Deuteronomy 25:1
यदि मनुष्यों के बीच कोई झगड़ा हो, और वे न्याय करवाने के लिये न्यायियों के पास जाएं, और वे उनका न्याय करें, तो निर्दोष को निर्दोष और दोषी को दोषी ठहराएं।
Deuteronomy 25:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
If there be a controversy between men, and they come unto judgment, that the judges may judge them; then they shall justify the righteous, and condemn the wicked.
American Standard Version (ASV)
If there be a controversy between men, and they come unto judgment, and `the judges' judge them; then they shall justify the righteous, and condemn the wicked;
Bible in Basic English (BBE)
If there is an argument between men and they go to law with one another, let the judges give their decision for the upright, and against the wrongdoer.
Darby English Bible (DBY)
If there be a controversy between men, and they resort to judgment, and they judge [their case]; then they shall justify the righteous, and condemn the wicked.
Webster's Bible (WBT)
If there shall be a controversy between men, and they come to judgment, that the judges may judge them; then they shall justify the righteous, and condemn the wicked.
World English Bible (WEB)
If there be a controversy between men, and they come to judgment, and [the judges] judge them; then they shall justify the righteous, and condemn the wicked;
Young's Literal Translation (YLT)
`When there is a strife between men, and they have come nigh unto the judgment, and they have judged, and declared righteous the righteous, and declared wrong the wrong-doer,
| If | כִּֽי | kî | kee |
| there be | יִהְיֶ֥ה | yihye | yee-YEH |
| a controversy | רִיב֙ | rîb | reev |
| between | בֵּ֣ין | bên | bane |
| men, | אֲנָשִׁ֔ים | ʾănāšîm | uh-na-SHEEM |
| come they and | וְנִגְּשׁ֥וּ | wĕniggĕšû | veh-nee-ɡeh-SHOO |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| judgment, | הַמִּשְׁפָּ֖ט | hammišpāṭ | ha-meesh-PAHT |
| judge may judges the that | וּשְׁפָט֑וּם | ûšĕpāṭûm | oo-sheh-fa-TOOM |
| them; then they shall justify | וְהִצְדִּ֙יקוּ֙ | wĕhiṣdîqû | veh-heets-DEE-KOO |
| אֶת | ʾet | et | |
| the righteous, | הַצַּדִּ֔יק | haṣṣaddîq | ha-tsa-DEEK |
| and condemn | וְהִרְשִׁ֖יעוּ | wĕhiršîʿû | veh-heer-SHEE-oo |
| אֶת | ʾet | et | |
| the wicked. | הָֽרָשָֽׁע׃ | hārāšāʿ | HA-ra-SHA |
Cross Reference
Proverbs 17:15
जो दोषी को निर्दोष, और जो निर्दोष को दोषी ठहराता है, उन दोनों से यहोवा घृणा करता है।
Deuteronomy 17:8
यदि तेरी बस्तियों के भीतर कोई झगड़े की बात हो, अर्थात आपस के खून, वा विवाद, वा मारपीट का कोई मुकद्दमा उठे, और उसका न्याय करना तेरे लिये कठिन जान पड़े, तो उस स्थान को जा कर जो तेरा परमेश्वर यहोवा चुन लेगा;
Isaiah 11:4
परन्तु वह कंगालों का न्याय धर्म से, और पृथ्वी के नम्र लोगों का निर्णय खराई से करेगा; और वह पृथ्वी को अपने वचन के सोंटे से मारेगा, और अपने फूंक के झोंके से दुष्ट को मिटा डालेगा।
Isaiah 32:1
देखो, एक राजा धर्म से राज्य करेगा, और राजकुमार न्याय से हुकूमत करेंगे।
Jeremiah 21:12
हे दाऊद के घराने! यहोवा यों कहता है, भोर को न्याय चुकाओ, और लुटे हुए को अंधेर करने वाले के हाथ से छुड़ाओ, नहीं तो तुम्हारे बुरे कामों के कारण मेरे क्रोध की आग भड़केगी, और ऐसी जलती रहेगी कि कोई उसे बुझा न सकेगा।
Ezekiel 44:24
और जब कोई मुक़द्दमा हो तब न्याय करने को भी वे ही बैठें, और मेरे नियमों के अनुसार न्याय करें। मेरे सब नियत पर्वों के विषय भी वे मेरी व्यवस्था और विधियां पालन करें, और मेरे विश्राम दिनों को पवित्र मानें।
Micah 3:1
और मैं ने कहा, हे याकूब के प्रधानों, हे इस्राएल के घराने के न्याइयों, सुनो! क्या न्याय का भेद जानना तुम्हारा काम नहीं?
