Acts 13:5 in Hindi

Hindi Hindi Bible Acts Acts 13 Acts 13:5

Acts 13:5
और सलमीस में पहुंचकर, परमेश्वर का वचन यहूदियों की अराधनालयों में सुनाया; और यूहन्ना उन का सेवक था।

Acts 13:4Acts 13Acts 13:6

Acts 13:5 in Other Translations

King James Version (KJV)
And when they were at Salamis, they preached the word of God in the synagogues of the Jews: and they had also John to their minister.

American Standard Version (ASV)
And when they were at Salamis, they proclaimed the word of God in the synagogues of the Jews: and they had also John as their attendant.

Bible in Basic English (BBE)
And at Salamis they were preaching the word of God in the Synagogues of the Jews: and John was with them, helping them.

Darby English Bible (DBY)
And being in Salamis, they announced the word of God in the synagogues of the Jews. And they had John also as [their] attendant.

World English Bible (WEB)
When they were at Salamis, they proclaimed the word of God in the synagogues of the Jews. They had also John as their attendant.

Young's Literal Translation (YLT)
and having come unto Salamis, they declared the word of God in the synagogues of the Jews, and they had also John `as' a ministrant;

And
καὶkaikay
when
they
were
γενόμενοιgenomenoigay-NOH-may-noo
at
ἐνenane
Salamis,
Σαλαμῖνιsalaminisa-la-MEE-nee
preached
they
κατήγγελλονkatēngellonka-TAYNG-gale-lone
the
τὸνtontone
word
λόγονlogonLOH-gone
of

τοῦtoutoo
God
θεοῦtheouthay-OO
in
ἐνenane
the
ταῖςtaistase
synagogues
of
συναγωγαῖςsynagōgaissyoon-ah-goh-GASE
the
τῶνtōntone
Jews:
Ἰουδαίωνioudaiōnee-oo-THAY-one
and
εἶχονeichonEE-hone
had
they
δὲdethay
also
καὶkaikay
John
to
Ἰωάννηνiōannēnee-oh-AN-nane
their
minister.
ὑπηρέτηνhypēretēnyoo-pay-RAY-tane

Cross Reference

Acts 13:14
और पिरगा से आगे बढ़कर के पिसिदिया के अन्ताकिया में पहुंचे; और सब्त के दिन अराधनालय में जाकर बैठ गए।

Acts 19:8
और वह आराधनालय में जाकर तीन महीने तक निडर होकर बोलता रहा, और परमेश्वर के राज्य के विषय में विवाद करता और समझाता रहा।

Acts 18:4
और वह हर एक सब्त के दिन आराधनालय में वाद-विवाद करके यहूदियों और यूनानियों को भी समझाता था॥

Acts 17:17
सो वह आराधनालय में यहूदियों और भक्तों से और चौक में जो लोग मिलते थे, उन से हर दिन वाद-विवाद किया करता था।

Acts 14:1
इकुनियुम में ऐसा हुआ कि वे यहूदियों की आराधनालय में साथ साथ गए, और ऐसी बातें की, कि यहूदियों और यूनानियों दोनों में से बहुतों ने विश्वास किया।

Acts 13:46
तब पोलुस और बरनबास ने निडर होकर कहा, अवश्य था, कि परमेश्वर का वचन पहिले तुम्हें सुनाया जाता: परन्तु जब कि तुम उसे दूर करते हो, और अपने को अनन्त जीवन के योग्य नहीं ठहराते, तो देखो, हम अन्यजातियों की ओर फिरते हैं।

Acts 12:12
और यह सोचकर, वह उस यूहन्ना की माता मरियम के घर आया, जो मरकुस कहलाता है; वहां बहुत लोग इकट्ठे होकर प्रार्थना कर रहे थे।

Acts 9:20
और वह तुरन्त आराधनालयों में यीशु का प्रचार करने लगा, कि वह परमेश्वर का पुत्र है।

2 Timothy 4:11
केवल लूका मेरे साथ है: मरकुस को लेकर चला आ; क्योंकि सेवा के लिये वह मेरे बहुत काम का है।

Colossians 4:10
अरिस्तर्खुस जो मेरे साथ कैदी है, और मरकुस जो बरनबा का भाई लगता है। (जिस के विषय में तुम ने आज्ञा पाई थी कि यदि वह तुम्हारे पास आए, तो उस से अच्छी तरह व्यवहार करना।)

Acts 17:1
फिर वे अम्फिपुलिस और अपुल्लोनिया होकर थिस्सलुनीके में आए, जहां यहूदियों का एक आराधनालय था।

Acts 15:37
तब बरनबास ने यूहन्ना को जो मरकुस कहलाता है, साथ लेने का विचार किया।

Acts 12:25
जब बरनबास और शाऊल अपनी सेवा पूरी कर चुके, तो यूहन्ना को जो मरकुस कहलाता है साथ लेकर यरूशलेम से लौटे॥

Matthew 20:26
परन्तु तुम में ऐसा न होगा; परन्तु जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने।

2 Kings 3:11
परन्तु यहोशापात ने कहा, क्या यहां यहोवा का कोई नबी नहीं है, जिसके द्वारा हम यहोवा से पूछें? इस्राएल के राजा के किसी कर्मचारी ने उत्तर देकर कहा, हां, शापात का पुत्र एलीशा जो एलिय्याह के हाथों को धुलाया करता था वह तो यहां है।

1 Kings 19:21
तब वह उसके पीछे से लौट गया, और एक जोड़ी बैल ले कर बलि किए, और बैलों का सामान जलाकर उनका मांस पका के अपने लोगों को दे दिया, और उन्होंने खाया; तब वह कमर बान्धकर एलिय्याह के पीछे चला, और उसकी सेवा टहल करने लगा।

1 Kings 19:3
यह देख एलिय्याह अपना प्राण ले कर भागा, और यहूदा के बेर्शेबा को पहुंच कर अपने सेवक को वहीं छोड़ दिया।

Exodus 24:13
तब मूसा यहोशू नाम अपने टहलुए समेत परमेश्वर के पर्वत पर चढ़ गया।