2 Samuel 13:3
अम्नोन के योनादाब नाम एक मित्र था, जो दाऊद के भाई शिमा का बेटा था; और वह बड़ा चतुर था।
2 Samuel 13:3 in Other Translations
King James Version (KJV)
But Amnon had a friend, whose name was Jonadab, the son of Shimeah David's brother: and Jonadab was a very subtil man.
American Standard Version (ASV)
But Amnon had a friend, whose name was Jonadab, the son of Shimeah, David's brother; and Jonadab was a very subtle man.
Bible in Basic English (BBE)
But Amnon had a friend whose name was Jonadab, the son of Shimeah, David's brother: and Jonadab was a very wise man.
Darby English Bible (DBY)
And Amnon had a friend whose name was Jonadab, the son of Shimeah David's brother; and Jonadab was a very shrewd man.
Webster's Bible (WBT)
But Amnon had a friend, whose name was Jonadab, the son of Shimeah David's brother: and Jonadab was a very subtil man.
World English Bible (WEB)
But Amnon had a friend, whose name was Jonadab, the son of Shimeah, David's brother; and Jonadab was a very subtle man.
Young's Literal Translation (YLT)
And Amnon hath a friend, and his name `is' Jonadab, son of Shimeah, David's brother, and Jonadab `is' a very wise man,
| But Amnon | וּלְאַמְנ֣וֹן | ûlĕʾamnôn | oo-leh-am-NONE |
| had a friend, | רֵ֗עַ | rēaʿ | RAY-ah |
| name whose | וּשְׁמוֹ֙ | ûšĕmô | oo-sheh-MOH |
| was Jonadab, | יֽוֹנָדָ֔ב | yônādāb | yoh-na-DAHV |
| the son | בֶּן | ben | ben |
| Shimeah of | שִׁמְעָ֖ה | šimʿâ | sheem-AH |
| David's | אֲחִ֣י | ʾăḥî | uh-HEE |
| brother: | דָוִ֑ד | dāwid | da-VEED |
| and Jonadab | וְי֣וֹנָדָ֔ב | wĕyônādāb | veh-YOH-na-DAHV |
| very a was | אִ֥ישׁ | ʾîš | eesh |
| subtil | חָכָ֖ם | ḥākām | ha-HAHM |
| man. | מְאֹֽד׃ | mĕʾōd | meh-ODE |
Cross Reference
1 Samuel 16:9
फिर यिशै ने शम्मा को साम्हने भेजा। और उसने कहा, यहोवा ने इस को भी नहीं चुना।
James 3:15
यह ज्ञान वह नहीं, जो ऊपर से उतरता है वरन सांसारिक, और शारीरिक, और शैतानी है।
1 Corinthians 3:19
क्योंकि इस संसार का ज्ञान परमेश्वर के निकट मूर्खता है, जैसा लिखा है; कि वह ज्ञानियों को उन की चतुराई में फंसा देता है।
Jeremiah 4:22
क्योंकि मेरी प्रजा मूढ़ है, वे मुझे नहीं जानते; वे ऐसे मूर्ख लड़के हैं जिन में कुछ भी समझ नहीं। बुराई करने को तो वे बुद्धिमान हैं, परन्तु भलाई करना वे नहीं जानते।
Proverbs 19:6
उदार मनुष्य को बहुत से लोग मना लेते हैं, और दानी पुरूष का मित्र सब कोई बनता है।
Esther 6:13
और हामान ने अपनी पत्ती जेरेश और अपने सब मित्रों से सब कुछ जो उस पर बीता था वर्णन किया।
Esther 5:14
उसकी पत्नी जेरेश और उसके सब मित्रों ने उस से कहा, पचास हाथ ऊंचा फांसी का एक खम्भा, बनाया जाए, और बिहान को राजा से कहना, कि उस पर मोर्दकै लटका दिया जाए; तब राजा के संग आनन्द से जेवनार में जाना। इस बात से प्रसन्न हो कर हामान ने बैसा ही फांसी का एक खम्भा बनवाया।
Esther 5:10
तौभी वह अपने को रोककर अपने घर गया; और अपने मित्रों और अपनी स्त्री जेरेश को बुलवा भेजा।
2 Samuel 14:19
राजा ने पूछा, इस बात में क्या योआब तेरा संगी है? स्त्री ने उत्तर देकर कहा, हे मेरे प्रभु, हे राजा, तेरे प्राण की शपथ, जो कुछ मेरे प्रभु राजा ने कहा है, उस से कोई न दाहिनी ओर मुड़ सकता है और न बाईं। तेरे दास योआब ही ने मुझे आज्ञा दी, और ये सब बातें उसी ने तेरी दासी को सिखाईं हैं।
2 Samuel 14:2
इसलिये योआब ने तको नगर में दूत भेज कर वहां से एक बुद्धिमान स्त्री को बुलवाया, और उस से कहा, शोक करनेवाली बन, अर्थात शोक का पहिरावा पहिन, और तेल न लगा; परन्तु ऐसी स्त्री बन जो बहुत दिन से मुए के लिये विलाप करती रही हो।
2 Samuel 13:32
तब दाऊद के भाई शिमा के पुत्र योनादाब ने कहा, मेरा प्रभु यह न समझे कि सब जवान, अर्थात राजकुमार मार डाले गए हैं, केवल अम्नोन मारा गया है; क्योंकि जिस दिन उसने अबशालोम की बहिन तामार को भ्रष्ट किया, उसी दिन से अबशालोम की आज्ञा से ऐसी ही बात ठनी थी।
Judges 14:20
और शिमशोन की पत्नी उसके एक संगी को जिस से उसने मित्र का सा बर्ताव किया था ब्याह दी गई॥
Genesis 38:20
तब यहूदा ने बकरी का बच्चा अपने मित्र उस अदुल्लामवासी के हाथ भेज दिया, कि वह रेहन रखी हुई वस्तुएं उस स्त्री के हाथ से छुड़ा ले आए; पर वह स्त्री उसको न मिली।
Genesis 38:1
उन्हीं दिनों में ऐसा हुआ, कि यहूदा अपने भाईयों के पास से चला गया, और हीरा नाम एक अदुल्लामवासी पुरूष के पास डेरा किया।
Genesis 3:1
यहोवा परमेश्वर ने जितने बनैले पशु बनाए थे, उन सब में सर्प धूर्त था, और उसने स्त्री से कहा, क्या सच है, कि परमेश्वर ने कहा, कि तुम इस बाटिका के किसी वृक्ष का फल न खाना?