Ezekiel 20:40
क्योंकि प्रभु यहोवा की यह वाणी है कि इस्राएल का सारा घराना अपने देश में मेरे पवित्र पर्वत पर, इस्राएल के ऊंचे पर्वत पर, सब का सब मेरी उपासना करेगा; वही मैं उन से प्रसन्न हूंगा, और वहीं मैं तुम्हारी उठाई हुई भेंटें और चढ़ाई हुई उत्तम उत्तम वस्तुएं, और तुमहारी सब पवित्र की हुई वस्तुएं तुम से लिया करूंगा।
Ezekiel 20:40 in Other Translations
King James Version (KJV)
For in mine holy mountain, in the mountain of the height of Israel, saith the Lord GOD, there shall all the house of Israel, all of them in the land, serve me: there will I accept them, and there will I require your offerings, and the firstfruits of your oblations, with all your holy things.
American Standard Version (ASV)
For in my holy mountain, in the mountain of the height of Israel, saith the Lord Jehovah, there shall all the house of Israel, all of them, serve me in the land: there will I accept them, and there will I require your offerings, and the first-fruits of your oblations, with all your holy things.
Bible in Basic English (BBE)
For in my holy mountain, in the high mountain of Israel, says the Lord, there all the children of Israel, all of them, will be my servants in the land; there I will take pleasure in them, and there I will be worshipped with your offerings and the first-fruits of the things you give, and with all your holy things.
Darby English Bible (DBY)
For in my holy mountain, in the mountain of the height of Israel, saith the Lord Jehovah, there shall all the house of Israel serve me, the whole of it, in the land; there will I accept them, and there will I require your heave-offerings and the first-fruits of your offerings, with all your holy things.
World English Bible (WEB)
For in my holy mountain, in the mountain of the height of Israel, says the Lord Yahweh, there shall all the house of Israel, all of them, serve me in the land: there will I accept them, and there will I require your offerings, and the first fruits of your offerings, with all your holy things.
Young's Literal Translation (YLT)
For, in My holy mountain, In the mountain of the height of Israel, An affirmation of the Lord Jehovah, There serve Me do all the house of Israel, All of it, in the land -- there I accept them, And there I do seek your heave-offerings, And with the first-fruit of your gifts, With all your holy things.
| For | כִּ֣י | kî | kee |
| in mine holy | בְהַר | bĕhar | veh-HAHR |
| mountain, | קָדְשִׁ֞י | qodšî | kode-SHEE |
| mountain the in | בְּהַ֣ר׀ | bĕhar | beh-HAHR |
| of the height | מְר֣וֹם | mĕrôm | meh-ROME |
| of Israel, | יִשְׂרָאֵ֗ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| saith | נְאֻם֙ | nĕʾum | neh-OOM |
| the Lord | אֲדֹנָ֣י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
| God, | יְהוִ֔ה | yĕhwi | yeh-VEE |
| there | שָׁ֣ם | šām | shahm |
| shall all | יַעַבְדֻ֜נִי | yaʿabdunî | ya-av-DOO-nee |
| house the | כָּל | kāl | kahl |
| of Israel, | בֵּ֧ית | bêt | bate |
| all | יִשְׂרָאֵ֛ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| land, the in them of | כֻּלֹּ֖ה | kullō | koo-LOH |
| serve | בָּאָ֑רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
| me: there | שָׁ֣ם | šām | shahm |
| accept I will | אֶרְצֵ֔ם | ʾerṣēm | er-TSAME |
| them, and there | וְשָׁ֞ם | wĕšām | veh-SHAHM |
| will I require | אֶדְר֣וֹשׁ | ʾedrôš | ed-ROHSH |
| אֶת | ʾet | et | |
| your offerings, | תְּרוּמֹֽתֵיכֶ֗ם | tĕrûmōtêkem | teh-roo-moh-tay-HEM |
| and the firstfruits | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| oblations, your of | רֵאשִׁ֛ית | rēʾšît | ray-SHEET |
| with all | מַשְׂאוֹתֵיכֶ֖ם | maśʾôtêkem | mahs-oh-tay-HEM |
| your holy things. | בְּכָל | bĕkāl | beh-HAHL |
| קָדְשֵׁיכֶֽם׃ | qodšêkem | kode-shay-HEM |
Cross Reference
Isaiah 60:7
