Ezekiel 18:6
और न तो पहाड़ों पर भोजन किया हो, न इस्राएल के घराने की मूरतों की ओर आंखें उठाई हों; न पराई स्त्री को बिगाड़ा हो, और न ऋतुमती के पास गया हो,
Ezekiel 18:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
And hath not eaten upon the mountains, neither hath lifted up his eyes to the idols of the house of Israel, neither hath defiled his neighbour's wife, neither hath come near to a menstruous woman,
American Standard Version (ASV)
and hath not eaten upon the mountains, neither hath lifted up his eyes to the idols of the house of Israel, neither hath defiled his neighbor's wife, neither hath come near to a woman in her impurity,
Bible in Basic English (BBE)
And has not taken flesh with the blood for food, or given worship to the images of the children of Israel; if he has not had connection with his neighbour's wife, or come near to a woman at the time when she is unclean;
Darby English Bible (DBY)
-- he hath not eaten upon the mountains, nor lifted up his eyes to the idols of the house of Israel, neither hath defiled his neighbour's wife, nor come near to a woman in her separation,
World English Bible (WEB)
and has not eaten on the mountains, neither has lifted up his eyes to the idols of the house of Israel, neither has defiled his neighbor's wife, neither has come near to a woman in her impurity,
Young's Literal Translation (YLT)
On the mountains he hath not eaten, And his eyes he hath not lifted up Unto idols of the house of Israel, And the wife of his neighbour defiled not, And to a separated woman cometh not near,
| And hath not | אֶל | ʾel | el |
| eaten | הֶֽהָרִים֙ | hehārîm | heh-ha-REEM |
| upon | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| the mountains, | אָכָ֔ל | ʾākāl | ah-HAHL |
| neither | וְעֵינָיו֙ | wĕʿênāyw | veh-ay-nav |
| up lifted hath | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| his eyes | נָשָׂ֔א | nāśāʾ | na-SA |
| to | אֶל | ʾel | el |
| the idols | גִּלּוּלֵ֖י | gillûlê | ɡee-loo-LAY |
| house the of | בֵּ֣ית | bêt | bate |
| of Israel, | יִשְׂרָאֵ֑ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| neither | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| hath defiled | אֵ֤שֶׁת | ʾēšet | A-shet |
| his neighbour's | רֵעֵ֙הוּ֙ | rēʿēhû | ray-A-HOO |
| wife, | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| neither | טִמֵּ֔א | ṭimmēʾ | tee-MAY |
| hath come near | וְאֶל | wĕʾel | veh-EL |
| to | אִשָּׁ֥ה | ʾiššâ | ee-SHA |
| a menstruous | נִדָּ֖ה | niddâ | nee-DA |
| woman, | לֹ֥א | lōʾ | loh |
| יִקְרָֽב׃ | yiqrāb | yeek-RAHV |
Cross Reference
Ezekiel 18:15
अर्थात न तो पहाड़ों पर भोजन किया हो, न इस्राएल के घराने की मूरतों की ओर आंख उठाई हो, न पराई स्त्री को बिगाड़ा हो,
Ezekiel 20:24
क्योंकि उन्होंने मेरे नियम न माने, मेरी विधियों को तुच्छ जाना, मेरे विश्रामदिनों को अपवित्र किया, और अपने पुरखाओं की मूरतों की ओर उनकी आंखें लगी रहीं।
Ezekiel 6:13
और जब हर एक ऊंची पहाड़ी और पहाड़ों की हर एक चोटी पर, और हर एक हरे पेड़ के नीचे, और हर एक घने बांजवृक्ष की छाया में, जहां जहां वे अपनी सब मूरतों को सुखदायक सुगन्ध द्रव्य चढ़ाते हैं, वहां उनके मारे हुए लोग अपनी वेदियों के आस पास अपनी मूरतों के बीच में पड़े रहेंगे; तब तुम लोग जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ।
Deuteronomy 4:19
