Ezekiel 15:6
सो प्रभु यहोवा यों कहता है, जैसे जंगल के पेड़ों में से मैं अंगूर की लता को आग का ईन्धन कर देता हूँ, वैसे ही मैं यरूशलेम के निवासियों को नाश कर दूंगा।
Ezekiel 15:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
Therefore thus saith the Lord GOD; As the vine tree among the trees of the forest, which I have given to the fire for fuel, so will I give the inhabitants of Jerusalem.
American Standard Version (ASV)
Therefore thus saith the Lord Jehovah: As the vine-tree among the trees of the forest, which I have given to the fire for fuel, so will I give the inhabitants of Jerusalem.
Bible in Basic English (BBE)
For this cause the Lord has said: Like the vine-tree among the trees of the woods which I have given to the fire for burning, so will I give the people of Jerusalem.
Darby English Bible (DBY)
Therefore thus saith the Lord Jehovah: As the wood of the vine among the trees of the forest, which I have given to the fire for fuel, so will I give the inhabitants of Jerusalem.
World English Bible (WEB)
Therefore thus says the Lord Yahweh: As the vine tree among the trees of the forest, which I have given to the fire for fuel, so will I give the inhabitants of Jerusalem.
Young's Literal Translation (YLT)
Therefore, thus said the Lord Jehovah: As the vine-tree among trees of the forest, That I have given to the fire for fuel, So I have given the inhabitants of Jerusalem.
| Therefore | לָכֵ֗ן | lākēn | la-HANE |
| thus | כֹּ֤ה | kō | koh |
| saith | אָמַר֙ | ʾāmar | ah-MAHR |
| the Lord | אֲדֹנָ֣י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
| God; | יְהוִ֔ה | yĕhwi | yeh-VEE |
| As | כַּאֲשֶׁ֤ר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
| the vine | עֵץ | ʿēṣ | ayts |
| tree | הַגֶּ֙פֶן֙ | haggepen | ha-ɡEH-FEN |
| among the trees | בְּעֵ֣ץ | bĕʿēṣ | beh-AYTS |
| of the forest, | הַיַּ֔עַר | hayyaʿar | ha-YA-ar |
| which | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| given have I | נְתַתִּ֥יו | nĕtattîw | neh-ta-TEEOO |
| to the fire | לָאֵ֖שׁ | lāʾēš | la-AYSH |
| for fuel, | לְאָכְלָ֑ה | lĕʾoklâ | leh-oke-LA |
| so | כֵּ֣ן | kēn | kane |
| give I will | נָתַ֔תִּי | nātattî | na-TA-tee |
| אֶת | ʾet | et | |
| the inhabitants | יֹשְׁבֵ֖י | yōšĕbê | yoh-sheh-VAY |
| of Jerusalem. | יְרוּשָׁלִָֽם׃ | yĕrûšāloim | yeh-roo-sha-loh-EEM |
Cross Reference
Isaiah 5:1
अब मैं अपने प्रिय के लिये और उसकी दाख की बारी के विषय में गीत गाऊंगा: एक अति उपजाऊ टीले पर मेरे प्रिय की एक दाख की बरी थी।
Ezekiel 20:47
और दक्खिन देश के वन से कह, यहोवा का यह वचन सुन, प्रभु यहोवा यों कहता है, मैं तुझ में आग लगाऊंगा, और तुझ में क्या हरे, क्या सूखे, जितने पेड़ हैं, सब को वह भस्म करेगी; उसकी धधकती ज्वाला न बुझेगी, और उसके कारण दक्खिन से उत्तर तक सब के मुख झुलस जाएंगे।
Ezekiel 17:3
एक लम्बे पंख वाले, परों से भरे और रंग बिरंगे बड़े उकाब पड़ी ने लबानोन जा कर एक देवदार की फुनगी नोच ली।
Ezekiel 15:2
हे मनुष्य के सन्तान, सब वृक्षों में अंगूर की लता की क्या श्रेष्टता है? अंगूर की शाखा जो जंगल के पेड़ों के बीच उत्पन्न होती है, उस में क्या गुण है?
