1 Thessalonians 3:9
और जैसा आनन्द हमें तुम्हारे कारण अपने परमेश्वर के साम्हने है, उसके बदले तुम्हारे विषय में हम किस रीति से परमेश्वर का धन्यवाद करें?
1 Thessalonians 3:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
For what thanks can we render to God again for you, for all the joy wherewith we joy for your sakes before our God;
American Standard Version (ASV)
For what thanksgiving can we render again unto God for you, for all the joy wherewith we joy for your sakes before our God;
Bible in Basic English (BBE)
For how great is the praise which we give to God for you, and how great the joy with which we are glad because of you before our God;
Darby English Bible (DBY)
For what thanksgiving can we render to God for you, for all the joy wherewith we rejoice on account of you before our God,
World English Bible (WEB)
For what thanksgiving can we render again to God for you, for all the joy with which we rejoice for your sakes before our God;
Young's Literal Translation (YLT)
for what thanks are we able to recompense to God for you, for all the joy with which we do joy because of you in the presence of our God?
| For | τίνα | tina | TEE-na |
| what | γὰρ | gar | gahr |
| thanks | εὐχαριστίαν | eucharistian | afe-ha-ree-STEE-an |
| can we | δυνάμεθα | dynametha | thyoo-NA-may-tha |
| render again | τῷ | tō | toh |
God to | θεῷ | theō | thay-OH |
| ἀνταποδοῦναι | antapodounai | an-ta-poh-THOO-nay | |
| for | περὶ | peri | pay-REE |
| you, | ὑμῶν | hymōn | yoo-MONE |
| for | ἐπὶ | epi | ay-PEE |
| all | πάσῃ | pasē | PA-say |
| the | τῇ | tē | tay |
| joy | χαρᾷ | chara | ha-RA |
| wherewith | ᾗ | hē | ay |
| we joy | χαίρομεν | chairomen | HAY-roh-mane |
| sakes for | δι' | di | thee |
| your | ὑμᾶς | hymas | yoo-MAHS |
| before | ἔμπροσθεν | emprosthen | AME-proh-sthane |
| our | τοῦ | tou | too |
| θεοῦ | theou | thay-OO | |
| God; | ἡμῶν | hēmōn | ay-MONE |
Cross Reference
2 Corinthians 9:15
परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो॥
1 Thessalonians 3:7
इसलिये हे भाइयों, हम ने अपनी सारी सकेती और क्लेश में तुम्हारे विश्वास से तुम्हारे विषय में शान्ति पाई।
1 Thessalonians 2:19
भला हमारी आशा, या आनन्द या बड़ाई का मुकुट क्या है? क्या हमारे प्रभु यीशु के सम्मुख उसके आने के समय तुम ही न होगे?
1 Thessalonians 1:2
हम अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण करते और सदा तुम सब के विषय में परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं।
2 Corinthians 2:14
परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो मसीह में सदा हम को जय के उत्सव में लिये फिरता है, और अपने ज्ञान का सुगन्ध हमारे द्वारा हर जगह फैलाता है।
Psalm 98:8
नदियां तालियां बजाएं; पहाड़ मिलकर जयजयकार करें।
Psalm 96:12
मैदान और जो कुछ उस में है, वह प्रफुल्लित हो; उसी समय वन के सारे वृक्ष जयजयकार करेंगे।
Psalm 71:14
मैं तो निरन्तर आशा लगाए रहूंगा, और तेरी स्तुति अधिक अधिक करता जाऊंगा।
Psalm 68:3
परन्तु धर्मी आनन्दित हों; वे परमेश्वर के साम्हने प्रफुल्लित हों; वे आनन्द से मगन हों!
Nehemiah 9:5
फिर येशू, कदमीएल, बानी, हशब्नयाह, शेरेब्याह, होदिय्याह, शबन्याह, और पतह्याह नाम लेवियों ने कहा, खड़े हो; अपने परमेश्वर यहोवा को अनादिकाल से अनन्तकाल तक धन्य कहो। तेरा महिमायुक्त नाम धन्य कहा जाए, जो सब धन्यवाद और स्तुति से परे है।
2 Samuel 7:18
तब दाऊद राजा भीतर जा कर यहोवा के सम्मुख बैठा, और कहने लगा, हे प्रभु यहोवा, क्या कहूं, और मेरा घराना क्या है, कि तू ने मुझे यहां तक पहुंचा दिया है?
2 Samuel 6:21
दाऊद ने मीकल से कहा, यहोवा, जिसने तेरे पिता और उसके समस्त घराने की सन्ती मुझ को चुनकर अपनी प्रजा इस्राएल का प्रधान होने को ठहरा दिया है, उसके सम्मुख मैं ने ऐसा खेला--और मैं यहोवा के सम्मुख इसी प्रकार खेला करूंगा।
Deuteronomy 16:11
और उस स्थान में जो तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले अपने अपने बेटे-बेटियों, दास-दासियों समेत तू और तेरे फाटकों के भीतर जो लेवीय हों, और जो जो परदेशी, और अनाथ, और विधवाएं तेरे बीच में हों, वे सब के सब अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने आनन्द करें।
Deuteronomy 12:18
उन्हें अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने उसी स्थान पर जिस को वह चुने अपने बेटे बेटियों और दास दासियों के, और जो लेवीय तेरे फाटकों के भीतर रहेंगे उनके साथ खाना, और तू अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने अपने सब कामों पर जिन में हाथ लगाया हो आनन्द करना।
Deuteronomy 12:2
जिन जातियों के तुम अधिकारी होगे उनके लोग ऊंचे ऊंचे पहाड़ों वा टीलों पर, वा किसी भांति के हरे वृक्ष के तले, जितने स्थानों में अपने देवताओं की उपासना करते हैं, उन सभों को तुम पूरी रीति से नष्ट कर डालना;