1 Corinthians 4:6
हे भाइयों, मैं ने इन बातों में तुम्हारे लिये अपनी और अपुल्लोस की चर्चा, दृष्टान्त की रीति पर की है, इसलिये कि तुम हमारे द्वारा यह सीखो, कि लिखे हुए से आगे न बढ़ना, और एक के पक्ष में और दूसरे के विरोध में गर्व न करना।
1 Corinthians 4:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
And these things, brethren, I have in a figure transferred to myself and to Apollos for your sakes; that ye might learn in us not to think of men above that which is written, that no one of you be puffed up for one against another.
American Standard Version (ASV)
Now these things, brethren, I have in a figure transferred to myself and Apollos for your sakes; that in us ye might learn not `to go' beyond the things which are written; that no one of you be puffed up for the one against the other.
Bible in Basic English (BBE)
My brothers, it is because of you that I have taken Apollos and myself as examples of these things, so that in us you might see that it is not wise to go farther than what is in the holy Writings, so that no one of you may be lifted up against his brother.
Darby English Bible (DBY)
Now these things, brethren, I have transferred, in their application, to myself and Apollos, for your sakes, that ye may learn in us the [lesson of] not [letting your thoughts go] above what is written, that ye may not be puffed up one for [such a] one against another.
World English Bible (WEB)
Now these things, brothers, I have in a figure transferred to myself and Apollos for your sakes, that in us you might learn not to think beyond the things which are written, that none of you be puffed up against one another.
Young's Literal Translation (YLT)
And these things, brethren, I did transfer to myself and to Apollos because of you, that in us ye may learn not to think above that which hath been written, that ye may not be puffed up one for one against the other,
| And | Ταῦτα | tauta | TAF-ta |
| these things, | δέ | de | thay |
| brethren, | ἀδελφοί | adelphoi | ah-thale-FOO |
| transferred figure a in have I | μετεσχημάτισα | meteschēmatisa | may-tay-skay-MA-tee-sa |
| to | εἰς | eis | ees |
| myself | ἐμαυτὸν | emauton | ay-maf-TONE |
| and | καὶ | kai | kay |
| to Apollos | Ἀπολλῶ | apollō | ah-pole-LOH |
| for | δι' | di | thee |
| your sakes; | ὑμᾶς | hymas | yoo-MAHS |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| ye might learn | ἐν | en | ane |
| in | ἡμῖν | hēmin | ay-MEEN |
| us | μάθητε | mathēte | MA-thay-tay |
| τὸ | to | toh | |
| not | Μὴ | mē | may |
| to think | ὑπὲρ | hyper | yoo-PARE |
| of men above | ὃ | ho | oh |
| which that | γέγραπται | gegraptai | GAY-gra-ptay |
| is written, | φρονεῖν, | phronein | froh-NEEN |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| no | μὴ | mē | may |
| one | εἷς | heis | ees |
| of you be puffed up | ὑπὲρ | hyper | yoo-PARE |
| for | τοῦ | tou | too |
| ἑνὸς | henos | ane-OSE | |
| one | φυσιοῦσθε | physiousthe | fyoo-see-OO-sthay |
| against | κατὰ | kata | ka-TA |
| τοῦ | tou | too | |
| another. | ἑτέρου | heterou | ay-TAY-roo |
Cross Reference
1 Corinthians 13:4
प्रेम धीरजवन्त है, और कृपाल है; प्रेम डाह नहीं करता; प्रेम अपनी बड़ाई नहीं करता, और फूलता नहीं।
1 Corinthians 1:12
मेरा कहना यह है, कि तुम में से कोई तो अपने आप को पौलुस का, कोई अपुल्लोस का, कोई कैफा का, कोई मसीह का कहता है।
1 Corinthians 4:18
कितने तो ऐसे फूल गए हैं, मानों मैं तुम्हारे पास आने ही का नहीं।
1 Corinthians 5:2
और तुम शोक तो नहीं करते, जिस से ऐसा काम करने वाला तुम्हारे बीच में से निकाला जाता, परन्तु घमण्ड करते हो।
1 Corinthians 8:1
अब मूरतों के साम्हने बलि की हुई वस्तुओं के विषय में हम जानते हैं, कि हम सब को ज्ञान है: ज्ञान घमण्ड उत्पन्न करता है, परन्तु प्रेम से उन्नति होती है।
2 Corinthians 11:4
यदि कोई तुम्हारे पास आकर, किसी दूसरे यीशु को प्रचार करे, जिस का प्रचार हम ने नहीं किया: या कोई और आत्मा तुम्हें मिले; जो पहिले न मिला था; या और कोई सुसमाचार जिसे तुम ने पहिले न माना था, तो तुम्हारा सहना ठीक होता।
