2 Chronicles 4:13
और दोनों जालियों के लिये चार सौ अनार और जो गोले खम्भों के सिरों पर थे, उन को ढांपनेवाली एक एक जाली के लिये अनारों की दो दो पांति बनाईं।
And four | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
hundred | הָֽרִמּוֹנִ֛ים | hārimmônîm | ha-ree-moh-NEEM |
pomegranates | אַרְבַּ֥ע | ʾarbaʿ | ar-BA |
on the two | מֵא֖וֹת | mēʾôt | may-OTE |
wreaths; | לִשְׁתֵּ֣י | lištê | leesh-TAY |
two | הַשְּׂבָכ֑וֹת | haśśĕbākôt | ha-seh-va-HOTE |
rows | שְׁנַ֨יִם | šĕnayim | sheh-NA-yeem |
of pomegranates | טוּרִ֤ים | ṭûrîm | too-REEM |
on each | רִמּוֹנִים֙ | rimmônîm | ree-moh-NEEM |
wreath, | לַשְּׂבָכָ֣ה | laśśĕbākâ | la-seh-va-HA |
cover to | הָֽאֶחָ֔ת | hāʾeḥāt | ha-eh-HAHT |
לְכַסּ֗וֹת | lĕkassôt | leh-HA-sote | |
the two | אֶת | ʾet | et |
pommels | שְׁתֵּי֙ | šĕttēy | sheh-TAY |
chapiters the of | גֻּלּ֣וֹת | gullôt | ɡOO-lote |
which | הַכֹּֽתָר֔וֹת | hakkōtārôt | ha-koh-ta-ROTE |
were upon | אֲשֶׁ֖ר | ʾăšer | uh-SHER |
עַל | ʿal | al | |
the pillars. | פְּנֵ֥י | pĕnê | peh-NAY |
הָֽעַמּוּדִֽים׃ | hāʿammûdîm | HA-ah-moo-DEEM |