Ezekiel 26:17 in Hindi

Hindi Hindi Bible Ezekiel Ezekiel 26 Ezekiel 26:17

Ezekiel 26:17
और वे तेरे विषय में विलाप का गीत बना कर तुझ से कहेंगे, हाय! मल्लाहों की बसाई हुई हाय! सराही हुई नगरी जो समुद्र के बीच निवासियों समेत सामथीं रही और सब टिकने वालों की डराने वाली नगरी थी, तू कैसी नाश हुई है?

Ezekiel 26:16Ezekiel 26Ezekiel 26:18

Ezekiel 26:17 in Other Translations

King James Version (KJV)
And they shall take up a lamentation for thee, and say to thee, How art thou destroyed, that wast inhabited of seafaring men, the renowned city, which wast strong in the sea, she and her inhabitants, which cause their terror to be on all that haunt it!

American Standard Version (ASV)
And they shall take up a lamentation over thee, and say to thee, How art thou destroyed, that wast inhabited by seafaring men, the renowned city, that was strong in the sea, she and her inhabitants, that caused their terror to be on all that dwelt there!

Bible in Basic English (BBE)
And they will send up a song of grief for you, and say to you, What destruction has come on you, how are you cut off from the sea, the noted town, which was strong in the sea, she and her people, causing the fear of them to come on all the dry land!

Darby English Bible (DBY)
And they shall take up a lamentation for thee, and say to thee, How hast thou perished, that wast inhabited from the seas, O renowned city, which wast strong in the sea, -- she and her inhabitants, who caused their terror to be on all them that dwell therein!

World English Bible (WEB)
They shall take up a lamentation over you, and tell you, How are you destroyed, who were inhabited by seafaring men, the renowned city, who was strong in the sea, she and her inhabitants, who caused their terror to be on all who lived there!

Young's Literal Translation (YLT)
And have lifted up for thee a lamentation, And said to thee: How hast thou perished, That art inhabited from the seas, The praised city, that was strong in the sea, She and her inhabitants, Who put their terror on all her inhabitants!

And
they
shall
take
up
וְנָשְׂא֨וּwĕnośʾûveh-nose-OO
lamentation
a
עָלַ֤יִךְʿālayikah-LA-yeek
for
קִינָה֙qînāhkee-NA
thee,
and
say
וְאָ֣מְרוּwĕʾāmĕrûveh-AH-meh-roo
How
thee,
to
לָ֔ךְlāklahk
art
thou
destroyed,
אֵ֣יךְʾêkake
inhabited
wast
that
אָבַ֔דְתְּʾābadĕtah-VA-det
of
seafaring
men,
נוֹשֶׁ֖בֶתnôšebetnoh-SHEH-vet
renowned
the
מִיַּמִּ֑יםmiyyammîmmee-ya-MEEM
city,
הָעִ֣ירhāʿîrha-EER
which
הַהֻלָּ֗לָהhahullālâha-hoo-LA-la
wast
אֲשֶׁר֩ʾăšeruh-SHER
strong
הָיְתָ֨הhāytâhai-TA
sea,
the
in
חֲזָקָ֤הḥăzāqâhuh-za-KA
she
בַיָּם֙bayyāmva-YAHM
inhabitants,
her
and
הִ֣יאhîʾhee
which
וְיֹשְׁבֶ֔יהָwĕyōšĕbêhāveh-yoh-sheh-VAY-ha
cause
אֲשֶׁרʾăšeruh-SHER
their
terror
נָתְנ֥וּnotnûnote-NOO
all
on
be
to
חִתִּיתָ֖םḥittîtāmhee-tee-TAHM
that
haunt
לְכָלlĕkālleh-HAHL
it!
יוֹשְׁבֶֽיהָ׃yôšĕbêhāyoh-sheh-VAY-ha

Cross Reference

Isaiah 14:12
हे भोर के चमकने वाले तारे तू क्योंकर आकाश से गिर पड़ा है? तू जो जाति जाति को हरा देता था, तू अब कैसे काट कर भूमि पर गिराया गया है?

Ezekiel 19:1
और इस्राएल के प्रधानों के विषय तू यह विलापगीत सुना,

2 Samuel 1:25
हाय, युद्ध के बीच शूरवीर कैसे काम आए! हे योनातन, हे ऊंचे स्थानों पर जूझे हुए,

Isaiah 23:4
हे सीदोन, लज्जित हो, क्योंकि समुद्र ने अर्थात समुद्र के दृढ़ स्थान ने यह कहा है, मैं ने न तो कभी जन्माने की पीड़ा जानी और न बालक को जन्म दिया, और न बेटों को पाला और न बेटियों को पोसा है।

Ezekiel 19:14
और उसकी शाखाओं की टहनियों में से आग निकली, जिस से उसके फल भस्म हो गए, और प्रभुता करने के योग्य राजदण्ड के लिये उस में अब कोई मोटी टहनी न रही। यही विलापगीत है, और यह विलापगीत बना रहेगा।

Ezekiel 27:2
हे मनुष्य के सन्तान, सोर के विषय एक विलाप का गीत बना कर उस से यों कह,

