2 Samuel 14:14
हम को तो मरना ही है, और भूमि पर गिरे हुए जल के समान ठहरेंगे, जो फिर उठाया नहीं जाता; तौभी परमेश्वर प्राण नहीं लेता, वरन ऐसी युक्ति करता है कि निकाला हुआ उसके पास से निकाला हुआ न रहे।
2 Samuel 14:14 in Other Translations
King James Version (KJV)
For we must needs die, and are as water spilt on the ground, which cannot be gathered up again; neither doth God respect any person: yet doth he devise means, that his banished be not expelled from him.
American Standard Version (ASV)
For we must needs die, and are as water split on the ground, which cannot be gathered up again; neither doth God take away life, but deviseth means, that he that is banished be not an outcast from him.
Bible in Basic English (BBE)
For death comes to us all, and we are like water drained out on the earth, which it is not possible to take up again; and God will not take away the life of the man whose purpose is that he who has been sent away may not be completely cut off from him.
Darby English Bible (DBY)
For we must needs die, and are as water spilt on the ground, which cannot be gathered up again; and God has not taken away his life, but devises means that the banished one be not expelled from him.
Webster's Bible (WBT)
For we must needs die, and are as water spilt on the ground, which cannot be gathered up again; neither doth God respect any person: yet doth he devise means, that his banished be not expelled from him.
World English Bible (WEB)
For we must needs die, and are as water split on the ground, which can't be gathered up again; neither does God take away life, but devises means, that he who is banished not be an outcast from him.
Young's Literal Translation (YLT)
for we do surely die, and `are' as water which is running down to the earth, which is not gathered, and God doth not accept a person, and hath devised devices in that the outcast is not outcast by Him.
| For | כִּי | kî | kee |
| we must needs | מ֣וֹת | môt | mote |
| die, | נָמ֔וּת | nāmût | na-MOOT |
| and are as water | וְכַמַּ֙יִם֙ | wĕkammayim | veh-ha-MA-YEEM |
| spilt | הַנִּגָּרִ֣ים | hanniggārîm | ha-nee-ɡa-REEM |
| on the ground, | אַ֔רְצָה | ʾarṣâ | AR-tsa |
| which | אֲשֶׁ֖ר | ʾăšer | uh-SHER |
| cannot | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| be gathered up again; | יֵֽאָסֵ֑פוּ | yēʾāsēpû | yay-ah-SAY-foo |
| neither | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
| doth God | יִשָּׂ֤א | yiśśāʾ | yee-SA |
| respect | אֱלֹהִים֙ | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
| any person: | נֶ֔פֶשׁ | nepeš | NEH-fesh |
| yet doth he devise | וְחָשַׁב֙ | wĕḥāšab | veh-ha-SHAHV |
| means, | מַֽחֲשָׁב֔וֹת | maḥăšābôt | ma-huh-sha-VOTE |
| that his banished | לְבִלְתִּ֛י | lĕbiltî | leh-veel-TEE |
| be not expelled | יִדַּ֥ח | yiddaḥ | yee-DAHK |
| from | מִמֶּ֖נּוּ | mimmennû | mee-MEH-noo |
| him. | נִדָּֽח׃ | niddāḥ | nee-DAHK |
Cross Reference
Numbers 35:28
क्योंकि खूनी को महायाजक की मृत्यु तक शरणस्थान में रहना चाहिये; और महायाजक के मरने के पश्चात वह अपनी निज भूमि को लौट सकेगा।
Numbers 35:25
और मण्डली उस खूनी को लोहू के पलटा लेने वाले के हाथ से बचाकर उस शरणनगर में जहां वह पहिले भाग गया हो लौटा दे, और जब तक पवित्र तेल से अभिषेक किया हुआ महायाजक न मर जाए तब तक वह वहीं रहे।
Numbers 35:15
