Ezekiel 6:2 in Hindi

Hindi Hindi Bible Ezekiel Ezekiel 6 Ezekiel 6:2

Ezekiel 6:2
हे मनुष्य के सन्तान अपना मुख इस्राएल के पहाड़ों की ओर कर के उनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर,

Ezekiel 6:1Ezekiel 6Ezekiel 6:3

Ezekiel 6:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
Son of man, set thy face toward the mountains of Israel, and prophesy against them,

American Standard Version (ASV)
Son of man, set thy face toward the mountains of Israel, and prophesy unto them,

Bible in Basic English (BBE)
Son of man, let your face be turned to the mountains of Israel, and be a prophet to them, and say,

Darby English Bible (DBY)
Son of man, set thy face toward the mountains of Israel, and prophesy against them,

World English Bible (WEB)
Son of man, set your face toward the mountains of Israel, and prophesy to them,

Young's Literal Translation (YLT)
`Son of man, set thy face unto mountains of Israel, and prophesy concerning them:

Son
בֶּןbenben
of
man,
אָדָ֕םʾādāmah-DAHM
set
שִׂ֥יםśîmseem
thy
face
פָּנֶ֖יךָpānêkāpa-NAY-ha
toward
אֶלʾelel
mountains
the
הָרֵ֣יhārêha-RAY
of
Israel,
יִשְׂרָאֵ֑לyiśrāʾēlyees-ra-ALE
and
prophesy
וְהִנָּבֵ֖אwĕhinnābēʾveh-hee-na-VAY
against
אֲלֵיהֶֽם׃ʾălêhemuh-lay-HEM

Cross Reference

Ezekiel 37:22
और मैं उन को उस देश अर्थात इस्राएल के पहाड़ों पर एक ही जाति कर दूंगा; और उन सभों का एक ही राजा होगा; और वे फिर दो न रहेंगे और न दो राज्यों में कभी बटेंगे।

Ezekiel 36:1
फिर हे मनुष्य के सन्तान, तू इस्राएल के पहाड़ों से भविष्यद्वाणी कर के कह, हे इस्राएल के पहाड़ो, यहोवा का वचन सुनो।

Ezekiel 35:12
और तू जानेगा, कि मुझ यहोवा ने तेरी सब तिरस्कार की बातें सुनी हैं, जो तू ने इस्राएल के पहाड़ों के विषय में कहीं, कि, वे तो उजड़ गए, वे हम ही को दिए गए हैं कि हम उन्हें खा डालें।

Ezekiel 34:14
मैं उन्हें अच्छी चराई में चराऊंगा, और इस्राएल के ऊंचे ऊंचे पहाड़ों पर उन को चराई मिलेगी; वहां वे अच्छी हरियाली में बैठा करेंगी, और इस्राएल के पहाड़ों पर उत्तम से उत्तम चराई चरेंगी।

Ezekiel 33:28
और मैं उस देश को उजाड़ ही उजाड़ कर दूंगा; और उसके बल का घमण्ड जाता रहेगा; और इस्राएल के पहाड़ ऐसे उजड़ेंगे कि उन पर हो कर कोई न चलेगा।

Ezekiel 25:2
हे मनुष्य के सन्तान, अम्मोनियों की ओर मुंह कर के उनके विषय में भविष्यद्वाणी कर।

Ezekiel 21:2
हे मनुष्य के सन्तान, अपना मुख यरूशलेम की ओर कर और पवित्र स्थानों की ओर वचन सुना; इस्राएल देश के विषय में भविष्यद्वाणी कर और उस से कह,

Ezekiel 20:46
हे मनुष्य के सन्तान, अपना मुख दक्खिन की ओर कर, दक्खिन की ओर वचन सुना, और दक्खिन देश के वन के विषय में भविष्यद्वाणी कर;

Ezekiel 19:9
तब वे उसके नकेल डाल कर और कठघरे में बन्द कर के बाबुल के राजा के पास ले गए, और गढ़ में बन्द किया, कि उसका बोल इस्राएल के पहाड़ी देश में फिर सुनाई न दे।

Ezekiel 13:17
फिर हे मनुष्य के सन्तान, तू अपने लोगों की स्त्रियों से विमुख हो कर, जो अपने ही मन से भविष्यद्वाणी करती हे; उनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर के कह,

Micah 6:1
जो बात यहोवा कहता है, उसे सुनो : उठ कर, पहाड़ों के साम्हने वादविवाद कर, और टीले भी तेरी सुनने पाएं।

Ezekiel 38:2
हे मनुष्य के सन्तान, अपना मुंह मागोग देश के गोग की ओर कर के, जो रोश, मेशेक और तूबल का प्रधान है, उसके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर।

Ezekiel 4:7
और तू यरूशलेम के घेरने के लिये बांह उघाड़े हुए अपना मुंह उधर कर के उसके विरुद्ध भविष्यद्वाणी करना।

Joshua 11:21
उस समय यहोशू ने पहाड़ी देश में आकर हेब्रोन, दबीर, अनाब, वरन यहूदा और इस्राएल दोनों के सारे पहाड़ी देश में रहने वाले अनाकियों को नाश किया; यहोशू ने नगरों समेत उन्हें सत्यानाश कर डाला।