1 Corinthians 1:10
हे भाइयो, मैं तुम से यीशु मसीह जो हमारा प्रभु है उसके नाम के द्वारा बिनती करता हूं, कि तुम सब एक ही बात कहो; और तुम में फूट न हो, परन्तु एक ही मन और एक ही मत होकर मिले रहो।
1 Corinthians 1:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
Now I beseech you, brethren, by the name of our Lord Jesus Christ, that ye all speak the same thing, and that there be no divisions among you; but that ye be perfectly joined together in the same mind and in the same judgment.
American Standard Version (ASV)
Now I beseech you, brethren, through the name of our Lord Jesus Christ, that ye all speak the same thing and `that' there be no divisions among you; but `that' ye be perfected together in the same mind and in the same judgment.
Bible in Basic English (BBE)
Now I make request to you, my brothers, in the name of our Lord Jesus Christ, that you will all say the same thing, and that there may be no divisions among you, so that you may be in complete agreement, in the same mind and in the same opinion.
Darby English Bible (DBY)
Now I exhort you, brethren, by the name of our Lord Jesus Christ, that ye all say the same thing, and that there be not among you divisions; but that ye be perfectly united in the same mind and in the same opinion.
World English Bible (WEB)
Now I beg you, brothers,{The word for "brothers" here and where context allows may also be correctly translated "brothers and sisters" or "siblings."} through the name of our Lord, Jesus Christ, that you all speak the same thing and that there be no divisions among you, but that you be perfected together in the same mind and in the same judgment.
Young's Literal Translation (YLT)
And I call upon you, brethren, through the name of our Lord Jesus Christ, that the same thing ye may all say, and there may not be divisions among you, and ye may be perfected in the same mind, and in the same judgment,
| Now | Παρακαλῶ | parakalō | pa-ra-ka-LOH |
| I beseech | δὲ | de | thay |
| you, | ὑμᾶς | hymas | yoo-MAHS |
| brethren, | ἀδελφοί | adelphoi | ah-thale-FOO |
| by | διὰ | dia | thee-AH |
| the | τοῦ | tou | too |
| name | ὀνόματος | onomatos | oh-NOH-ma-tose |
| of our | τοῦ | tou | too |
| Lord | κυρίου | kyriou | kyoo-REE-oo |
| Jesus | ἡμῶν | hēmōn | ay-MONE |
| Christ, | Ἰησοῦ | iēsou | ee-ay-SOO |
| that | Χριστοῦ | christou | hree-STOO |
| ye all | ἵνα | hina | EE-na |
| speak | τὸ | to | toh |
| the | αὐτὸ | auto | af-TOH |
| same thing, | λέγητε | legēte | LAY-gay-tay |
| and | πάντες | pantes | PAHN-tase |
| be there that | καὶ | kai | kay |
| no | μὴ | mē | may |
| divisions | ᾖ | ē | ay |
| among | ἐν | en | ane |
| you; | ὑμῖν | hymin | yoo-MEEN |
| but | σχίσματα | schismata | SKEE-sma-ta |
| that ye be | ἦτε | ēte | A-tay |
| together joined perfectly | δὲ | de | thay |
| in | κατηρτισμένοι | katērtismenoi | ka-tare-tee-SMAY-noo |
| the | ἐν | en | ane |
| same | τῷ | tō | toh |
| mind | αὐτῷ | autō | af-TOH |
| and | νοῒ | noi | noh-EE |
| in | καὶ | kai | kay |
| the | ἐν | en | ane |
| same | τῇ | tē | tay |
| judgment. | αὐτῇ | autē | af-TAY |
| γνώμῃ | gnōmē | GNOH-may |
Cross Reference
Philippians 2:1
सो यदि मसीह में कुछ शान्ति और प्रेम से ढाढ़स और आत्मा की सहभागिता, और कुछ करूणा और दया है।
Ephesians 4:1
सो मैं जो प्रभु में बन्धुआ हूं तुम से बिनती करता हूं, कि जिस बुलाहट से तुम बुलाए गए थे, उसके योग्य चाल चलो।
Philippians 1:27
केवल इतना करो कि तुम्हारा चाल-चलन मसीह के सुसमाचार के योग्य हो कि चाहे मैं आकर तुम्हें देखूं, चाहे न भी आऊं, तुम्हारे विषय में यह सुनूं, कि तुम एक ही आत्मा में स्थिर हो, और एक चित्त होकर सुसमाचार के विश्वास के लिये परिश्रम करते रहते हो।
Psalm 133:1
देखो, यह क्या ही भली और मनोहर बात है कि भाई लोग आपस में मिले रहें!