Ezekiel 32:2
हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र के राजा फिरौन के विषय विलाप का गीत बनाकर उसको सुना: जाति जाति में तेरी उपमा जवान सिंह से दी गई थी, परन्तु तू समुद्र के मगर के समान है; तू अपनी नदियों में टूट पड़ा, और उनके जल को पांवों से मथकर गंदला कर दिया।

Ezekiel 32:16
लोगों के विलाप करने के लिये विलाप का गीत यही है; जाति-जाति की स्त्रियां इसे गाएंगी; मिस्र और उसकी सारी भीड़ के विषय वे यही विलापगीत गाएंगी, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।

Revelation 18:9
और पृथ्वी के राजा जिन्हों ने उसके साथ व्यभिचार, और सुख-विलास किया, जब उसके जलने का धुआं देखेंगे, तो उसके लिये रोएंगे, और छाती पीटेंगे।

Revelation 18:16
हाय! हाय! यह बड़ा नगर जो मलमल, और बैंजनी, और किरिमजी कपड़े पहिने था, और सोने, और रत्नों, और मोतियों से सजा था,

Zephaniah 2:15
यह वही नगरी है, जो मगन रहती और निडर बैठी रहती थी, और सोचती थी कि मैं ही हूं, और मुझे छोड़ कोई है ही नहीं। परन्तु अब यह उजाड़ और वन पशुओं के बैठने का स्थान बन गया है, यहां तक कि जो कोई इसके पास हो कर चले, वह ताली बजाएगा और हाथ हिलाएगा।

Micah 2:4
उस समय यह अत्यन्त शोक का गीत दृष्टान्त की रीति पर गाया जाएगा: हम तो सर्वनाश हो गए; वह मेरे लोगों के भाग को बिगाड़ता है; हाय, वह उसे मुझ से कितनी दूर कर देता है! वह हमारे खेत बलवा करने वाले को दे देता है।

Obadiah 1:5
यदि चोर-डाकू रात को तेरे पास आते, (हाय, तू कैसे मिटा दिया गया है!) तो क्या वे चुराए हुए धन से तृप्त हो कर चले न जाते? और यदि दाख के तोड़ने वाले तेरे पास आते, तो क्या वे कहीं कहीं दाख न छोड़ जाते?

2 Samuel 1:19
हे इस्राएल, तेरा शिरोमणि तेरे ऊंचे स्थान पर मारा गया। हाय, शूरवीर क्योंकर गिर पड़े हैं!

Isaiah 23:8
सोर जो राजाओं की गद्दी पर बैठाती थी, जिसके व्योपारी हाकिम थे, और जिसके महाजन पृथ्वी भर में प्रतिष्ठित थे, उसके विरुद्ध किस ने ऐसी युक्ति की है?

Jeremiah 6:26
हे मेरी प्रजा कमर में टाट बान्ध, और राख में लोट; जैसा एकलौते पुत्र के लिये विलाप होता है वैसा ही बड़ा शोकमय विलाप कर; क्योंकि नाश करने वाला हम पर अचानक आ पड़ेगा।

Jeremiah 7:29
अपने बाल मुंड़ा कर फेंक दे; मुण्डे टीलों पर चढ़ कर विलाप का गीत गा, क्योंकि यहोवा ने इस समय के निवासियों पर क्रोध किया और उन्हें निकम्मा जानकर त्याग दिया है।

Jeremiah 9:20
इसलिये, हे स्त्रियों, यहोवा का यह वचन सुनो, और उसकी यह आज्ञा मानो; तुम अपनी अपनी बेटियों को शोक का गीत, और अपनी अपनी पड़ोसियों को विलाप का गीत सिखाओ।

Lamentations 1:1
जो नगरी लोगों से भरपूर थी वह अब कैसी अकेली बैठी हुई है! वह क्यों एक विधवा के समान बन गई? वह जो जातियों की दृष्टि में महान और प्रान्तों में रानी थी, अब क्यों कर देने वाली हो गई है।

Ezekiel 28:2
हे मनुष्य के सन्तान, सोर के प्रधान से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है कि तू ने मन में फूलकर यह कहा है, मैं ईश्वर हूँ, मैं समुद्र के बीच परमेश्वर के आसन पर बैठा हूँ, परन्तु, यद्यपि तू अपने आप को परमेश्वर सा दिखाता है, तौभी तू ईश्वर नहीं, मनुष्य ही है।

Ezekiel 28:12
हे मनुष्य के सन्तान, सोर के राजा के विषय में विलाप का गीत बनाकर उस से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, तू तो उत्तम से भी उत्तम है; तू बुद्धि से भरपूर और सर्वांग सुन्दर है।

Joel 1:18
पशु कैसे कराहते हैं? झुण्ड के झुण्ड गाय-बैल विकल हैं, क्योंकि उनके लिये चराई नहीं रही; और झुण्ड के झुण्ड भेड़-बकरियां पाप का फल भोग रही हैं॥

Joshua 19:29
वहां से वह सिवाना मुड़कर रामा से होते हुए सोन नाम गढ़ वाले नगर तक चला गया; फिर सिवाना होसा की ओर मुड़कर और अकजीब के पास के देश में हो कर समुद्र पर निकला,