2 Thessalonians 3:6
हे भाइयों, हम तुम्हें अपने प्रभु यीशु मसीह के नाम से आज्ञा देते हैं; कि हर एक ऐसे भाई से अलग रहो, जो अनुचित चाल चलता, और जो शिक्षा उस ने हम से पाई उसके अनुसार नहीं करता।
2 Thessalonians 3:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
Now we command you, brethren, in the name of our Lord Jesus Christ, that ye withdraw yourselves from every brother that walketh disorderly, and not after the tradition which he received of us.
American Standard Version (ASV)
Now we command you, brethren, in the name of our Lord Jesus Christ, that ye withdraw yourselves from every brother that walketh disorderly, and not after the tradition which they received of us.
Bible in Basic English (BBE)
Now we give you orders, brothers, in the name of our Lord Jesus Christ, to keep away from all those whose behaviour is not well ordered and in harmony with the teaching which they had from us.
Darby English Bible (DBY)
Now we enjoin you, brethren, in the name of our Lord Jesus Christ, that ye withdraw from every brother walking disorderly and not according to the instruction which he received from us.
World English Bible (WEB)
Now we command you, brothers, in the name of our Lord Jesus Christ, that you withdraw yourselves from every brother who walks in rebellion, and not after the tradition which they received from us.
Young's Literal Translation (YLT)
And we command you, brethren, in the name of our Lord Jesus Christ, to withdraw yourselves from every brother disorderly walking, and not after the deliverance that ye received from us,
| Now | Παραγγέλλομεν | parangellomen | pa-rahng-GALE-loh-mane |
| we command | δὲ | de | thay |
| you, | ὑμῖν | hymin | yoo-MEEN |
| brethren, | ἀδελφοί | adelphoi | ah-thale-FOO |
| in | ἐν | en | ane |
| name the | ὀνόματι | onomati | oh-NOH-ma-tee |
| of our | τοῦ | tou | too |
| κυρίου | kyriou | kyoo-REE-oo | |
| Lord | ἡμῶν | hēmōn | ay-MONE |
| Jesus | Ἰησοῦ | iēsou | ee-ay-SOO |
| Christ, | Χριστοῦ | christou | hree-STOO |
| yourselves ye that | στέλλεσθαι | stellesthai | STALE-lay-sthay |
| withdraw | ὑμᾶς | hymas | yoo-MAHS |
| from | ἀπὸ | apo | ah-POH |
| every | παντὸς | pantos | pahn-TOSE |
| brother | ἀδελφοῦ | adelphou | ah-thale-FOO |
| that walketh | ἀτάκτως | ataktōs | ah-TAHK-tose |
| disorderly, | περιπατοῦντος | peripatountos | pay-ree-pa-TOON-tose |
| and | καὶ | kai | kay |
| not | μὴ | mē | may |
| after | κατὰ | kata | ka-TA |
| the | τὴν | tēn | tane |
| tradition | παράδοσιν | paradosin | pa-RA-thoh-seen |
| which | ἣν | hēn | ane |
| he received | παρέλαβεν | parelaben | pa-RAY-la-vane |
| of | παρ' | par | pahr |
| us. | ἡμῶν | hēmōn | ay-MONE |
Cross Reference
1 Thessalonians 5:14
और हे भाइयों, हम तुम्हें समझाते हैं, कि जो ठीक चाल नहीं चलते, उन को समझाओ, कायरों को ढाढ़स दो, निर्बलों को संभालो, सब की ओर सहनशीलता दिखाओ।
1 Corinthians 5:4
कि जब तुम, और मेरी आत्मा, हमारे प्रभु यीशु की सामर्थ के साथ इकट्ठे हो, तो ऐसा मनुष्य, हमारे प्रभु यीशु के नाम से।
2 Thessalonians 2:15
इसलिये, हे भाइयों, स्थिर रहो; और जो जो बातें तुम ने क्या वचन, क्या पत्री के द्वारा हम से सीखी है, उन्हें थामे रहो॥
