Acts 27:35
और यह कहकर उस ने रोटी लेकर सब के साम्हने परमेश्वर का धन्यवाद किया; और तोड़कर खाने लगा।
Acts 27:35 in Other Translations
King James Version (KJV)
And when he had thus spoken, he took bread, and gave thanks to God in presence of them all: and when he had broken it, he began to eat.
American Standard Version (ASV)
And when he had said this, and had taken bread, he gave thanks to God in the presence of all; and he brake it, and began to eat.
Bible in Basic English (BBE)
And when he had said this and had taken bread, he gave praise to God before them all, and took a meal of the broken bread.
Darby English Bible (DBY)
And, having said these things and taken a loaf, he gave thanks to God before all, and having broken it began to eat.
World English Bible (WEB)
When he had said this, and had taken bread, he gave thanks to God in the presence of all, and he broke it, and began to eat.
Young's Literal Translation (YLT)
and having said these things, and having taken bread, he gave thanks to God before all, and having broken `it', he began to eat;
| And when | εἴπων | eipōn | EE-pone |
| he had thus | δὲ | de | thay |
| spoken, | ταῦτα | tauta | TAF-ta |
| he took | καὶ | kai | kay |
| bread, | λαβὼν | labōn | la-VONE |
| and | ἄρτον | arton | AR-tone |
| gave thanks | εὐχαρίστησεν | eucharistēsen | afe-ha-REE-stay-sane |
| to | τῷ | tō | toh |
| God | θεῷ | theō | thay-OH |
| presence in | ἐνώπιον | enōpion | ane-OH-pee-one |
| of them all: | πάντων | pantōn | PAHN-tone |
| and | καὶ | kai | kay |
| broken had he when | κλάσας | klasas | KLA-sahs |
| it, he began | ἤρξατο | ērxato | ARE-ksa-toh |
| to eat. | ἐσθίειν | esthiein | ay-STHEE-een |
Cross Reference
Matthew 15:36
और उन सात रोटियों और मछिलयों को ले धन्यवाद करके तोड़ा और अपने चेलों को देता गया; और चेले लोगों को।
1 Peter 4:16
पर यदि मसीही होने के कारण दुख पाए, तो लज्ज़ित न हो, पर इस बात के लिये परमेश्वर की महिमा करे।
2 Timothy 1:12
इस कारण मैं इन दुखों को भी उठाता हूं, पर लजाता नहीं, क्योंकि मैं उसे जिस की मैं ने प्रतीति की है, जानता हूं; और मुझे निश्चय है, कि वह मेरी थाती की उस दिन तक रखवाली कर सकता है।
2 Timothy 1:8
इसलिये हमारे प्रभु की गवाही से, और मुझ से जो उसका कैदी हूं, लज्ज़ित न हो, पर उस परमेश्वर की सामर्थ के अनुसार सुसमाचार के लिये मेरे साथ दुख उठा।
1 Timothy 4:3
जो ब्याह करने से रोकेंगे, और भोजन की कुछ वस्तुओं से परे रहने की आज्ञा देंगे; जिन्हें परमेश्वर ने इसलिये सृजा कि विश्वासी, और सत्य के पहिचानने वाले उन्हें धन्यवाद के साथ खाएं।
1 Corinthians 10:30
यदि मैं धन्यवाद करके साझी होता हूं, तो जिस पर मैं धन्यवाद करता हूं, उसके कारण मेरी बदनामीं क्यों होती है?
Romans 14:6
जो किसी दिन को मानता है, वह प्रभु के लिये मानता है: जो खाता है, वह प्रभु के लिये खाता है, क्योंकि वह परमेश्वर का धन्यवाद करता है, और जा नहीं खाता, वह प्रभु के लिये नहीं खाता और परमेश्वर का धन्यवाद करता है।
Romans 1:16
क्योंकि मैं सुसमाचार से नहीं लजाता, इसलिये कि वह हर एक विश्वास करने वाले के लिये, पहिले तो यहूदी, फिर यूनानी के लिये उद्धार के निमित परमेश्वर की सामर्थ है।
Acts 2:46
और वे प्रति दिन एक मन होकर मन्दिर में इकट्ठे होते थे, और घर घर रोटी तोड़ते हुए आनन्द और मन की सीधाई से भोजन किया करते थे।
John 6:23
(तौभी और छोटी नावें तिबिरियास से उस जगह के निकट आई, जहां उन्होंने प्रभु के धन्यवाद करने के बाद रोटी खाई थी।)
John 6:11
तब यीशु ने रोटियां लीं, और धन्यवाद करके बैठने वालों को बांट दी: और वैसे ही मछिलयों में से जितनी वे चाहते थे बांट दिया।
Luke 24:30
जब वह उन के साथ भोजन करने बैठा, तो उस ने रोटी लेकर धन्यवाद किया, और उसे तोड़कर उन को देने लगा।
Mark 8:6
तब उस ने लोगों को भूमि पर बैठने की आज्ञा दी, और वे सात रोटियां लीं, और धन्यवाद करके तोड़ीं, और अपने चेलों को देता गया कि उन के आगे रखें, और उन्होंने लोगों के आगे परोस दिया
Matthew 14:19
तब उस ने लोगों को घास पर बैठने को कहा, और उन पांच रोटियों और दो मछिलयों को लिया; और स्वर्ग की ओर देखकर धन्यवाद किया और रोटियां तोड़ तोड़कर चेलों को दीं, और चेलों ने लोगों को।
Psalm 119:46
और मैं तेरी चितौनियों की चर्चा राजाओं के साम्हने भी करूंगा, और संकोच न करूंगा;
1 Samuel 9:13
ज्योंही तुम नगर में पहुंचो त्योंही वह तुम को ऊंचे स्थान पर खाना खाने को जाने से पहिले मिलेगा; क्योंकि जब तक वह न पहुंचे तब तक लोग भोजन करेंगे, इसलिये कि यज्ञ के विषय में वही धन्यवाद करता; तब उसके पीछे ही न्योतहरी भोजन करते हैं। इसलिये तुम अभी चढ़ जाओ, इसी समय वह तुम्हें मिलेगा।