1 Kings 12:6
तब राजा रहूबियाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके साम्हने उपस्थित रहा करते थे सम्मति ली, कि इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इस में तुम क्या सम्मति देते हो?
And king | וַיִּוָּעַ֞ץ | wayyiwwāʿaṣ | va-yee-wa-ATS |
Rehoboam | הַמֶּ֣לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek |
consulted | רְחַבְעָ֗ם | rĕḥabʿām | reh-hahv-AM |
with | אֶת | ʾet | et |
the old men, | הַזְּקֵנִים֙ | hazzĕqēnîm | ha-zeh-kay-NEEM |
that | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
stood | הָי֣וּ | hāyû | ha-YOO |
עֹֽמְדִ֗ים | ʿōmĕdîm | oh-meh-DEEM | |
before | אֶת | ʾet | et |
Solomon | פְּנֵי֙ | pĕnēy | peh-NAY |
his father | שְׁלֹמֹ֣ה | šĕlōmō | sheh-loh-MOH |
while | אָבִ֔יו | ʾābîw | ah-VEEOO |
lived, yet he | בִּֽהְיֹת֥וֹ | bihĕyōtô | bee-heh-yoh-TOH |
and said, | חַ֖י | ḥay | hai |
How | לֵאמֹ֑ר | lēʾmōr | lay-MORE |
do ye | אֵ֚יךְ | ʾêk | ake |
advise | אַתֶּ֣ם | ʾattem | ah-TEM |
may I that | נֽוֹעָצִ֔ים | nôʿāṣîm | noh-ah-TSEEM |
answer | לְהָשִׁ֥יב | lĕhāšîb | leh-ha-SHEEV |
אֶת | ʾet | et | |
this | הָֽעָם | hāʿom | HA-ome |
people? | הַזֶּ֖ה | hazze | ha-ZEH |
דָּבָֽר׃ | dābār | da-VAHR |