Acts 11:29
तब चेलों ने ठहराया, कि हर एक अपनी अपनी पूंजी के अनुसार यहूदिया में रहने वाले भाइयों की सेवा के लिये कुछ भेजे।
Acts 11:29 in Other Translations
King James Version (KJV)
Then the disciples, every man according to his ability, determined to send relief unto the brethren which dwelt in Judaea:
American Standard Version (ASV)
And the disciples, every man according to his ability, determined to send relief unto the brethren that dwelt in Judea:
Bible in Basic English (BBE)
And the disciples, everyone as he was able, made a decision to send help to the brothers living in Judaea:
Darby English Bible (DBY)
And they determined, according as any one of the disciples was well off, each of them to send to the brethren who dwelt in Judaea, to minister [to them];
World English Bible (WEB)
As any of the disciples had plenty, each determined to send relief to the brothers who lived in Judea;
Young's Literal Translation (YLT)
and the disciples, according as any one was prospering, determined each of them to send for ministration to the brethren dwelling in Judea,
| Then | τῶν | tōn | tone |
| the | δὲ | de | thay |
| disciples, | μαθητῶν | mathētōn | ma-thay-TONE |
| every | καθὼς | kathōs | ka-THOSE |
| man | ηὐπορεῖτό | ēuporeito | eef-poh-REE-TOH |
| to according | τις | tis | tees |
| his | ὥρισαν | hōrisan | OH-ree-sahn |
| ability, | ἕκαστος | hekastos | AKE-ah-stose |
| determined | αὐτῶν | autōn | af-TONE |
| send to | εἰς | eis | ees |
| relief | διακονίαν | diakonian | thee-ah-koh-NEE-an |
| unto | πέμψαι | pempsai | PAME-psay |
| τοῖς | tois | toos | |
| the brethren | κατοικοῦσιν | katoikousin | ka-too-KOO-seen |
| which | ἐν | en | ane |
| dwelt | τῇ | tē | tay |
| in | Ἰουδαίᾳ | ioudaia | ee-oo-THAY-ah |
| Judaea: | ἀδελφοῖς· | adelphois | ah-thale-FOOS |
Cross Reference
Ezra 2:69
उन्होंने अपनी अपनी पूंजी के अनुसार इकसठ हजार दर्कमोन सोना और पांच हजार माने चान्दी और याजकों के योग्य एक सौ अंगरखे अपनी अपनी इच्छा से उस काम के खजाने में दे दिए।
Hebrews 13:5
तुम्हारा स्वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उस ने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा।
Galatians 2:10
केवल यह कहा, कि हम कंगालों की सुधि लें, और इसी काम के करने का मैं आप भी यत्न कर रहा था।
2 Corinthians 9:1
अब उस सेवा के विषय में जो पवित्र लोगों के लिये की जाती है, मुझे तुम को लिखना अवश्य नहीं।
2 Corinthians 8:12
क्योंकि यदि मन की तैयारी हो तो दान उसके अनुसार ग्रहण भी होता है जो उसके पास है न कि उसके अनुसार जो उसके पास नहीं।
2 Corinthians 8:2
कि क्लेश की बड़ी परीक्षा में उन के बड़े आनन्द और भारी कंगालपन के बढ़ जाने से उन की उदारता बहुत बढ़ गई।
1 Corinthians 16:1
अब उस चन्दे के विषय में जो पवित्र लोगों के लिये किया जाता है, जैसी आज्ञा मैं ने गलतिया की कलीसियाओं को दी, वैसा ही तुम भी करो।
1 Corinthians 13:5
वह अनरीति नहीं चलता, वह अपनी भलाई नहीं चाहता, झुंझलाता नहीं, बुरा नहीं मानता।
Romans 15:25
परन्तु अभी तो पवित्र लोगों की सेवा करने के लिये यरूशलेम को जाता हूं।
Acts 11:26
और जब उन से मिला तो उसे अन्ताकिया में लाया, और ऐसा हुआ कि वे एक वर्ष तक कलीसिया के साथ मिलते और बहुत लोगों को उपदेश देते रहे, और चेले सब से पहिले अन्ताकिया ही में मसीही कहलाए॥
Acts 11:1
और प्रेरितों और भाइयों ने जो यहूदिया में थे सुना, कि अन्यजातियों ने भी परमेश्वर का वचन मान लिया है।
Acts 4:34
और उन में कोई भी दरिद्र न था, क्योंकि जिन के पास भूमि या घर थे, वे उन को बेच बेचकर, बिकी हुई वस्तुओं का दाम लाते, और उसे प्रेरितों के पांवों पर रखते थे।
Acts 2:44
और वे सब विश्वास करने वाले इकट्ठे रहते थे, और उन की सब वस्तुएं साझे की थीं।
Luke 12:29
और तुम इस बात की खोज में न रहो, कि क्या खाएंगे और क्या पीएंगे, और न सन्देह करो।
Ecclesiastes 11:1
अपनी रोटी जल के ऊपर डाल दे, क्योंकि बहुत दिन के बाद तू उसे फिर पाएगा।
Nehemiah 5:8
और मैं ने उन से कहा, हम लोगों ने तो अपनी शक्ति भर अपने यहूदी भाइयों को जो अन्यजातियों के हाथ बिक गए थे, दाम देकर छुड़ाया है, फिर क्या तुम अपने भाइयों को बेचोगे? क्या वे हमारे हाथ बिकेंगे? तब वे चुप रहे और कुछ न कह सके।
1 Peter 4:9
बिना कुड़कुड़ाए एक दूसरे की पहुनाई करो।