Colossians 1:9
इसी लिये जिस दिन से यह सुना है, हम भी तुम्हारे लिये यह प्रार्थना करने और बिनती करने से नहीं चूकते कि तुम सारे आत्मिक ज्ञान और समझ सहित परमेश्वर की इच्छा की पहिचान में परिपूर्ण हो जाओ।
Colossians 1:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
For this cause we also, since the day we heard it, do not cease to pray for you, and to desire that ye might be filled with the knowledge of his will in all wisdom and spiritual understanding;
American Standard Version (ASV)
For this cause we also, since the day we heard `it', do not cease to pray and make request for you, that ye may be filled with the knowledge of his will in all spiritual wisdom and understanding,
Bible in Basic English (BBE)
For this reason, we, from the day when we had word of it, keep on in prayer for you, that you may be full of the knowledge of his purpose, with all wisdom and experience of the Spirit,
Darby English Bible (DBY)
For this reason *we* also, from the day we heard [of your faith and love], do not cease praying and asking for you, to the end that ye may be filled with the full knowledge of his will, in all wisdom and spiritual understanding,
World English Bible (WEB)
For this cause, we also, since the day we heard this, don't cease praying and making requests for you, that you may be filled with the knowledge of his will in all spiritual wisdom and understanding,
Young's Literal Translation (YLT)
Because of this, we also, from the day in which we heard, do not cease praying for you, and asking that ye may be filled with the full knowledge of His will in all wisdom and spiritual understanding,
| For cause | Διὰ | dia | thee-AH |
| this | τοῦτο | touto | TOO-toh |
| we | καὶ | kai | kay |
| also, | ἡμεῖς | hēmeis | ay-MEES |
| since | ἀφ' | aph | af |
| the | ἧς | hēs | ase |
| day | ἡμέρας | hēmeras | ay-MAY-rahs |
| we heard | ἠκούσαμεν | ēkousamen | ay-KOO-sa-mane |
| not do it, | οὐ | ou | oo |
| cease | παυόμεθα | pauometha | pa-OH-may-tha |
| to pray | ὑπὲρ | hyper | yoo-PARE |
| for | ὑμῶν | hymōn | yoo-MONE |
| you, | προσευχόμενοι | proseuchomenoi | prose-afe-HOH-may-noo |
| and | καὶ | kai | kay |
| desire to | αἰτούμενοι | aitoumenoi | ay-TOO-may-noo |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| with filled be might ye | πληρωθῆτε | plērōthēte | play-roh-THAY-tay |
| the | τὴν | tēn | tane |
| knowledge | ἐπίγνωσιν | epignōsin | ay-PEE-gnoh-seen |
| his of | τοῦ | tou | too |
| will | θελήματος | thelēmatos | thay-LAY-ma-tose |
| in | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| all | ἐν | en | ane |
| wisdom | πάσῃ | pasē | PA-say |
| and | σοφίᾳ | sophia | soh-FEE-ah |
| spiritual | καὶ | kai | kay |
| understanding; | συνέσει | synesei | syoon-A-see |
| πνευματικῇ | pneumatikē | pnave-ma-tee-KAY |
Cross Reference
James 3:17
पर जो ज्ञान ऊपर से आता है वह पहिले तो पवित्र होता है फिर मिलनसार, कोमल और मृदुभाव और दया, और अच्छे फलों से लदा हुआ और पक्षपात और कपट रहित होता है।
Colossians 4:5
अवसर को बहुमूल्य समझ कर बाहर वालों के साथ बुद्धिमानी से बर्ताव करो।
Colossians 3:16
मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।
2 Thessalonians 1:11
इसी लिये हम सदा तुम्हारे निमित्त प्रार्थना भी करते हैं, कि हमारा परमेश्वर तुम्हें इस बुलाहट के योग्य समझे, और भलाई की हर एक इच्छा, और विश्वास के हर एक काम को सामर्थ सहित पूरा करे।
Hebrews 13:21
तुम्हें हर एक भली बात में सिद्ध करे, जिस से तुम उस की इच्छा पूरी करो, और जो कुछ उस को भाता है, उसे यीशु मसीह के द्वारा हम में उत्पन्न करे, जिस की बड़ाई युगानुयुग होती रहे। आमीन॥
James 1:5
पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उस को दी जाएगी।
1 Peter 2:15
