Ezekiel 13:16
अर्थात इस्राएल के वे भविष्यद्वक्ता जो यरूशलेम के विषय में भविष्यद्वाणी करते और उनकी शान्ति का दर्शन बताते थे, परन्तु प्रभु यहोवा की यह वाणी है, कि शान्ति है ही नहीं।
To wit, the prophets | נְבִיאֵ֣י | nĕbîʾê | neh-vee-A |
of Israel | יִשְׂרָאֵ֗ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
prophesy which | הַֽנִבְּאִים֙ | hanibbĕʾîm | ha-nee-beh-EEM |
concerning | אֶל | ʾel | el |
Jerusalem, | יְר֣וּשָׁלִַ֔ם | yĕrûšālaim | yeh-ROO-sha-la-EEM |
and which see | וְהַחֹזִ֥ים | wĕhaḥōzîm | veh-ha-hoh-ZEEM |
visions | לָ֖הּ | lāh | la |
of peace | חֲז֣וֹן | ḥăzôn | huh-ZONE |
no is there and her, for | שָׁלֹ֑ם | šālōm | sha-LOME |
peace, | וְאֵ֣ין | wĕʾên | veh-ANE |
saith | שָׁלֹ֔ם | šālōm | sha-LOME |
the Lord | נְאֻ֖ם | nĕʾum | neh-OOM |
God. | אֲדֹנָ֥י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
יְהוִֹֽה׃ | yĕhôi | yeh-hoh-EE |