Romans 16:17
अब हे भाइयो, मैं तुम से बिनती करता हूं, कि जो लोग उस शिक्षा के विपरीत जो तुम ने पाई है, फूट पड़ने, और ठोकर खाने के कारण होते हैं, उन्हें ताड़ लिया करो; और उन से दूर रहो।
1 Thessalonians 4:11
और जैसी हम ने तुम्हें आज्ञा दी, वैसे ही चुपचाप रहने और अपना अपना काम काज करने, और अपने अपने हाथों से कमाने का प्रयत्न करो।
2 Thessalonians 3:7
क्योंकि तुम आप जानते हो, कि किस रीति से हमारी सी चाल चलनी चाहिए; क्योंकि हम तुम्हारे बीच में अनुचित चाल न चले।
2 Thessalonians 3:10
और जब हम तुम्हारे यहां थे, तब भी यह आज्ञा तुम्हें देते थे, कि यदि कोई काम करना न चाहे, तो खाने भी न पाए।
2 Thessalonians 3:14
यदि कोई हमारी इस पत्री की बात को न माने, तो उस पर दृष्टि रखो; और उस की संगति न करो, जिस से वह लज्ज़ित हो;
2 Timothy 3:5
वे भक्ति का भेष तो धरेंगे, पर उस की शक्ति को न मानेंगे; ऐसों से परे रहना।
Hebrews 12:15
और ध्यान से देखते रहो, ऐसा न हो, कि कोई परमेश्वर के अनुग्रह से वंचित रह जाए, या कोई कड़वी जड़ फूट कर कष्ट दे, और उसके द्वारा बहुत से लोग अशुद्ध हो जाएं।
1 Thessalonians 4:1
निदान, हे भाइयों, हम तुम से बिनती करते हैं, और तुम्हें प्रभु यीशु में समझाते हैं, कि जैसे तुम ने हम से योग्य चाल चलना, और परमेश्वर को प्रसन्न करना सीखा है, और जैसा तुम चलते भी हो, वैसे ही और भी बढ़ते जाओ।
Colossians 3:17
और वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो॥
Matthew 18:17
यदि वह उन की भी न माने, तो कलीसिया से कह दे, परन्तु यदि वह कलीसिया की भी न माने, तो तू उसे अन्य जाति और महसूल लेने वाले के ऐसा जान।
1 Corinthians 5:11
मेरा कहना यह है; कि यदि कोई भाई कहला कर, व्यभिचारी, या लोभी, या मूर्तिपूजक, या गाली देने वाला, या पियक्कड़, या अन्धेर करने वाला हो, तो उस की संगति मत करना; वरन ऐसे मनुष्य के साथ खाना भी न खाना।
1 Corinthians 11:2
हे भाइयों, मैं तुम्हें सराहता हूं, कि सब बातों में तुम मुझे स्मरण करते हो: और जो व्यवहार मैं ने तुम्हें सौंप दिए हैं, उन्हें धारण करते हो।
2 Corinthians 2:10
जिस का तुम कुछ क्षमा करते हो उस मैं भी क्षमा करता हूं, क्योंकि मैं ने भी जो कुछ क्षमा किया है, यदि किया हो, तो तुम्हारे कारण मसीह की जगह में होकर क्षमा किया है।
Ephesians 4:17
इसलिये मैं यह कहता हूं, और प्रभु में जताए देता हूं कि जैसे अन्यजातीय लोग अपने मन की अनर्थ की रीति पर चलते हैं, तुम अब से फिर ऐसे न चलो।
3 John 1:10
सो जब मैं आऊंगा, तो उसके कामों की जो वह कर रहा है सुधि दिलाऊंगा, कि वह हमारे विषय में बुरी बुरी बातें बकता है; और इस पर भी सन्तोष न करके आप ही भाइयों को ग्रहण नहीं करता, और उन्हें जो ग्रहण करना चाहते हैं, मना करता है: और मण्डली से निकाल देता है।
2 Timothy 4:1
परमेश्वर और मसीह यीशु को गवाह कर के, जो जीवतों और मरे हुओं का न्याय करेगा, उसे और उसके प्रगट होने, और राज्य को सुधि दिलाकर मैं तुझे चिताता हूं।
1 Timothy 6:13
मैं तुझे परमेश्वर को जो सब को जीवित रखता है, और मसीह यीशु को गवाह कर के जिस ने पुन्तियुस पीलातुस के साम्हने अच्छा अंगीकार किया, यह आज्ञा देता हूं,
1 Timothy 6:5
और उन मनुष्यों में व्यर्थ रगड़े झगड़े उत्पन्न होते हैं, जिन की बुद्धि बिगड़ गई है और वे सत्य से विहीन हो गए हैं, जो समझते हैं कि भक्ति कमाई का द्वार है।
1 Timothy 5:21
परमेश्वर, और मसीह यीशु, और चुने हुए स्वर्गदूतों को उपस्थित जान कर मैं तुझे चितौनी देता हूं कि तू मन खोल कर इन बातों को माना कर, और कोई काम पक्षपात से न कर।