क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम भले काम करने से निर्बुद्धि लोगों की अज्ञानता की बातों को बन्द कर दो।
Colossians 1:6
जो तुम्हारे पास पहुंचा है और जैसा जगत में भी फल लाता, और बढ़ता जाता है; अर्थात जिस दिन से तुम ने उस को सुना, और सच्चाई से परमेश्वर का अनुग्रह पहिचाना है, तुम में भी ऐसा ही करता है।
Colossians 4:12
इपफ्रास जो तुम में से है, और मसीह यीशु का दास है, तुम से नमस्कार कहता है और सदा तुम्हारे लिये प्रार्थनाओं में प्रयत्न करता है, ताकि तुम सिद्ध होकर पूर्ण विश्वास के साथ परमेश्वर की इच्छा पर स्थिर रहो।
1 Thessalonians 1:3
और अपने परमेश्वर और पिता के साम्हने तुम्हारे विश्वास के काम, और प्रेम का परिश्रम, और हमारे प्रभु यीशु मसीह में आशा की धीरता को लगातार स्मरण करते हैं।
1 Thessalonians 5:17
निरन्तर प्रार्थना मे लगे रहो।
Philemon 1:4
मैं तेरे उस प्रेम और विश्वास की चर्चा सुन कर, जो सब पवित्र लोगों के साथ और प्रभु यीशु पर है।
Hebrews 10:36
क्योंकि तुम्हें धीरज धरना अवश्य है, ताकि परमेश्वर की इच्छा को पूरी करके तुम प्रतिज्ञा का फल पाओ।
1 Peter 4:2
ताकि भविष्य में अपना शेष शारीरिक जीवन मनुष्यों की अभिलाषाओं के अनुसार नहीं वरन परमेश्वर की इच्छा के अनुसार व्यतीत करो।
1 John 2:17
और संसार और उस की अभिलाषाएं दोनों मिटते जाते हैं, पर जो परमेश्वर की इच्छा पर चलता है, वह सर्वदा बना रहेगा॥
1 John 5:20
और यह भी जानते हैं, कि परमेश्वर का पुत्र आ गया है और उस ने हमें समझ दी है, कि हम उस सच्चे को पहचानें, और हम उस में जो सत्य है, अर्थात उसके पुत्र यीशु मसीह में रहते हैं: सच्चा परमेश्वर और अनन्त जीवन यही है।
Colossians 1:3
हम तुम्हारे लिये नित प्रार्थना करके अपने प्रभु यीशु मसीह के पिता अर्थात परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं।
Philippians 1:9
और मैं यह प्रार्थना करता हूं, कि तुम्हारा प्रेम, ज्ञान और सब प्रकार के विवेक सहित और भी बढ़ता जाए।
1 Samuel 12:23
फिर यह मुझ से दूर हो कि मैं तुम्हारे लिये प्रार्थना करना छोड़कर यहोवा के विरुद्ध पापी ठहरूं; मैं तो तुम्हें अच्छा और सीधा मार्ग दिखाता रहूंगा।
Psalm 143:10
मुझ को यह सिखा, कि मैं तेरी इच्छा क्योंकर पूरी करूं, क्योंकि मेरा परमेश्वर तू ही है! तेरा भला आत्मा मुझ को धर्म के मार्ग में ले चले!
Romans 12:2
और इस संसार के सदृश न बनो; परन्तु तुम्हारी बुद्धि के नये हो जाने से तुम्हारा चाल-चलन भी बदलता जाए, जिस से तुम परमेश्वर की भली, और भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो॥
Ephesians 1:8
जिसे उस ने सारे ज्ञान और समझ सहित हम पर बहुतायत से किया।
Ephesians 1:15
इस कारण, मैं भी उस विश्वास का समाचार सुनकर जो तुम लोगों में प्रभु यीशु पर है और सब पवित्र लोगों पर प्रगट है।
Ephesians 5:17
इस कारण निर्बुद्धि न हो, पर ध्यान से समझो, कि प्रभु की इच्छा क्या है?
Philippians 1:4
और जब कभी तुम सब के लिये बिनती करता हूं, तो सदा आनन्द के साथ बिनती करता हूं।
Psalm 119:99
मैं अपने सब शिक्षकों से भी अधिक समझ रखता हूं, क्योंकि मेरा ध्यान तेरी चितौनियों पर लगा है।
John 7:17
यदि कोई उस की इच्छा पर चलना चाहे, तो वह इस उपदेश के विषय में जान जाएगा कि वह परमेश्वर की ओर से है, या मैं अपनी ओर से कहता हूं।
Romans 1:8
पहिले मैं तुम सब के लिये यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं, कि तुम्हारे विश्वास की चर्चा सारे जगत में हो रही है।
1 Corinthians 1:5
कि उस में होकर तुम हर बात में अर्थात सारे वचन और सारे ज्ञान में धनी किए गए।
Ephesians 3:14
मैं इसी कारण उस पिता के साम्हने घुटने टेकता हूं,
Ephesians 5:10
और यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है
Ephesians 6:6
और मनुष्यों को प्रसन्न करने वालों की नाईं दिखाने के लिये सेवा न करो, पर मसीह के दासों की नाईं मन से परमेश्वर की इच्छा पर चलो।
2 Timothy 1:3
जिस परमेश्वर की सेवा मैं अपने बाप दादों की रीति पर शुद्ध विवेक से करता हूं, उसका धन्यवाद हो कि अपनी प्रार्थनाओं में तुझे लगातार स्मरण करता हूं।
Acts 12:5
सो बन्दीगृह में पतरस की रखवाली हो रही थी; परन्तु कलीसिया उसके लिये लौ लगाकर परमेश्वर से प्रार्थना कर रही थी।