1 Samuel 27:5
दाऊद ने आकीश से कहा, यदि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो, तो देश की किसी बस्ती में मुझे स्थान दिला दे जहां मैं रहूं; तेरा दास तेरे साथ राजधनी में क्योंरहे?
And David | וַיֹּ֨אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
said | דָּוִ֜ד | dāwid | da-VEED |
unto | אֶל | ʾel | el |
Achish, | אָכִ֗ישׁ | ʾākîš | ah-HEESH |
If | אִם | ʾim | eem |
I have now | נָא֩ | nāʾ | na |
found | מָצָ֨אתִי | māṣāʾtî | ma-TSA-tee |
grace | חֵ֤ן | ḥēn | hane |
in thine eyes, | בְּעֵינֶ֙יךָ֙ | bĕʿênêkā | beh-ay-NAY-HA |
give them let | יִתְּנוּ | yittĕnû | yee-teh-NOO |
me a place | לִ֣י | lî | lee |
some in | מָק֗וֹם | māqôm | ma-KOME |
town | בְּאַחַ֛ת | bĕʾaḥat | beh-ah-HAHT |
in the country, | עָרֵ֥י | ʿārê | ah-RAY |
dwell may I that | הַשָּׂדֶ֖ה | haśśāde | ha-sa-DEH |
there: | וְאֵ֣שְׁבָה | wĕʾēšĕbâ | veh-A-sheh-va |
why for | שָּׁ֑ם | šām | shahm |
should thy servant | וְלָ֨מָּה | wĕlāmmâ | veh-LA-ma |
dwell | יֵשֵׁ֧ב | yēšēb | yay-SHAVE |
royal the in | עַבְדְּךָ֛ | ʿabdĕkā | av-deh-HA |
city | בְּעִ֥יר | bĕʿîr | beh-EER |
with | הַמַּמְלָכָ֖ה | hammamlākâ | ha-mahm-la-HA |
thee? | עִמָּֽךְ׃ | ʿimmāk | ee-MAHK |