Galatians 5:17
क्योंकि शरीर आत्मा के विरोध में, और आत्मा शरीर के विरोध में लालसा करती है, और ये एक दूसरे के विरोधी हैं; इसलिये कि जो तुम करना चाहते हो वह न करने पाओ।
Galatians 5:17 in Other Translations
King James Version (KJV)
For the flesh lusteth against the Spirit, and the Spirit against the flesh: and these are contrary the one to the other: so that ye cannot do the things that ye would.
American Standard Version (ASV)
For the flesh lusteth against the Spirit, and the Spirit against the flesh; for these are contrary the one to the other; that ye may not do the things that ye would.
Bible in Basic English (BBE)
For the flesh has desires against the Spirit, and the Spirit against the flesh; because these are opposite the one to the other; so that you may not do the things which you have a mind to do.
Darby English Bible (DBY)
For the flesh lusts against the Spirit, and the Spirit against the flesh: and these things are opposed one to the other, that ye should not do those things which ye desire;
World English Bible (WEB)
For the flesh lusts against the Spirit, and the Spirit against the flesh; and these are contrary to one other, that you may not do the things that you desire.
Young's Literal Translation (YLT)
for the flesh doth desire contrary to the Spirit, and the Spirit contrary to the flesh, and these are opposed one to another, that the things that ye may will -- these ye may not do;
| For | ἡ | hē | ay |
| the | γὰρ | gar | gahr |
| flesh | σὰρξ | sarx | SAHR-ks |
| lusteth | ἐπιθυμεῖ | epithymei | ay-pee-thyoo-MEE |
| against | κατὰ | kata | ka-TA |
| the | τοῦ | tou | too |
| Spirit, | πνεύματος | pneumatos | PNAVE-ma-tose |
| and | τὸ | to | toh |
| the | δὲ | de | thay |
| Spirit | πνεῦμα | pneuma | PNAVE-ma |
| against | κατὰ | kata | ka-TA |
| the | τῆς | tēs | tase |
| flesh: | σαρκός | sarkos | sahr-KOSE |
| and | ταῦτα | tauta | TAF-ta |
| these | δὲ | de | thay |
| contrary are | ἀντίκειται | antikeitai | an-TEE-kee-tay |
| the one to the other: | ἀλλήλοις | allēlois | al-LAY-loos |
| so that | ἵνα | hina | EE-na |
| cannot ye | μὴ | mē | may |
| do | ἃ | ha | a |
| the things | ἂν | an | an |
| that | θέλητε | thelēte | THAY-lay-tay |
| ταῦτα | tauta | TAF-ta | |
| ye would. | ποιῆτε | poiēte | poo-A-tay |
Cross Reference
Romans 8:5
क्योंकि शरीरिक व्यक्ति शरीर की बातों पर मन लगाते हैं; परन्तु आध्यात्मिक आत्मा की बातों पर मन लगाते हैं।
Romans 8:13
क्योंकि यदि तुम शरीर के अनुसार दिन काटोगे, तो मरोगे, यदि आत्मा से देह की क्रीयाओं को मारोगे, तो जीवित रहोगे।
John 3:6
क्योंकि जो शरीर से जन्मा है, वह शरीर है; और जो आत्मा से जन्मा है, वह आत्मा है।
Psalm 19:12
अपनी भूलचूक को कौन समझ सकता है? मेरे गुप्त पापों से तू मुझे पवित्र कर।
Psalm 51:10
हे परमेश्वर, मेरे अन्दर शुद्ध मन उत्पन्न कर, और मेरे भीतर स्थिर आत्मा नये सिरे से उत्पन्न कर।
Psalm 119:20
मेरा मन तेरे नियमों की अभिलाषा के कारण हर समय खेदित रहता है।
Ecclesiastes 7:20
नि:सन्देह पृथ्वी पर कोई ऐसा धर्मी मनुष्य नहीं जो भलाई ही करे और जिस से पाप न हुआ हो॥
Romans 7:7
तो हम क्या कहें? क्या व्यवस्था पाप है? कदापि नहीं! वरन बिना व्यवस्था के मैं पाप को नहीं पहिचानता: व्यवस्था यदि न कहती, कि लालच मत कर तो मैं लालच को न जानता।
James 4:5
क्या तुम यह समझते हो, कि पवित्र शास्त्र व्यर्थ कहता है जिस आत्मा को उस ने हमारे भीतर बसाया है, क्या वह ऐसी लालसा करता है, जिस का प्रतिफल डाह हो?