2 Timothy 2:10
इस कारण मैं चुने हुए लोगों के लिये सब कुछ सहता हूं, कि वे भी उस उद्धार को जो मसीह यीशु में हैं अनन्त महिमा के साथ पाएं।
2 Corinthians 10:7
तुम इन्हीं बातों को देखते हो, जो आंखों के साम्हने हैं, यदि किसी का अपने पर यह भरोसा हो, कि मैं मसीह का हूं, तो वह यह भी जान ले, कि जैसा वह मसीह का है, वैसे ही हम भी हैं।
2 Corinthians 10:12
क्योंकि हमें यह हियाव नहीं कि हम अपने आप को उन में से ऐसे कितनों के साथ गिनें, या उन से अपने को मिलाएं, जो अपनी प्रशंसा करते हैं, और अपने आप को आपस में नाप तौलकर एक दूसरे से मिलान करके मूर्ख ठहरते हैं।
2 Corinthians 10:15
और हम सीमा से बाहर औरों के परिश्रम पर घमण्ड नहीं करते; परन्तु हमें आशा है, कि ज्यों ज्यों तुम्हारा विश्वास बढ़ता जाएगा त्यों त्यों हम अपनी सीमा के अनुसार तुम्हारे कारण और भी बढ़ते जाएंगे।
2 Corinthians 11:12
परन्तु जो मैं करता हूं, वही करता रहूंगा; कि जो लोग दांव ढूंढ़ते हैं, उन्हें मैं दांव पाने न दूं, ताकि जिस बात में वे घमण्ड करते हैं, उस में वे हमारे ही समान ठहरें।
2 Corinthians 12:6
क्योंकि यदि मैं घमण्ड करना चाहूं भी तो मूर्ख न हूंगा, क्योंकि सच बोलूंगा; तोभी रुक जाता हूं, ऐसा न हो, कि जैसा कोई मुझे देखता है, या मुझ से सुनता है, मुझे उस से बढ़कर समझे।
2 Corinthians 12:19
तुम अभी तक समझ रहे होगे कि हम तुम्हारे सामने प्रत्युत्तर दे रहे हैं, हम तो परमेश्वर को उपस्थित जान कर मसीह में बोलते हैं, और हे प्रियों, सब बातें तुम्हारी उन्नति ही के लिये कहते हैं।
Colossians 2:18
कोई मनुष्य दीनता और स्वर्गदूतों की पूजा करके तुम्हें दौड़ के प्रतिफल से वंचित न करे। ऐसा मनुष्य देखी हुई बातों में लगा रहता है और अपनी शारीरिक समझ पर व्यर्थ फूलता है।
1 Thessalonians 1:5
क्योंकि हमारा सुसमाचार तुम्हारे पास न केवल वचन मात्र ही में वरन सामर्थ और पवित्र आत्मा, और बड़े निश्चय के साथ पहुंचा है; जैसा तुम जानते हो, कि हम तुम्हारे लिये तुम में कैसे बन गए थे।
2 Corinthians 4:15
क्योंकि सब वस्तुएं तुम्हारे लिये हैं, ताकि अनुग्रह बहुतों के द्वारा अधिक होकर परमेश्वर की महिमा के लिये धन्यवाद भी बढ़ाए॥
1 Corinthians 9:23
और मैं सब कुछ सुसमाचार के लिये करता हूं, कि औरों के साथ उसका भागी हो जाऊं।
Job 11:11
क्योंकि वह पाखण्डी मनुष्यों का भेद जानता है, और अनर्थ काम को बिना सोच विचार किए भी जान लेता है।
Psalm 8:4
तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे, और आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले?
Psalm 146:3
तुम प्रधानों पर भरोसा न रखना, न किसी आदमी पर, क्योंकि उस में उद्धार करने की भी शक्ति नहीं।
Isaiah 2:22
सो तुम मनुष्य से परे रहो जिसकी श्वास उसके नथनों में है, क्योंकि उसका मूल्य है ही क्या?
Jeremiah 17:5
यहोवा यों कहता है, श्रापित है वह पुरुष जो मनुष्य पर भरोसा रखता है, और उसका सहारा लेता है, जिसका मन यहोवा से भटक जाता है।
Matthew 23:8
परन्तु, तुम रब्बी न कहलाना; क्योंकि तुम्हारा एक ही गुरू है: और तुम सब भाई हो।
John 3:26
और उन्होंने यूहन्ना के पास आकर उस से कहा, हे रब्बी, जो व्यक्ति यरदन के पार तेरे साथ था, और जिस की तू ने गवाही दी है देख, वह बपतिस्मा देता है, और सब उसके पास आते हैं।
Romans 12:3
क्योंकि मैं उस अनुग्रह के कारण जो मुझ को मिला है, तुम में से हर एक से कहता हूं, कि जैसा समझना चाहिए, उस से बढ़कर कोई भी अपने आप को न समझे पर जैसा परमेश्वर ने हर एक को परिमाण के अनुसार बांट दिया है, वैसा ही सुबुद्धि के साथ अपने को समझे।
1 Corinthians 1:19
क्योंकि लिखा है, कि मैं ज्ञानवानों के ज्ञान को नाश करूंगा, और समझदारों की समझ को तुच्छ कर दूंगा।
1 Corinthians 1:31
ताकि जैसा लिखा है, वैसा ही हो, कि जो घमण्ड करे वह प्रभु में घमण्ड करे॥
1 Corinthians 3:4
इसलिये कि जब एक कहता है, कि मैं पौलुस का हूं, और दूसरा कि मैं अपुल्लोस का हूं, तो क्या तुम मनुष्य नहीं?
1 Corinthians 3:19
क्योंकि इस संसार का ज्ञान परमेश्वर के निकट मूर्खता है, जैसा लिखा है; कि वह ज्ञानियों को उन की चतुराई में फंसा देता है।
1 Corinthians 3:21
इसलिये मनुष्यों पर कोई घमण्ड न करे, क्योंकि सब कुछ तुम्हारा है।
1 Corinthians 5:6
तुम्हारा घमण्ड करना अच्छा नहीं; क्या तुम नहीं जानते, कि थोड़ा सा खमीर पूरे गूंधे हुए आटे को खमीर कर देता है।
Numbers 11:28
तब नून का पुत्र यहोशू, जो मूसा का टहलुआ और उसके चुने हुए वीरों में से था, उसने मूसा से कहा, हे मेरे स्वामी मूसा, उन को रोक दे।