Acts 10:1 in Hindi

Hindi Hindi Bible Acts Acts 10 Acts 10:1

Acts 10:1
कैसरिया में कुरनेलियुस नाम ऐक मनुष्य था, जो इतालियानी नाम पलटन का सूबेदार था।

Acts 10Acts 10:2

Acts 10:1 in Other Translations

King James Version (KJV)
There was a certain man in Caesarea called Cornelius, a centurion of the band called the Italian band,

American Standard Version (ASV)
Now `there was' a certain man in Caesarea, Cornelius by name, a centurion of the band called the Italian `band',

Bible in Basic English (BBE)
Now there was a certain man in Caesarea, named Cornelius, the captain of the Italian band of the army;

Darby English Bible (DBY)
But a certain man in Caesarea, -- by name Cornelius, a centurion of the band called Italic,

World English Bible (WEB)
Now there was a certain man in Caesarea, Cornelius by name, a centurion of what was called the Italian Regiment,

Young's Literal Translation (YLT)
And there was a certain man in Cesarea, by name Cornelius, a centurion from a band called Italian,

There
Ἀνὴρanērah-NARE
was
δέdethay
a
certain
τιςtistees
man
ἦνēnane
in
ἐνenane
Caesarea
Καισαρείᾳkaisareiakay-sa-REE-ah
called
ὀνόματιonomatioh-NOH-ma-tee
Cornelius,
Κορνήλιοςkornēlioskore-NAY-lee-ose
centurion
a
ἑκατοντάρχηςhekatontarchēsake-ah-tone-TAHR-hase
of
ἐκekake
the
band
σπείρηςspeirēsSPEE-rase
called
τῆςtēstase
the
καλουμένηςkaloumenēska-loo-MAY-nase
Italian
Ἰταλικῆςitalikēsee-ta-lee-KASE

Cross Reference

Acts 27:1
जब यह ठहराया गया, कि हम जहाज पर इतालिया को जाएं, तो उन्होंने पौलुस और कितने और बन्धुओं को भी यूलियुस नाम औगुस्तुस की पलटन के एक सूबेदार के हाथ सौंप दिया।

Acts 8:40
और फिलेप्पुस अशदोद में आ निकला, और जब तक कैसरिया में न पहुंचा, तब तक नगर नगर सुसमाचार सुनाता गया॥

Acts 27:43
परन्तु सूबेदार ने पौलुस को बचाने को इच्छा से उन्हें इस विचार से रोका, और यह कहा, कि जो तैर सकते हैं, पहिले कूदकर किनारे पर निकल जाएं।

Acts 27:31
तो पौलुस ने सूबेदार और सिपाहियों से कहा; यदि ये जहाज पर न रहें, तो तुम नहीं बच सकते।

Acts 25:13
और कुछ दिन बीतने के बाद अग्रिप्पा राजा और बिरनीके ने कैसरिया में आकर फेस्तुस से भेंट की।

Acts 25:1
फेस्तुस उस प्रान्त में पहुंचकर तीन दिन के बाद कैसरिया से यरूशलेम को गया।

Acts 23:33
उन्होंने कैसरिया में पहुंचकर हाकिम को चिट्ठी दी: और पौलुस को भी उसके साम्हने खड़ा किया।

Acts 23:23
और दो सूबेदारों को बुलाकर कहा; दो सौ सिपाही, सत्तर सवार, और दो सौ भालैत, पहर रात बीते कैसरिया को जाने के लिये तैयार कर रखो।

Acts 22:25
जब उन्होंने उसे तसमों से बान्धा तो पौलुस ने उस सूबेदार से जो पास खड़ा था कहा, क्या यह उचित है, कि तुम एक रोमी मनुष्य को, और वह भी बिना दोषी ठहराए हुए कोड़े मारो?

Acts 21:8
दूसरे दिन हम वहां से चलकर कैसरिया में आए, और फिलेप्पुस सुसमाचार प्रचारक के घर में जो सातों में से एक था, जाकर उसके यहां रहे।

John 18:12
तब सिपाहियों और उन के सूबेदार और यहूदियों के प्यादों ने यीशु को पकड़कर बान्ध लिया।

John 18:3
तब यहूदा पलटन को और महायाजकों और फरीसियों की ओर से प्यादों को लेकर दीपकों और मशालों और हथियारों को लिए हुए वहां आया।

Luke 7:2
और किसी सूबेदार का एक दास जो उसका प्रिय था, बीमारी से मरने पर था।

Mark 15:16
और सिपाही उसे किले के भीतर आंगन में ले गए जो प्रीटोरियुन कहलाता है, और सारी पलटन को बुला लाए।

Matthew 27:54
तब सूबेदार और जो उसके साथ यीशु का पहरा दे रहे थे, भुईंडोल और जो कुछ हुआ था, देखकर अत्यन्त डर गए, और कहा, सचमुच “यह परमेश्वर का पुत्र था”।

Matthew 27:27
तब हाकिम के सिपाहियों ने यीशु को किले में ले जाकर सारी पलटन उसके चहुं ओर इकट्ठी की।

Matthew 8:5
और जब वह कफरनहूम में आया तो एक सूबेदार ने उसके पास आकर उस से बिनती की।