Romans 12:16
आपस में एक सा मन रखो; अभिमानी न हो; परन्तु दीनों के साथ संगति रखो; अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न हो।
1 Corinthians 11:18
क्योंकि पहिले तो मैं यह सुनता हूं, कि जब तुम कलीसिया में इकट्ठे हाते हो, तो तुम में फूट होती है और मैं कुछ कुछ प्रतीति भी करता हूं।
2 Corinthians 13:11
निदान, हे भाइयो, आनन्दित रहो; सिद्ध बनते जाओ; ढाढ़स रखो; एक ही मन रखो; मेल से रहो, और प्रेम और शान्ति का दाता परमेश्वर तुम्हारे साथ होगा।
James 3:13
तुम में ज्ञानवान और समझदार कौन है? जो ऐसा हो वह अपने कामों को अच्छे चालचलन से उस नम्रता सहित प्रगट करे जो ज्ञान से उत्पन्न होती है।
1 Peter 3:8
निदान, सब के सब एक मन और कृपामय और भाईचारे की प्रीति रखने वाले, और करूणामय, और नम्र बनो।
2 Corinthians 10:1
मैं वही पौलुस जो तुम्हारे साम्हने दीन हूं, परन्तु पीठ पीछे तुम्हारी ओर साहस करता हूं; तुम को मसीह की नम्रता, और कोमलता के कारण समझाता हूं।
Ephesians 4:31
सब प्रकार की कड़वाहट और प्रकोप और क्रोध, और कलह, और निन्दा सब बैरभाव समेत तुम से दूर की जाए।
Philippians 3:16
सो जहां तक हम पहुंचे हैं, उसी के अनुसार चलें॥
1 Thessalonians 4:1
निदान, हे भाइयों, हम तुम से बिनती करते हैं, और तुम्हें प्रभु यीशु में समझाते हैं, कि जैसे तुम ने हम से योग्य चाल चलना, और परमेश्वर को प्रसन्न करना सीखा है, और जैसा तुम चलते भी हो, वैसे ही और भी बढ़ते जाओ।
1 Thessalonians 5:13
और उन के काम के कारण प्रेम के साथ उन को बहुत ही आदर के योग्य समझो: आपस में मेल-मिलाप से रहो।
2 Thessalonians 2:1
हे भाइयों, अब हम अपने प्रभु यीशु मसीह के आने, और उसके पास अपने इकट्ठे होने के विषय में तुम से बिनती करते हैं।
1 Timothy 5:21
परमेश्वर, और मसीह यीशु, और चुने हुए स्वर्गदूतों को उपस्थित जान कर मैं तुझे चितौनी देता हूं कि तू मन खोल कर इन बातों को माना कर, और कोई काम पक्षपात से न कर।
2 Timothy 4:1
परमेश्वर और मसीह यीशु को गवाह कर के, जो जीवतों और मरे हुओं का न्याय करेगा, उसे और उसके प्रगट होने, और राज्य को सुधि दिलाकर मैं तुझे चिताता हूं।
2 Corinthians 6:1
और हम जो उसके सहकर्मी हैं यह भी समझाते हैं, कि परमेश्वर का अनुग्रह जो तुम पर हुआ, व्यर्थ न रहने दो।
2 Corinthians 5:20
सो हम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेश्वर हमारे द्वारा समझाता है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेश्वर के साथ मेल मिलाप कर लो।
1 Corinthians 12:25
ताकि देह में फूट न पड़े, परन्तु अंग एक दूसरे की बराबर चिन्ता करें।
Jeremiah 32:39