केदार की सब भेड़-बकरियां इकट्ठी हो कर तेरी हो जाएंगी, नबायोत के मेढ़े तेरी सेवा टहल के काम में आएंगे; मेरी वेदी पर वे ग्रहण किए जाएंगे और मैं अपने शोभायमान भवन को और भी प्रतापी कर दूंगा॥
Isaiah 56:7
उन को मैं अपने पवित्र पर्वत पर ले आकर अपने प्रार्थना के भवन में आनन्दित करूंगा; उनके होमबलि और मेलबलि मेरी वेदी पर ग्रहण किए जाएंगे; क्योंकि मेरा भवन सब देशों के लोगों के लिये प्रार्थना का घर कहलाएगा।
Malachi 3:4
तब यहूदा और यरूशलेम की भेंट यहोवा को ऐसी भाएगी, जैसी पहिले दिनों में और प्राचीनकाल में भावती थी॥
Ezekiel 17:23
अर्थात इस्राएल के ऊंचे पर्वत पर लगाऊंगा; सो वह डालियां फोड़कर बलवन्त और उत्तम देवदार बन जाएगा, और उसके नीचे अर्थात उसकी डालियों की छाया में भांति भांति के सब पक्षी बसेरा करेंगे।
Isaiah 66:23
फिर ऐसा होगा कि एक नये चांद से दूसरे नये चांद के दिन तक और एक विश्राम दिन से दूसरे विश्राम दिन तक समस्त प्राणी मेरे साम्हने दण्डवत करने को आया करेंगे; यहोवा का यही वचन है॥
Hebrews 12:20
क्योंकि वे उस आज्ञा को न सह सके, कि यदि कोई पशु भी पहाड़ को छूए, तो पत्थरवाह किया जाए।
Hebrews 13:15
इसलिये हम उसके द्वारा स्तुति रूपी बलिदान, अर्थात उन होठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं, परमेश्वर के लिये सर्वदा चढ़ाया करें।
1 Peter 2:5
तुम भी आप जीवते पत्थरों की नाईं आत्मिक घर बनते जाते हो, जिस से याजकों का पवित्र समाज बन कर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ, जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हों।
Revelation 12:1
फिर स्वर्ग पर एक बड़ा चिन्ह दिखाई दिया, अर्थात एक स्त्री जो सूर्य्य ओढ़े हुए थी, और चान्द उसके पांवों तले था, और उसके सिर पर बारह तारों का मुकुट था।
Revelation 21:10
और वह मुझे आत्मा में, एक बड़े और ऊंचे पहाड़ पर ले गया, और पवित्र नगर यरूशलेम को स्वर्ग पर से परमेश्वर के पास से उतरते दिखाया।
Malachi 1:11
क्योंकि उदयाचल से ले कर अस्ताचल तक अन्यजातियों में मेरा नाम महान है, और हर कहीं मेरे नाम पर धूप और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है; क्योंकि अन्यजातियों में मेरा नाम महान है, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।
Zechariah 8:20
सेनाओं का यहोवा यों कहता है, ऐसा समय आने वाला है कि देश देश के लोग और बहुत नगरों के रहने वाले आएंगे।
Psalm 68:15
बाशान का पहाड़ परमेश्वर का पहाड़ है; बाशान का पहाड़ बहुत शिखरवाला पहाड़ है।
Isaiah 2:2
अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लागे धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगें।
Isaiah 66:20
और जैसे इस्राएली लोग अन्नबलि को शुद्ध पात्र में धरकर यहोवा के भवन में ले आते हैं, वैसे ही वे तुम्हारे सब भाइयों को घोड़ों, रथों, पालकियों, खच्चरों और साड़नियों पर चढ़ा चढ़ाकर मेरे पवित्र पर्वत यरूशलेम पर यहोवा की भेंट के लिये ले आएंगे, यहोवा का यही वचन है।
Jeremiah 31:12
इसलिये वे सिय्योन की चोटी पर आकर जयजयकार करेंगे, और यहोवा से अनाज, नया दाखमधु, टटका तेल, भेड़-बकरियां और गाय-बैलों के बच्चे आदि उत्तम उत्तम दान पाने के लिये तांता बान्ध कर चलेंगे; और उनका प्राण सींची हुई बारी के समान होगा, और वे फिर कभी उदास न होंगे।
Ezekiel 37:22
और मैं उन को उस देश अर्थात इस्राएल के पहाड़ों पर एक ही जाति कर दूंगा; और उन सभों का एक ही राजा होगा; और वे फिर दो न रहेंगे और न दो राज्यों में कभी बटेंगे।
Ezekiel 43:27
और जब वे दिन समाप्त हों, तब आठवें दिन के बाद से याजक लोग तुम्हारे होमबलि और मेलबलि वेदी पर चढ़ाया करें; तब मैं तुम से प्रसन्न हूंगा, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
Joel 3:17
इस प्रकार तुम जानोगे कि यहोवा जो अपने पवित्र पर्वत सिय्योन पर वास किए रहता है, वही हमारा परमेश्वर है। और यरूशलेम पवित्र ठहरेगा, और परदेशी उस में हो कर फिर न जाने पाएंगे॥
Obadiah 1:16
जिस प्रकार तू ने मेरे पवित्र पर्वत पर पिया, उसी प्रकार से सारी अन्यजातियां लगातार पीती रहेंगी, वरन वे सुड़क-सुड़ककर पीएंगी, और एसी हो जाएंगी जैसी कभी हुई ही नहीं।
Micah 4:1
अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लोग धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगे।
Psalm 2:6
मैं तो अपने ठहराए हुए राजा को अपने पवित्र पर्वत सिय्योन की राजगद्दी पर बैठा चुका हूं।