वा जब तुम आकाश की ओर आंखे उठा कर, सूर्य, चंद्रमा, और तारों को, अर्थात आकाश का सारा तारागण देखो, तब बहककर उन्हें दण्डवत करके उनकी सेवा करने लगो जिन को तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने धरती पर के सब देश वालों के लिये रखा है।
Ezekiel 18:11
और ऊपर कहे हुए उचित कामों का करने वाला न हो, और पहाड़ों पर भोजन किया हो, पराई स्त्री को बिगाड़ा हो,
Ezekiel 22:9
तुझ में लुच्चे लोग हत्या करने का तत्पर हुए, और तेरे लोगों ने पहाड़ों पर भोजन किया है; तेरे बीच महापाप किया गया है।
Hebrews 13:4
विवाह सब में आदर की बात समझी जाए, और बिछौना निष्कलंक रहे; क्योंकि परमेश्वर व्यभिचारियों, और परस्त्रीगामियों का न्याय करेगा।
Galatians 5:19
शरीर के काम तो प्रगट हैं, अर्थात व्यभिचार, गन्दे काम, लुचपन।
1 Corinthians 10:20
नहीं, वरन यह, कि अन्यजाति जो बलिदान करते हैं, वे परमेश्वर के लिये नहीं, परन्तु दुष्टात्माओं के लिये बलिदान करते हैं: और मैं नहीं चाहता, कि तुम दुष्टात्माओं के सहभागी हो।
1 Corinthians 6:9
क्या तुम नहीं जानते, कि अन्यायी लोग परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे? धोखा न खाओ, न वेश्यागामी, न मूर्तिपूजक, न परस्त्रीगामी, न लुच्चे, न पुरूषगामी।
Matthew 5:28
परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि जो कोई किसी स्त्री पर कुदृष्टि डाले वह अपने मन में उस से व्यभिचार कर चुका।
Ezekiel 33:25
इस कारण तू उन से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, तुम लोग तो मांस लोहू समेत खाते और अपनी मूरतों की ओर दृष्टि करते, और हत्या करते हो; फिर क्या तुम उस देश के अधिकारी रहने पाओगे?
Ezekiel 20:28
क्योंकि जब मैं ने उन को उस देश में पहुंचाया, जिसके उन्हें देने की शपथ मैं ने उन से खाई थी, तब वे हर एक ऊंचे टीले और हर एक घने वृक्ष पर दृष्टि कर के वहीं अपने मेलबलि करने लगे; और वहीं रिस दिलाने वाली अपनी भेंटें चढ़ाने लगे और वहीं अपना सुखदायक सुगन्धद्रव्य जलाने लगे, और वहीं अपने तपावन देने लगे।
Leviticus 18:19
फिर जब तक कोई स्त्री अपने ऋतु के कारण अशुद्ध रहे तब तक उसके पास उसका तन उघाड़ने को न जाना।
Leviticus 20:10
फिर यदि कोई पराई स्त्री के साथ व्यभिचार करे, तो जिसने किसी दूसरे की स्त्री के साथ व्यभिचार किया हो तो वह व्यभिचारी और वह व्यभिचारिणी दोनों निश्चय मार डाले जाएं।
Leviticus 20:18
फिर यदि कोई पुरूष किसी ऋतुमती स्त्री के संग सोकर उसका तन उघाड़े, तो वह पुरूष उसके रूधिर के सोते का उघाड़ने वाला ठहरेगा, और वह स्त्री अपने रूधिर के सोते की उघाड़ने वाली ठहरेगी; इस कारण दोनों अपने लोगों के बीच से नाश किए जाएं।
Numbers 25:2
और जब उन स्त्रीयों ने उन लोगों को अपने देवताओं के यज्ञोंमें नेवता दिया, तब वे लोग खाकर उनके देवताओं को दण्डवत करने लगे।
Deuteronomy 22:22
यदि कोई पुरूष दूसरे पुरूष की ब्याही हुई स्त्री के संग सोता हुआ पकड़ा जाए, तो जो पुरूष उस स्त्री के संग सोया हो वह और वह स्त्री दोनों मार डालें जाएं; इस प्रकार तू ऐसी बुराई को इस्राएल में से दूर करना॥
Psalm 121:1
मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर लगाऊंगा। मुझे सहायता कहां से मिलेगी?
Psalm 123:1
हे स्वर्ग में विराजमान मैं अपनी आंखें तेरी ओर लगाता हूं!
Jeremiah 5:8
वे खिलाए-पिलाए बे-लगाम घेड़ों के समान हो गए, वे अपने अपने पड़ोसी की स्त्री पर हिनहिनाने लगे।
Ezekiel 20:7
फिर मैं ने उन से कहा, जिन घिनौनी वस्तुओं पर तुम में से हर एक की आंखें लगी हैं, उन्हें फेंक दो; और मिस्र की मूरतों से अपने को अशुद्ध न करो; मैं ही तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।
Exodus 34:15
ऐसा न हो कि तू उस देश के निवासियों वाचा बान्धे, और वे अपने देवताओं के पीछे होने का व्यभिचार करें, और उनके लिये बलिदान भी करें, और कोई तुझे नेवता दे और तू भी उसके बलिपशु का प्रसाद खाए,