मैं उन को एक ही मन और एक ही चाल कर दूंगा कि वे सदा मेरा भय मानते रहें, जिस से उनका और उनके बाद उनके वंश का भी भला हो।
Matthew 9:16
को रे कपड़े का पैबन्द पुराने पहिरावन पर कोई नहीं लगाता, क्योंकि वह पैबन्द पहिरावन से और कुछ खींच लेता है, और वह अधिक फट जाता है।
Mark 2:21
कोरे कपड़े का पैबन्द पुराने पहिरावन पर कोई नहीं लगाता; नहीं तो वह पैबन्द उस में से कुछ खींच लेगा, अर्थात नया, पुराने से, और वह और फट जाएगा।
John 7:43
सो उसके कारण लोगों में फूट पड़ी।
John 9:16
इस पर कई फरीसी कहने लगे; यह मनुष्य परमेश्वर की ओर से नहीं, क्योंकि वह सब्त का दिन नहीं मानता। औरों ने कहा, पापी मनुष्य क्योंकर ऐसे चिन्ह दिखा सकता है? सो उन में फूट पड़ी।
John 10:19
इन बातों के कारण यहूदियों में फिर फूट पड़ी।
John 13:34
मैं तुम्हें एक नई आज्ञा देता हूं, कि एक दूसरे से प्रेम रखो: जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा है, वैसा ही तुम भी एक दुसरे से प्रेम रखो।
John 17:23
मैं उन में और तू मुझ में कि वे सिद्ध होकर एक हो जाएं, और जगत जाने कि तू ही ने मुझे भेजा, और जैसा तू ने मुझ से प्रेम रखा, वैसा ही उन से प्रेम रखा।
1 Corinthians 4:16
सो मैं तुम से बिनती करता हूं, कि मेरी सी चाल चलो।
Romans 16:17
अब हे भाइयो, मैं तुम से बिनती करता हूं, कि जो लोग उस शिक्षा के विपरीत जो तुम ने पाई है, फूट पड़ने, और ठोकर खाने के कारण होते हैं, उन्हें ताड़ लिया करो; और उन से दूर रहो।
Romans 15:30
और हे भाइयों; मैं यीशु मसीह का जो हमारा प्रभु है और पवित्र आत्मा के प्रेम का स्मरण दिला कर, तुम से बिनती करता हूं, कि मेरे लिये परमेश्वर से प्रार्थना करने में मेरे साथ मिलकर लौलीन रहो।
Romans 15:5
और धीरज, और शान्ति का दाता परमेश्वर तुम्हें यह वरदान दे, कि मसीह यीशु के अनुसार आपस में एक मन रहो।
Romans 12:1
इसलिये हे भाइयों, मैं तुम से परमेश्वर की दया स्मरण दिला कर बिनती करता हूं, कि अपने शरीरों को जीवित, और पवित्र, और परमेश्वर को भावता हुआ बलिदान करके चढ़ाओ: यही तुम्हारी आत्मिक सेवा है।
Acts 4:32
और विश्वास करने वालों की मण्डली एक चित्त और एक मन के थे यहां तक कि कोई भी अपनी सम्पति अपनी नहीं कहता था, परन्तु सब कुछ साझे का था।
1 Peter 2:11
हे प्रियों मैं तुम से बिनती करता हूं, कि तुम अपने आप को परदेशी और यात्री जान कर उस सांसारिक अभिलाषाओं से जो आत्मा से युद्ध करती हैं, बचे रहो।
Philemon 1:9
तौभी मुझ बूढ़े पौलुस को जो अब मसीह यीशु के लिये कैदी हूं, यह और भी भला जान पड़ा कि प्रेम से बिनती करूं।
Galatians 4:12
हे भाइयों, मैं तुम से बिनती करता हूं, तुम मेरे समान हो जाओ: क्योंकि मैं भी तुम्हारे समान हुआ हूं; तुम ने मेरा कुछ बिगाड़ा नहीं।