Luke 22:46
उठो, प्रार्थना करो, कि परीक्षा में न पड़ो॥
Luke 22:54
फिर वे उसे पकड़कर ले चले, और महायाजक के घर में लाए और पतरस दूर ही दूर उसके पीछे पीछे चलता था।
Romans 7:10
और वही आज्ञा जो जीवन के लिये थी; मेरे लिये मृत्यु का कारण ठहरी।
Galatians 3:21
तो क्या व्यवस्था परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के विरोध में है? कदापि न हो क्योंकि यदि ऐसी व्यवस्था दी जाती जो जीवन दे सकती, तो सचमुच धामिर्कता व्यवस्था से होती।
Philippians 3:12
यह मतलब नहीं, कि मैं पा चुका हूं, या सिद्ध हो चुका हूं: पर उस पदार्थ को पकड़ने के लिये दौड़ा चला जाता हूं, जिस के लिये मसीह यीशु ने मुझे पकड़ा था।
James 3:2
इसलिये कि हम सब बहुत बार चूक जाते हैं: जो कोई वचन में नहीं चूकता, वही तो सिद्ध मनुष्य है; और सारी देह पर भी लगाम लगा सकता है।
1 John 1:8
यदि हम कहें, कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं: और हम में सत्य नहीं।
Matthew 26:41
जागते रहो, और प्रार्थना करते रहो, कि तुम परीक्षा में न पड़ो: आत्मा तो तैयार है, परन्तु शरीर दुर्बल है।
Matthew 16:23
उस ने फिरकर पतरस से कहा, हे शैतान, मेरे साम्हने से दूर हो: तू मेरे लिये ठोकर का कारण है; क्योंकि तू परमेश्वर की बातें नहीं, पर मनुष्यों की बातों पर मन लगाता है।
Psalm 51:1
हे परमेश्वर, अपनी करूणा के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर; अपनी बड़ी दया के अनुसार मेरे अपराधों को मिटा दे।
Psalm 65:3
अर्धम के काम मुझ पर प्रबल हुए हैं; हमारे अपराधों को तू ढांप देगा।
Psalm 119:4
तू ने अपने उपदेश इसलिये दिए हैं, कि वे यत्न से माने जाएं।
Psalm 119:24
तेरी चितौनियां मेरा सुखमूल और मेरे मन्त्री हैं॥
Psalm 119:32
जब तू मेरा हियाव बढ़ाएगा, तब मैं तेरी आज्ञाओं के मार्ग में दौडूंगा॥
Psalm 119:35
अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूं।
Psalm 119:40
देख, मैं तेरे उपदेशों का अभिलाषी हूं; अपने धर्म के कारण मुझ को जिला।
Psalm 119:133
मेरे पैरों को अपने वचन के मार्ग पर स्थिर कर, और किसी अनर्थ बात को मुझ पर प्रभुता न करने दे।
Psalm 119:159
देख, मैं तेरे नियमों से कैसी प्रीति रखता हूं! हे यहोवा, अपनी करूणा के अनुसार मुझ को जिला।
Psalm 119:176
मैं खोई हुई भेड़ की नाईं भटका हूं; तू अपने दास को ढूंढ़ ले, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं को भूल नहीं गया॥
Psalm 130:3
हे याह, यदि तू अधर्म के कामों का लेखा ले, तो हे प्रभु कौन खड़ा रह सकेगा?
Matthew 12:30
जो मेरे साथ नहीं, वह मेरे विरोध में है; और जो मेरे साथ नहीं बटोरता, वह बिथराता है।
Matthew 16:17
यीशु ने उस को उत्तर दिया, कि हे शमौन योना के पुत्र, तू धन्य है; क्योंकि मांस और लोहू ने नहीं, परन्तु मेरे पिता ने जो स्वर्ग में है, यह बात तुझ पर प्रगट की है।
Luke 22:33
उस ने उस से कहा; हे प्रभु, मैं तेरे साथ बन्दीगृह जाने, वरन मरने को भी तैयार हूं।
Matthew 5:6
धन्य हैं वे जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं, क्योंकि वे तृप्त किये जाएंगे।
Isaiah 6:5
तब मैं ने कहा, हाय! हाय! मैं नाश हूआ; क्योंकि मैं अशुद्ध होंठ वाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध होंठ वाले मनुष्यों के बीच में रहता हूं; क्योंकि मैं ने सेनाओं के यहोवा महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा है!