Jeremiah 44:21
तुम्हारे पुरखा और तुम जो अपने राजाओं और हाकिमों और लोगों समेत यहूदा देश के नगरों और यरूशलेम की सड़कों में धूप जलाते थे, क्या वह यहोवा के ध्यान में नहीं आया?
Jeremiah 25:18
अर्थात यरूशलेम और यहूदा के नगरों के निवासियों, और उनके राजाओं और हाकिमों को पिलाया, ताकि उनका देश उजाड़ हो जाए और लोग ताली बजाएं, और उसकी उपमा देकर शाप दिया करें; जैसा आजकल होता है।
Jeremiah 25:9
इसलिये सुनो, मैं उत्तर में रहने वाले सब कुलों को बुलाऊंगा, और अपने दास बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर को बुलवा भेजूंगा; और उन सभों को इस देश और इसके निवासियों के विरुद्ध और इसके आस पास की सब जातियों के विरुद्ध भी ले आऊंगा; और इन सब देशों का मैं सत्यानाश कर के उन्हें ऐसा उजाड़ दूंगा कि लोग इन्हें देख कर ताली बजाएंगे; वरन ये सदा उजड़े ही रहेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
Jeremiah 24:8
परन्तु जैसे निकम्मे अंजीर, निकम्मे होने के कारण खाए नहीं जाते, उसी प्रकार से मैं यहूदा के राजा सिदकिय्याह और उसके हाकिमों और बचे हुए यरूशलेमियों को, जो इस देश में वा मिस्र में रह गए हैं, छोड़ दूंगा।
Jeremiah 21:7
और उसके बाद, यहोवा की यह वाणी है, हे यहूदा के राजा सिदकिय्याह, मैं तुझे, तेरे कर्मचारियों और लोगों को वरन जो लोग इस नगर में मरी, तलवार और महंगी से बचे रहेंगे उन को बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर और उनके प्राण के शत्रुओं के वश में कर दूंगा। वह उन को तलवार से मार डालेगा; उन पर न तो वह तरस खाएगा, न कुछ कोमलता दिखाएगा और न कुछ दया करेगा।
Jeremiah 7:20
सो प्रभु यहोवा ने यों कहा है, क्या मनुष्य, क्या पशु, क्या मैदान के वृक्ष, क्या भूमि की उपज, उन सब पर जो इस स्थान में हैं, मेरे कोप की आग भड़कने पर है; वह नित्य जलती रहेगी और कभी न बुझेगी।
Jeremiah 4:7
एक सिंह अपनी झाड़ी से निकला, जाति जाति का नाश करने वाला चढ़ाई कर के आ रहा है; वह कूच कर के अपने स्थान से इसलिये निकला है कि तुम्हारे देश को उजाड़ दे और तुम्हारे नगरों को ऐसा सुनसान कर दे कि उन में कोई बसने वाला न रहने पाए।
Isaiah 5:24
इस कारण जैसे अग्नि की लौ से खूंटी भस्म होती है और सूखी घास जल कर बैठ जाती है, वैसे ही उनकी जड़ सड़ जाएगी और उनके फूल धूल हो कर उड़ जाएंगे; क्योंकि उन्होंने सेनाओं के यहोवा की व्यवस्था को निकम्मी जाना, और इस्राएल के पवित्र के वचन को तुच्छ जाना है।
Zechariah 1:6
परन्तु मेरे वचन और मेरी आज्ञाएं जिन को मैं ने अपने दास नबियों को दिया था, क्या वे तुम्हारे पुरखाओं पर पूरी न हुई? तब उन्होंने मन फिराया और कहा, सेनाओं के यहोवा ने हमारे चालचलन और कामों के अनुसार हम से जैसा व्यवहार करने को कहा था, वैसा ही उसने हम को बदला दिया है॥