1 Samuel 15:22
शमूएल ने कहा, क्या यहोवा होमबलियों, और मेलबलियों से उतना प्रसन्न होता है, जितना कि अपनी बात के माने जाने से प्रसन्न होता है? सुन मानना तो बलि चढ़ाने और कान लगाना मेढ़ों की चर्बी से उत्तम है।
And Samuel | וַיֹּ֣אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
said, | שְׁמוּאֵ֗ל | šĕmûʾēl | sheh-moo-ALE |
Lord the Hath | הַחֵ֤פֶץ | haḥēpeṣ | ha-HAY-fets |
as great delight | לַֽיהוָה֙ | layhwāh | lai-VA |
offerings burnt in | בְּעֹל֣וֹת | bĕʿōlôt | beh-oh-LOTE |
and sacrifices, | וּזְבָחִ֔ים | ûzĕbāḥîm | oo-zeh-va-HEEM |
as in obeying | כִּשְׁמֹ֖עַ | kišmōaʿ | keesh-MOH-ah |
voice the | בְּק֣וֹל | bĕqôl | beh-KOLE |
of the Lord? | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
Behold, | הִנֵּ֤ה | hinnē | hee-NAY |
obey to | שְׁמֹ֙עַ֙ | šĕmōʿa | sheh-MOH-AH |
is better | מִזֶּ֣בַח | mizzebaḥ | mee-ZEH-vahk |
sacrifice, than | ט֔וֹב | ṭôb | tove |
and to hearken | לְהַקְשִׁ֖יב | lĕhaqšîb | leh-hahk-SHEEV |
than the fat | מֵחֵ֥לֶב | mēḥēleb | may-HAY-lev |
of rams. | אֵילִֽים׃ | ʾêlîm | ay-LEEM |