत्र किया है; सो इसी में स्थिर रहो, और दासत्व के जूए में फिर से न जुतो॥

2 Corinthians 11:26
मैं बार बार यात्राओं में; नदियों के जोखिमों में; डाकुओं के जोखिमों में; अपने जाति वालों से जोखिमों में; अन्यजातियों से जोखिमों में; नगरों में के जाखिमों में; जंगल के जोखिमों में; समुद्र के जाखिमों में; झूठे भाइयों के बीच जोखिमों में;

2 Corinthians 11:20
क्योंकि जब तुम्हें कोई दास बना लेता है, या खा जाता है, या फसा लेता है, या अपने आप को बड़ा बनाता है, या तुम्हारे मुंह पर थप्पड़ मारता है, तो तुम सह लेते हो।

Acts 15:24
हम ने सुना है, कि हम में से कितनों ने वहां जाकर, तुम्हें अपनी बातों से घबरा दिया; और तुम्हारे मन उलट दिए हैं परन्तु हम ने उन को आज्ञा नहीं दी थी।

Acts 15:1
फिर कितने लोग यहूदिया से आकर भाइयों को सिखाने लगे कि यदि मूसा की रीति पर तुम्हारा खतना न हो तो तुम उद्धार नहीं पा सकते।

2 Corinthians 11:13
क्योंकि ऐसे लोग झूठे प्रेरित, और छल से काम करने वाले, और मसीह के प्रेरितों का रूप धरने वाले हैं।

Galatians 4:3
वैसे ही हम भी, जब बालक थे, तो संसार की आदि शिक्षा के वश में होकर दास बने हुए थे।

Galatians 4:25
और हाजिरा मानो अरब का सीनै पहाड़ है, और आधुनिक यरूशलेम उसके तुल्य है, क्योंकि वह अपने बालकों समेत दासत्व में है।

Galatians 5:12
भला होता, कि जो तुम्हें डांवाडोल करते हैं, वे काट डाले जाते!

1 John 4:1
हे प्रियों, हर एक आत्मा की प्रतीति न करो: वरन आत्माओं को परखो, कि वे परमेश्वर की ओर से हैं कि नहीं; क्योंकि बहुत से झूठे भविष्यद्वक्ता जगत में निकल खड़े हुए हैं।

2 Peter 2:19
वे उन्हें स्वतंत्र होने की प्रतिज्ञा तो देते हैं, पर आप ही सड़ाहट के दास हैं, क्योंकि जो व्यक्ति जिस से हार गया है, वह उसका दास बन जाता है।

2 Peter 2:1
और जिस प्रकार उन लोगों में झूठे भविष्यद्वक्ता थे उसी प्रकार तुम में भी झूठे उपदेशक होंगे, जो नाश करने वाले पाखण्ड का उद्घाटन छिप छिपकर करेंगे और उस स्वामी का जिस ने उन्हें मोल लिया है इन्कार करेंगे और अपने आप को शीघ्र विनाश में डाल देंगे।

1 Peter 2:16
और अपने आप को स्वतंत्र जानो पर अपनी इस स्वतंत्रता को बुराई के लिये आड़ न बनाओ, परन्तु अपने आप को परमेश्वर के दास समझ कर चलो।

Psalm 119:45
और मैं चोड़े स्थान में चला फिरा करूंगा, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों की सुधि रखी है।

Isaiah 51:23
और मैं उसे तेरे उन दु:ख देने वालों के हाथ में दूंगा, जिन्होंने तुझ से कहा, लेट जा, कि हम तुझ पर पांव धरकर आगे चलें; और तू ने औंधे मुंह गिरकर अपनी पीठ को भूमि और आगे चलने वालों के लिये सड़क बना दिया॥

John 8:31
तब यीशु ने उन यहूदियों से जिन्हों ने उन की प्रतीति की थी, कहा, यदि तुम मेरे वचन में बने रहोगे, तो सचमुच मेरे चेले ठहरोगे।

Acts 20:30
तुम्हारे ही बीच में से भी ऐसे ऐसे मनुष्य उठेंगे, जो चेलों को अपने पीछे खींच लेने को टेढ़ी मेढ़ी बातें कहेंगे।

Romans 8:15
क्योंकि तुम को दासत्व की आत्मा नहीं मिली, कि फिर भयभीत हो परन्तु लेपालकपन की आत्मा मिली है, जिस से हम हे अब्बा, हे पिता कह कर पुकारते हैं।

2 Corinthians 3:17
प्रभु तो आत्मा है: और जहां कहीं प्रभु का आत्मा है वहां स्वतंत्रता है।

2 Corinthians 11:17
इस बेधड़क घमण्ड से बोलने में जो कुछ मैं कहता हूं वह प्रभू की आज्ञा के अनुसार नहीं पर मानों मूर्खता से ही कहता हूं।

Galatians 3:23
पर विश्वास के आने से पहिले व्यवस्था की आधीनता में हमारी रखवाली होती थी, और उस विश्वास के आने तक जो प्रगट होने वाला था, हम उसी के बन्धन में रहे।

Galatians 4:9
पर अब जो तुम ने परमेश्वर को पहचान लिया वरन परमेश्वर ने तुम को पहचाना, तो उन निर्बल और निकम्मी आदि-शिक्षा की बातों की ओर क्यों फिरते हो, जिन के तुम दोबारा दास होना चाहते हो?

Galatians 5:10
मैं प्रभु पर तुम्हारे विषय में भरोसा रखता हूं, कि तुम्हारा कोई दूसरा विचार न होगा; परन्तु जो तुम्हें घबरा देता है, वह कोई क्यों न हो दण्ड पाएगा।

2 Timothy 3:6
इन्हीं में से वे लोग हैं, जो घरों में दबे पांव घुस आते हैं और छिछौरी स्त्रियों को वश में कर लेते हैं, जो पापों से दबी और हर प्रकार की अभिलाषाओं के वश में हैं।

Psalm 51:12
अपने किए हुए उद्धार का हर्ष मुझे फिर से दे, और उदार आत्मा देकर मुझे सम्भाल॥