ये छहों नगर इस्त्राएलियों के और उनके बीच रहने वाले परदेशियों के लिये भी शरणस्थान ठहरें, कि जो कोई किसी को भूल से मार डाले वह वहीं भाग जाए।
Hebrews 9:27
और जैसे मनुष्यों के लिये एक बार मरना और उसके बाद न्याय का होना नियुक्त है।
Job 34:15
तो सब देहधारी एक संग नाश हो जाएंगे, और मनुष्य फिर मिट्टी में मिल जाएगा।
Job 30:23
हां, मुझे निश्चय है, कि तू मुझे मृत्यु के वश में कर देगा, और उस घर में पहुंचाएगा, जो सब जीवित प्राणियों के लिये ठहराया गया है।
Isaiah 50:1
तुम्हारी माता का त्यागपत्र कहां है? जिसे मैं ने उसे त्यागते समय दिया था? या मैं ने किस व्योपारी के हाथ तुम्हें बेचा? यहोवा यों कहता है, सुनो, तुम अपने ही अधर्म के कामों के कारण बिक गए, और तुम्हारे ही अपराधों के कारण तुम्हारी माता छोड़ दी गई।
Matthew 22:16
सो उन्हों ने अपने चेलों को हेरोदियों के साथ उसके पास यह कहने को भेजा, कि हे गुरू; हम जानते हैं, कि तू सच्चा है; और परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से सिखाता है; और किसी की परवा नहीं करता, क्योंकि तू मनुष्यों का मुंह देखकर बातें नही करता।
Acts 10:34
तब पतरस ने मुंह खोलकर कहा;
Romans 2:11
क्योंकि परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता।
1 Peter 1:17
और जब कि तुम, हे पिता, कह कर उस से प्रार्थना करते हो, जो बिना पक्षपात हर एक के काम के अनुसार न्याय करता है, तो अपने परदेशी होने का समय भय से बिताओ।
Ecclesiastes 9:5
क्योंकि जीवते तो इतना जानते हैं कि वे मरेंगे, परन्तु मरे हुए कुछ भी नहीं जानते, और न उन को कुछ और बदला मिल सकता है, क्योंकि उनका स्मरण मिट गया है।
Ecclesiastes 3:19
क्योंकि जैसी मनुष्यों की वैसी ही पशुओं की भी दशा होती है; दोनों की वही दशा होती है, जैसे एक मरता वैसे ही दूसरा भी मरता है। सभों की स्वांस एक सी है, और मनुष्य पशु से कुछ बढ़कर नहीं; सब कुछ व्यर्थ ही है।
Psalm 90:10
हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं।
Leviticus 26:40
तब वे अपने और अपने पितरों के अधर्म को मान लेंगे, अर्थात उस विश्वासघात को जो वे मेरा करेंगे, और यह भी मान लेंगे, कि हम यहोवा के विरुद्ध चले थे,
Deuteronomy 10:17
क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा वही ईश्वरों का परमेश्वर और प्रभुओं का प्रभु है, वह महान् पराक्रमी और भय योग्य ईश्वर है, जो किसी का पक्ष नहीं करता और न घूस लेता है।
2 Samuel 11:25
दाऊद ने दूत से कहा, योआब से यों कहना, कि इस बात के कारण उदास न हो, क्योंकि तलवार जैसे इस को वैसे उसको नाश करती है; तो तू नगर के विरुद्ध अधिक दृढ़ता से लड़कर उसे उलट दे। और तू उसे हियाव बन्धा।
Job 14:7
वृक्ष की तो आशा रहती है, कि चाहे वह काट डाला भी जाए, तौभी फिर पनपेगा और उस से नर्म नर्म डालियां निकलती ही रहेंगी।
Job 14:14
यदि मनुष्य मर जाए तो क्या वह फिर जीवित होगा? जब तक मेरा छूटकारा न होता तब तक मैं अपनी कठिन सेवा के सारे दिन आशा लगाए रहता।
Job 34:19
ईश्वर तो हाकिमों का पक्ष नहीं करता और धनी और कंगाल दोनों को अपने बनाए हुए जान कर उन में कुछ भेद नहीं करता।
Psalm 22:14
मैं जल की नाईं बह गया, और मेरी सब हडि्डयों के जोड़ उखड़ गए: मेरा हृदय मोम हो गया, वह मेरी देह के भीतर पिघल गया।
Psalm 58:7
वे घुलकर बहते हुए पानी के समान हो जाएं; जब वे अपने तीर चढ़ाएं, तब तीर मानों दो टुकड़े हो जाएं।
Psalm 79:3
उन्होंने उनका लोहू यरूशलेम के चारों ओर जल की नाईं बहाया, और उन को मिट्टी देने वाला कोई न था।
Psalm 90:3
तू मनुष्य को लौटा कर चूर करता है, और कहता है, कि हे आदमियों, लौट आओ!
Exodus 21:13
यदि वह उसकी घात में न बैठा हो, और परमेश्वर की इच्छा ही से वह उसके हाथ में पड़ गया हो, तो ऐसे मारने वाले के भागने के निमित्त मैं एक स्थान ठहराऊंगा जहां वह भाग जाए।