Habakkuk 1:4
इसलिये व्यवस्था ढीली हो गई और न्याय कभी नहीं प्रगट होता। दुष्ट लोग धर्मी को घेर लेते हैं; सो न्याय का खून हो रहा है॥
Habakkuk 1:13
तेरी आंखें ऐसी शुद्ध हैं कि तू बुराई को देख ही नहीं सकता, और उत्पात को देखकर चुप नहीं रह सकता; फिर तू विश्वासघातियों को क्यों देखता रहता, और जब दुष्ट निर्दोष को निगल जाता है, तब तू क्यों चुप रहता है?
Malachi 3:18
तब तुम फिरकर धर्मी और दुष्ट का भेद, अर्थात जो परमेश्वर की सेवा करता है, और जो उसकी सेवा नहीं करता, उन दोनों को भेद पहिचान सकोगे॥
Matthew 3:10
और अब कुल्हाड़ा पेड़ों की जड़ पर रखा हुआ है, इसलिये जो जो पेड़ अच्छा फल नहीं लाता, वह काटा और आग में झोंका जाता है।
Isaiah 5:23
जो घूस ले कर दुष्टों को निर्दोष, और निर्दोषों को दोषी ठहराते हैं!
Isaiah 1:23
तेरे हाकिम हठीले और चोरों से मिले हैं। वे सब के सब घूस खाने वाले और भेंट के लालची हैं। वे अनाथ का न्याय नहीं करते, और न विधवा का मुकद्दमा अपने पास आने देते हैं।
Deuteronomy 1:16
और उस समय मैं ने तुम्हारे न्यायियों को आज्ञा दी, कि तुम अपने भाइयों के मुकद्दमे सुना करो, और उनके बीच और उनके पड़ोसियोंऔर परदेशियों के बीच भी धर्म से न्याय किया करो।
Deuteronomy 16:18
तू अपने एक एक गोत्र में से, अपने सब फाटकों के भीतर जिन्हें तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ को देता है न्यायी और सरदार नियुक्त कर लेना, जो लोगों का न्याय धर्म से किया करें।
Deuteronomy 19:17
तो वे दोनों मनुष्य, जिनके बीच ऐसा मुकद्दमा उठा हो, यहोवा के सम्मुख, अर्थात उन दिनों के याजकों और न्यायियों के साम्हने खड़े किए जाएं;
2 Samuel 23:3
इस्राएल के परमेश्वर ने कहा है, इस्राएल की चट्टान ने मुझ से बातें की है, कि मनुष्यों में प्रभुता करने वाला एक धमीं होगा, जो परमेश्वर का भय मानता हुआ प्रभुता करेगा,
2 Chronicles 19:6
और उसने न्यायियों से कहा, सोचो कि क्या करते हो, क्योंकि तुम जो न्याय करोगे, वह मनुष्य के लिये नहीं, यहोवा के लिये करोगे; और वह न्याय करते समय तुम्हारे साथ रहेगा।
Job 29:7
जब जब मैं नगर के फाटक की ओर चलकर खुले स्थान में अपने बैठने का स्थान तैयार करता था,
Psalm 58:1
हे मनुष्यों, क्या तुम सचमुच धर्म की बात बोलते हो? और हे मनुष्यवंशियों क्या तुम सीधाई से न्याय करते हो?
Psalm 82:2
तुम लोग कब तक टेढ़ा न्याय करते और दुष्टों का पक्ष लेते रहोगे?
Proverbs 31:8
गूंगे के लिये अपना मुंह खोल, और सब अनाथों का न्याय उचित रीति से किया कर।
Isaiah 1:17
भलाई करना सीखो; यत्न से न्याय करो, उपद्रवी को सुधारो; अनाथ का न्याय चुकाओ, विधवा का मुकद्दमा लड़ो॥
Exodus 23:6
तेरे लोगों में से जो दरिद्र हों उसके मुकद्दमे में न्याय न बिगाड़ना।